किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के सर्जन प्रोफेसर कुरील की महत्वपूर्ण उपलब्धि
जितेन्द्र कुमार खन्ना-विशेष संवाददाता
लखनऊ! किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एसएन कुरील ने सर्जरी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। सुल्तानपुर निवासी सुनील एवं स्वाति तिवारी के साढ़े 6 वर्षीय पुत्र दिवाकर तिवारी को ऐसोफेजीयल एट्रेसिया नामक असामान्य जन्म दोष था। इस रोग में खाद्य पाइप की निरंतरता गायब होती है एक अंधा भोजन पाइप पाउच होता है जो क्लेविकल के ऊपर समाप्त हो जाता है और पेट ऐसोफागस से नहीं जुड़ा होता है इस रोग में बच्चा लार या दूध निकलने में सक्षम नहीं होता है ।यह
रोग 10000 जन्मे बच्चों में से किसी एक को होने वाली दुर्लभ समस्या है ।इस समस्या को दूर करने हेतू प्रोफेसर एसएन कुरील ने किमोरा टिशु इनजिनियरिग तकनीक के जरिए चार चरणों में दिवाकर का ऑपरेशन किया ।मात्र ₹30000 खर्च के बाद आज दिवाकर अन्न जल ग्रहण करने में सक्षम हो गया है ।भारत में अपने किसम का यह पहला सफल ऑपरेशन है। पूरे विश्व में अब तक मात्र 19 केस ही इस तरह के संपन्न हुए हैं।