साहित्यकारों, वरिष्ठ पत्रकारों व प्रख्यात हस्तियों द्वारा सिंधी समाज के लोकप्रिय नेता मुरलीधर आहूजा का भव्य स्वागत
लखनऊ। हजरतगंज स्थित राॅयल कैफे में आज एक भव्य स्वागत समारोह का आयोजन किया गया, जहाँ साहित्यकारों, वरिष्ठ पत्रकारों व प्रख्यात हस्तियों द्वारा सिंधी समाज के लोकप्रिय नेता, समाजसेवी एवं जाने-माने उद्योगपति श्री मुरलीधर आहूजा का भव्य स्वागत किया गया।
यह स्वागत समारोह श्री आहूजा द्वारा भारतीय जनता पाटी्र की सदस्यता ग्रहण करने के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया। इस अवसर पर समाज, शिक्षा, साहित्य व पत्रकारिता जगत की विभिन्न हस्तियों ने अपनी उपस्थिति से समारोह की गरिमा को बढ़ाया। स्वागत समारोह में प्रख्यात साहित्यकार पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’, श्री अब्दुल वाहिद, श्री जुबेर अहमद, सुश्री निकहत खान, आचार्य डा. कृष्ण मोहन, मुर्तजा अली, शाहिद सिद्दीकी, संजय गुप्ता एवं इरशाद राही आदि ने श्री आहूजा को फूल-मालाएं पहनाकर हार्दिक स्वागत किया एवं अपने विचार व्यक्त किये।
इस अवसर पर बोलते हुए प्रख्यात साहित्यकार पं. हरि ओम शर्मा ‘हरि’ ने कहा कि मैं श्री आहूजा के राजनीतिक क्षेत्र में उनके उत्थान की कामना करता है। श्री आहूजा विभिन्न सामाजिक संस्थाओं से जुड़े हुए हैं एवं समाज हित के कार्यों में बढ़चढ़कर अपना योगदान देते रहे हैं। मुझे विश्वास है कि श्री आहूजा के भाजपा में जुड़ने से भाजपा संगठन में और मजबूती आयेगी, जिसका लाभ उन्हें आगामी चुनावों में मिलेगा।
वरिष्ठ पत्रकार श्री अब्दुल वाहिद ने कहा कि श्री मुरलीधर आहूजा जैसे कर्मनिष्ठ एवं सुयोग्य व्यक्ति का स्वागत-सम्मान करना गौरव की बात है। श्री आहूजा विगत कई वर्षों से गोमती नदी की सफाई व लखनऊ शहर की सफाई में बढ़चढ़कर अपना योगदान देते रहे हैं एवं समय-समय पर विभिन्न सामाजिक संगठनों की मदद करते रहते हैं।
समाजसेवी सुश्री निकहत खान ने कहा कि श्री आहूजा ने अभी तक जिस भी क्षेत्र में कार्य किया है, उसमें अच्छी सफलता अर्जित की है। मुझे विश्वास है कि राजनीति के क्षेत्र में भी श्री आहूजा अग्रणी भूमिका निभाते हुए समाजसेवा के अपने कार्य को विस्तार देंगे।
समारोह के अन्त में सभी के प्रति हार्दिक धन्यवाद देते हुए श्री आहूजा ने कहा कि प्रख्यात हस्तियों द्वारा मेरा यह सम्मान मुझे सदैव समाजसेवा हेतु प्रेरित करता रहेगा। मैं आप ही लोगों के बीच में रहा हूँ और हमेशा रहूँगा, आपसे ही सीखकर आगे बढ़ता रहा हूँ और आगे भी आप जैसे स्नेही स्वजनों के मार्गदर्शन में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करूँगा।