जनता से किया विश्वासघात संगम में डुबकी लगाने से नहीं धुलेंगे पीएम मोदी के पाप : मायावती
लखनऊ, (आरएनएस ) । बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संगम में डुबकी लगाने व शाही स्नान करने पर तंज कसा है। मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय संगम में स्नान से मोदी सरकार द्वारा पिछले लगभग पाँच वर्षों में की गई चुनावी वादा ख़िलाफी, जनता से किया विश्वासघात व सरकारी ज़ुल्म-ज़्यादती के पाप धुलने वाले नहीं है।
बसपा की ओर को भेजे गए बयान में पार्टी प्रमुख मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लोकसभा आमचुनाव के समय संगम में डुबकी लगाने व शाही स्नान करने आदि से इनकी सरकार की पिछले लगभग पाँच वर्षों में की गई घोर चुनावी वादाख़िलाफी, जनता से किया गया इनका विश्वासघात व अन्य और भी अनेकों प्रकार की सरकारी ज़ुल्म-ज़्यादती व पाप धुलने वाले नहीं है।
उन्होंने कहा कि वैसे भी काफी अपरिपक्व तरीके से देश पर थोपी गई नोटबन्दी, जीएसटी, जातिवादी द्वेष, साम्प्रदायिकता, गरीबी व बेरोजगारी आदि की ज़बर्दस्त मार से त्रस्त देश की 130 करोड़ आमजनता बीजेपी सरकार को इनके कारनामों के लिये इतनी आसानी से माफ करने वाली नहीं है।
मायावती ने पी.एम. किसान सम्मान निधि योजना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह स्पष्ट है कि मोदी सरकार की खेती-खलिहान व किसान आदि के बारे में समझ आधी-अधूरी ही नहीं नादान भी है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार को ’’किसान’’ और ’’खेतिहर मज़दूरों’’ में अन्तर को समझना चाहिये। इनकी 500 रुपये प्रति माह आर्थिक सहायता वास्तव में दैनिक मजदूरी करने वाले भूमिहीन ख्ेतिहर मज़दूरों के लिये होनी चाहिये थी, ना कि किसानों के लिये जो सबसे पहले अपनी फसल का वाजिब व लाभकारी मूल्य चाहता है।