उत्तर प्रदेशलखनऊ
मोदी पहला प्रधानमंत्री जो न अयोध्या आया न राम मन्दिर पर सुनने को तैयार : तोगड़िया
श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण को लेकर 21 अक्टूबर को लखनऊ से बडी तादात में हिन्दू अयोध्या करेंगे कूच
फैजाबाद। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण की मांग को लेकर अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद के जुड़े हिन्दू बड़ी संख्या में लखनऊ से अयोध्या 21 अक्टूबर को कूच करेंगे। मोदी देश का पहला प्रधानमंत्री है जो न अयोध्या आया और न ही राम मन्दिर पर सुनने को तैयार है। यह विचार परिषद के मुखिया डाॅ. प्रवीण भाई तोगड़िया ने गणपति गेस्ट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता में व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि हमने सरकार से मांग किया था कि संसद में कानून बनाकर अयोध्या में राम मन्दिर निर्माण कराया जाय इसके लिए हमने विजयादशमी तक समय दे रखा है परन्तु यह पहले प्रधानमंत्री हैं जो राम मन्दिर निर्माण को लेकर कोई वार्ता करने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि आठ करोड़ हिन्दुओं ने सवा-सवा रूपया चंदा दिया।
तीस करोड़ हिन्दुओं ने अपने गांव में राम शिलायें पूजकर अयोध्या भेजा राम मन्दिर आन्दोलन में सैकड़ो हिन्दुओं ने योगदान दिया है इन सभी के सम्मान की रक्षा के लिए एकबार फिर हिन्दू जनजागरण की जरूरत है और इसके लिए अयोध्या कूच का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने राम मन्दिर और राम के नाम पर सत्ता ग्रहण किया और राम मन्दिर निर्माण को भूल गये।
यही नहीं उन्होने न तो अयोध्य आकर राम लला का दर्शन किया और न ही संतो से बात करना उचित समझा। हिन्दू समाज का संघर्ष मन्दिर बनाने के लिए नहीं राम जन्मभूमि के लिए है। अगर हिन्दुओं ने देश में जेहादी विचारधारा को पराजित नहीं किया तो देश फिर टूटेगा। जेहादी विचारधारा को हराने के लिए अयोध्या में राम मन्दिर का निर्माण करना होगा।
हमें मन्दिर दया या दान में नहीं चाहिए हमें मन्दिर हिन्दुओं के बाहुबल से लेना है। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद बीजेपी के प्रधानमंत्री कहते हैं कि राम मन्दिर कोर्ट के आदेश से बनेगा तो वह भाई बंधुओं को कारसेवा के नाम पर शहीद करने की क्या जरूरत थी। इस सम्बन्ध में मुकदमा 1984 और 1990-92 में भी चल रहा था।
इसके पूर्व डा. तोगड़िया ने कार्यकर्ता बैठक में हिस्सा लिया और कार्यकर्ताओं को दिशा निर्देश दिया। बैठक को अन्तर्राष्ट्रीय महामंत्री महावीर, संत कमलेश शास्त्री ने सम्बोधित किया। बैठक में वेद प्रकाश सचान, अशोक सेंगर, जितेन्द्र शास्त्री, इन्द्रबली, राजेन्द्र सिंह राजू, अरविन्द कुमार मिश्र रोहन आदि मौजूद रहे।