छावनी में तब्दील हुई अयोध्या, 70 हजार सुरक्षाकर्मियों की होगी नजर, स्कूल-कॉलेज बंद
ब्युरो रिपोर्ट अलीम कशिश
अयोध्या: उत्तर प्रदेश में अयोध्या के राम मंदिर को लेकर शुरू हुई राजनीति अब तेज हो चली है, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ‘आर्शीवाद उत्सव’ के लिए शनिवार (24 नवंबर) को अयोध्या पहुंच रहे हैं, जिनके साथ करीब कई शिवसैनिक भी इस कार्यक्रम में पहुंच रहे हैं. शुक्रवार (23 नवंबर) को स्पेशल ट्रेन से करीब दो हजार शिवसैनिक अयोध्या पहुंच. वहीं, शनिवार को भी एक स्पेशल ट्रेन अयोध्या पहुंच चुकी है, जिसमें हजारों की संख्या में शिवसैनिक पहुंचे हैं. वहीं, रविवार (25 नवंबर) को वीएचपी धर्मसभा का आयोजन करेगी. दोनों कार्यक्रमों को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं, प्रशासन ने करीब 70 हजार सुरक्षाकर्मियों को वहां तैनात किया है |
कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं. अयोध्या में धारा 144 लगाई जा चुकी है. आज अयोध्या में स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे. शहर की करीब 50 स्कूलों में सुरक्षाबलों के कैंप लगाए गए हैं. लखनऊ में पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि अयोध्या में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारी, एक उप पुलिस महानिरीक्षक, तीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, 10 अपर पुलिस अधीक्षक, 21 क्षेत्राधिकारी, 160 इंस्पेक्टर, 700 कांस्टेबिल, पीएसी की 42 कंपनी, आरएएफ की पांच कंपनियां तैनात की गई हैं. इसके अलावा, एटीएस के कमांडो और ड्रोन कैमरे भी निगरानी के लिए तैनात किए गए हैं|
चारों तरफ कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई है. हालांकि, कहा जा रहा है कि मुस्लिम समुदाय में खौफ का माहौल है. कुछ लोगों ने शुक्रवार को ही घर के सभी जरूरी सामानों का स्टॉक कर लिया है. उन्होंने राशन, फल, सब्जी और दवाओं का स्टॉक कर लिया है. हर कोई अपने-अपने घरों में सुरक्षित हो चुके हैं. कई लोगों को इस बात का डर है कि कहीं 6 दिसंबर 1992 की घटना फिर से न घटित हो जाए. आज (शनिवार) को अयोध्या में स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे. शहर की करीब 50 स्कूलों में सुरक्षाबलों के कैंप लगाए गए हैं|
अयोध्या में सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक न हो इसलिए अधिकारी अलर्ट है. अयोध्या के डीएम अनिल कुमार ने कहा कि प्रशासन लगातार स्थानीय लोगों के संपर्क में है. वहां किसी भी तरह के डर का मौहाल नहीं है. डीएम ने वहां के लोगों को भरोसा दिलाया कि किसी को भी डरने की जरूरत है. उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि शिवसेना और वीएचपी दोनों को कार्यक्रम करने की इजाजत दी गई है. दोनों की ओर से आश्वासन दिया गया है कि उनके कार्यक्रम की वजह से किसी तरह की अव्यवस्था नहीं होगी |