रूदौली रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य रुका जनता में आक्रोश
अब्दुल जब्बार एडवोकेट व् डॉ0 मो शब्बीर के साथ प्रेम प्रकाश की रिपोर्ट
भेलसर(फैजाबाद )रुदौली भेलसर मार्ग पर स्थित रेलवे क्रासिंग गेट संख्या 143 बी पर निर्माणाधीन ओवरब्रिज का कार्य बंद हो जाने से नियत समय से बनकर तैयार होने की संभावना पूरी तरह से क्षीण हो गई है।बताते चलें कि इस क्रॉसिंग पर दिनभर दर्जनों बार गेट बंद होता है और खुलता है जिसकी वजह से नित्य जाम की समस्या उत्पन्न होती है और लोग अक्सर समय से अपने अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पाते हैं इन्हीं सब समस्याओं को देखते हुए करीब 15 वर्षों से ओवर ब्रिज बनाने की मांग निरंतर होती चली आ रही थी जिसकी मांग भाजपा शासनकाल में पूरी हुई और 13 अक्टूबर वर्ष 2017 को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इस का शिलान्यास किया था और उसी समय घोषणा किया था कि 31 दिसंबर 2018 को इसका उद्घाटन करने रुदौली आऊंगा। इसी के बाद 8 दिसंबर को इस ओवर ब्रिज का निर्माण का कार्य शुरू हुआ और गेट से उत्तर दिशा में अब तक 5 पिलर बनकर तैयार हो चुका है एवं गेट से दक्षिण दिशा में भी दो पिलर तैयार हो गया है तीसरे पिलर का कार्य शुरू होते ही कुछ लोगों द्वारा आपत्ति किए जाने के बाद 30 मार्च से इसका कार्य कराना सेतु निगम ने बंद कर दिया है। जानकारों के अनुसार लोगों को तीसरे पिलर से आपत्ति है और कहना है कि कम से कम 2 मीटर पश्चिम की दिशा से पिलर बनाया जाए।वही सेतु निगम के कर्मचारियों का कहना है कि यदि पश्चिम दिशा में पिलर बढ़ा कर बनाया जाएगा तो ओवरब्रिज निर्माण का पूरा सिस्टम ही बिगड़ जाएगा एवं शारदा सहायक बड़ी नहर पर एक अलग से पुल बनाना पड़ेगा जो संभव नहीं है और ना ही इसका स्टीमेट है।सेतु निगम से जुड़े हुए कर्मचारियों का कहना है कि अब तकतक ओवरब्रिज का कार्य नहीं शुरू होगा जब तक इसके निर्माण कार्य में आने वाली सभी बाधाएं दूर नहीं हो जाती जैसे बिजली के खंभे ट्रांसफार्मर आदि हटाए जाएं एवं सर्विस रोड बनाने के लिए भी जगह उपलब्ध कराई जाए क्योंकि तमाम लोगों का रोड किनारे अतिक्रमण एवं कब्जा कायम है सर्विस रोड के ना होने की वजह से नित्य हजारों हजारों लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है वर्ष 2020 से पहले इस ब्रिज के तैयार होने की कोई संभावना नहीं दिख रही है बताया जाता है कि इस निर्माणाधीन ओवरब्रिज के पुनः निर्माण कार्य प्रारंभ कराए जाने के बाबत प्रदेश की राजधानी लखनऊ में राजनेताओं सेतु निगम के अधिकारियों के बीच कई घंटों वार्तालाप भी हो चुका है परंतु नतीजा शून्य रहा।