
दादा साहब फाल्के अवॉर्ड के नाम पर धोखाधडी
मुंबई, जनवरी: आज अंधेरी वेस्ट स्थित रहेजा क्लासिक क्लब में आयोजित कार्यक्रम में दादा साहब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के नाम पर चल रहे फर्जीवाड़े का बड़ा खुलासा हुआ। अनिल मिश्रा और उनके सहयोगियों पर आरोप है कि उन्होंने भारतीय सिनेमा के जनक दादा साहब फाल्के की विरासत का दुरुपयोग कर मशहूर हस्तियों, प्रभावशाली व्यक्तियों और फिल्म इंडस्ट्री के पेशेवरों को धोखा दिया।
कानूनी विशेषज्ञों, राजनीतिक प्रतिनिधियों और उद्योग के महत्वपूर्ण लोगों ने हिस्सा लिया। आरोपों में सरकारी अधिकारियों की नकल, जालसाजी और गलत वादों के जरिए धन वसूली के मामले सामने आए।
प्रमुख लोगों के बयान:
महाराष्ट्र बीजेपी चित्रपट कामगार सेना के अध्यक्ष श्री समीर दीक्षित ने कहा, “दादा साहब फाल्के जैसे सांस्कृतिक प्रतीक और सरकारी नेताओं के नाम का दुरुपयोग भारतीय सिनेमा की गरिमा का अपमान है। इस मामले में न्याय सुनिश्चित किया जाएगा।”बीजेपी सचिव, महाराष्ट्र चित्रपट कामगार सेना की निकिता घाग ने कहा, “यह घटना हमें याद दिलाती है कि किसी भी कार्यक्रम की प्रामाणिकता को सत्यापित करना कितना महत्वपूर्ण है। हमें अपने सिनेमा की विरासत को सुरक्षित रखना होगा।”