हिन्दू पक्षकार को विस्मृत कर मुस्लिम पक्षकार को आमंत्रित करना ऐतिहासिक भूल सिद्ध होगी – हिन्दू महासभा
हिन्दू पक्षकार को विस्मृत कर मुस्लिम पक्षकार को आमंत्रित करना ऐतिहासिक भूल सिद्ध होगी – हिन्दू महासभा
रिपोर्ट साजिद हुसैन अयोध्या
अयोध्या | अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर 70 वर्ष चले न्यायिक वाद में हिन्दुओं की पक्षकार अखिल भारत हिन्दू महासभा को विस्मृत करने और मुस्लिम पक्षकार सुन्नी वक्फ बोर्ड को भूमि पूजन एवम् शिलान्यास कार्यक्रम में आमंत्रित करने की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह एक ऐतिहासिक भूल सिद्ध होगी ।
ट्रस्ट के पदाधिकारियों को अपने निर्णय पर पुनर्विचार कर सुन्नी वक्फ बोर्ड के इकबाल अंसारी को भेजे निमंत्रण को वापस लेकर अपनी ऐतिहासिक भूल सुधारने का परामर्श दिया है । यह जानकारी आज अयोध्या से जारी बयान में हिन्दू महासभा जिलाध्यक्ष राकेश दत्त मिश्र ने दी ।
राकेश दत्त मिश्र ने जारी बयान में कहा कि सुन्नी वक्फ बोर्ड ने 70 वर्ष चले न्यायिक वाद में सदैव मंदिर निर्माण का विरोध किया और मुकदमे को 70 वर्ष लंबित रखा । हिन्दू पक्षकार अखिल भारत हिन्दू महासभा और निर्मोही अखाड़ा ने सदैव सुन्नी वक्फ बोर्ड के कुतर्क और मंदिर निर्माण विरोध को काटते हुए 70 वर्ष बाद न्यायिक वाद को जीतने में सफल हुई और आज भूमि पूजन की शुभ घड़ी आई ।
राकेश दत्त मिश्र ने सुन्नी वक्फ बोर्ड पर श्रीराम भक्तों की हत्यारी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि सुन्नी वक्फ बोर्ड के विरोध के कारण ही 70 वर्ष सड़कों पर मंदिर निर्माण आंदोलन चला और मुलायम सरकार ने अयोध्या में श्रीराम भक्तों पर गोली चलवाकर सैकड़ों श्रीराम भक्तों के रक्त से सरयू का पानी लाल कर दिया था । ऐसे में इकबाल अंसारी को आमंत्रित करना बलिदानी श्रीराम भक्तों का अपमान है ।
राकेश दत्त ने कहा कि ट्रस्ट द्वारा श्रीराम भक्तों के हत्यारे इकबाल अंसारी को बुलाने में गर्व और हिन्दू महासभा को बुलाने में शर्म महसूस कर रहा है , जो ट्रस्ट की मुस्लिम परस्ती को दर्शाता है । उन्होंने कहा कि हिन्दू महासभा का भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होना स्वाभाविक अधिकार है और इस अधिकार की रक्षा के लिए हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने 5 अगस्त को अयोध्या में आत्मदाह की घोषणा की है ।
ट्रस्ट के पदाधिकारियों को रविन्द्र कुमार द्विवेदी के प्राणों की रक्षा में तत्काल हिन्दू महासभा को आमंत्रित करने की घोषणा करनी चाहिए । उन्होंने इकबाल अंसारी को भेजा निमंत्रण वापस लेने की मांग भी की ।