सपा नेता चौधरी शहरयार का मदरसों के सर्वे पर विरोध
कहा-भाजपा सरकार का मदरसों के लिए दृष्टिकोण दुर्भाग्यपूर्ण
रुदौली| समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एहसान मो अली उर्फ़ चौधरी शहरयार ने प्रदेश सरकार द्वारा ग़ैर मान्यता प्राप्त मदरसों के सर्वे पर ऐतराज जताते हुए कहा है की सरकार की मंशा साफ़ नहीं है।सरकार इस प्रकार के सर्वे का दुरुपयोग करेगी।पहले सरकार को सरकारी अनुदान प्राप्त मदरसों को पहुँचने वाली मूलभूत सुविधाओं के क्रियन्वय पर ध्यान देना चाहिए न की बिना अनुदान के जन सहयोग से चल रहे मदरसों की जाँच कराने का प्रयास करना चाहिए ।
उन्होंने आरोप लगते हुए कहा सरकार आज जिन मदरसों के सर्वे की बात कर रही है उन्ही मदरसों के मान्यता प्राप्त करने के लिए कई वर्ष पूर्व किए गए आवेदनों पर सरकार द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई जिससे इनको भी मान्यता मिल सकती।सरकार के इस तरह के प्रयास से प्रदेश में रह रहे अल्पसंख्यक समुदाय के मन में भ्रम की स्तिथि पैदा है।उन्होंने कहा कि भारत के समविधान के अनुच्छेद 30 में स्पष्ट उल्लिखित है की अल्पसंख्यक समुदायों को अपने शिक्षा आदि के उद्देश से संस्थाओं का संचालन कर सकते हैं।उन्होंने कहा कि सरकार का मदरसो के प्रति दृष्टिकोण बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने आरोप लगाया सरकार की कहनी और करनी में बहुत अंतर है।उन्होंने कहा कि पहले केंद्र व राज्य सरकार यह बताए कि किस कारण से मदरसा आधुनिकीकरण में सम्मालित मदसरसों के शिक्षकों को पिछले कई वर्षों से वेतन का भुगतान नहीं हुआ है।