एचडीएफसी बैंक 1.71 करोड़ से अधिक किसानों तक पहुंचने के लिए भारत सरकार के नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट (ई-एनएएम) (राष्ट्रीय कृषि बाजार) के साथ एकीकृत
एचडीएफसी बैंक 1.71 करोड़ से अधिक किसानों तक पहुंचने के लिए भारत सरकार के नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट (ई-एनएएम) (राष्ट्रीय कृषि बाजार) के साथ एकीकृत
लखनऊ, 12 नवंबर, 2021: एचडीएफसी बैंक, भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक ने आज भारत सरकार के राष्ट्रीय कृषि बाजार नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट (ई-एनएएम) के साथ एकीकरण की घोषणा की, ताकि विभिन्न ई-एनएएम लाभार्थियों को डिजिटल कलेक्शन और फंड्स की सेटलमेंट (निपटान) किया जा सके।
कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के तत्वावधान में नोडल कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में स्माल फार्मर्स एग्री-बिजनेस कंसोर्टियम यानि लघु किसान कृषि-व्यापार संघ (एसएफएसी) के साथ 2016 में शुरू किया गया, ई-एनएएम, एक ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है जो किसानों, व्यापारियों, एफपीओ और अन्य हितधारकों के लिए कृषि वस्तुओं के ऑनलाइन लेनदेन की सुविधा प्रदान करता है।
श्रीमति नीलकमल दरबारी, आईएएस, प्रबंध निदेशक, एसएफएसी ने कहा कि “प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रौद्योगिकी के उपयोग से किसानों के लिए अधिकतम लाभ की संकल्पना की गई है। मुझे उम्मीद है कि एचडीएफसी बैंक के साथ इस गठजोड़ से देश भर के किसानों को लाभ होगा क्योंकि वे अपनी सुविधा के अनुसार व्यापारिक लेनदेन करने में सक्षम होंगे।”
सुश्री सुनली रोहरा, कार्यकारी उपाध्यक्ष, गर्वनमेंट एंड इंस्टीट्यूशनल बिजनेस एंड गिग बैंकिंग, एचडीएफसी बैंक ने कहा कि “हम ई-एनएएम प्लेटफॉर्म के लिए अपनी बैंकिंग सेवाओं की पेशकश करने के लिए एसएफएसी के साथ साझेदारी करने का अवसर पाकर खुश हैं। यह हमें किसानों को उनके भुगतान को सहज तरीके से प्राप्त करने में सक्षम बनाता है और उन्हें व्यापार करने में आसानी प्रदान करता है।”
उन्होंने कहा कि “एचडीएफसी बैंक में, हमने सरकार के साथ साझेदारी बनाने का बीड़ा उठाया है। 2001 में, हमें केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के लिए कर संग्रह को डिजिटाइज़ करने वाले पहले एजेंसी बैंक के रूप में नियुक्त किया गया था। इस अनुभव के आधार पर 2003 में दो अन्य बैंकों को शामिल किया गया था। आज, कर संग्रह के लिए भारत में दूसरे सबसे बड़े एजेंसी बैंक के रूप में, हम दृढ़ता से मानते हैं कि सरकार और निजी खिलाड़ियों के बीच साझेदारी में जीवन बदलने की शक्ति है।
2021 तक, 1.7 करोड़ से अधिक किसान और 1.8$ लाख व्यापारी हैं जो ई-एनएएम पर पंजीकृत हैं और डिजिटल मार्केटप्लेस से लाभान्वित हुए हैं। वित्त वर्ष 2020-21 तक ई-एनएएम पर ट्रेड किए गए कृषि-उत्पाद का कुल मूल्य लगभग 1.3 लाख करोड रुपए है। देश की करीब 1000 से अधिक मंडियां हैं जो पहले से ही प्लेटफॉर्म के साथ एकीकृत हैं और सरकार ने बजट भाषण में पहले ही घोषणा कर दी है कि अगले 2-3 वर्षों में एक और 1000 मंडियों को एकीकृत किया जाएगा।
एचडीएफसी बैंक कर संग्रह के लिए भारत सरकार का दूसरा सबसे बड़ा एजेंसी बैंक है। बैंक को प्रत्यक्ष कर के लिए कलेक्टिंग बैंकर के रूप में नामित किया गया है, और पोर्टल के माध्यम से खरीद के लिए सावधानी राशि जमा करने के लिए जीईएम पोर्टल एकीकरण के अलावा जीएसटी भुगतान के लिए भी नामित किया गया है। बैंक मनरेगा, पीएमएवाई और पीएमएसकेवाई जैसी विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को कुल डीबीटी भुगतान का लगभग 9 प्रतिशत हिस्सा भी संभालता है।