केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने भारतीय मूल के चिकित्सकों के योगदान पर डाली रोशनी
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने भारतीय मूल के चिकित्सकों के योगदान पर डाली रोशनी
(ग्लोबल इंडिया फिज़िशियन्स कॉन्ग्रेस 53 देशों के डॉक्टरों को एक ही मंच पर लाया
11 विशेषज्ञों को गैपियो अवॉर्ड्स से किया गया सम्मानित
लखनऊ : गैर लाभ संगठन द ग्लोबल एसोसिएशन ऑफ फिज़िशियन्स ऑफ इंडियन ओरिजिन (गैपियो) जो दुनिया भर से भारतीय मूल के 1.4 मिलियन चिकित्सकों को एक ही मंच पर लेकर आता है, ने 26 और 27 फरवरी को बारहवें सालाना कॉन्ग्रेस का वर्चुअल आयोजन किया।
यह सम्मेलन अन्तर्राष्ट्रीय चिकित्सा जगत के कैलेंडर में महत्वपूर्ण सालाना कार्यक्रम बन चुका है जहां दुनिया भर से जाने-माने विशेषज्ञ अपने विचारों का आदान-प्रदान करते हैं। सम्मेलन के 12वें संस्करण में यूएसए, यूके, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, मध्यपूर्व, अफ्रीका, यूएई, भारत एवं अन्य देशों से 5000 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, इस तरह यह दुनिया के सबसे बड़े कार्यक्रमो में से एक था।
पुरस्कार समारोह के दौरान ग्यारह युवा चिकित्सकों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने स्वास्थ्यसेवाओं में सुधार लाने में उल्लेखनीय योगदान दिया है। माननीय श्री मनसुख मंडाविया, केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा रसायन एवं उर्वरक मंत्री, भारत सरकार इस मौके पर मुख्य अतिथि थे। डॉ प्रताप सी रेड्डी, संस्थापक-अक्ष्यक्ष, गैपियो एवं चेयरमैन अपोलो हॉस्प्टिल्स ग्रुप माननीय अतिथि थे।
माननीय श्री मनसुख मंडाविया, केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा रसायन और उर्वरक मंत्री, भारत सरकार ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि मुझे गैपियो के बारहवें सम्मेलन के माध्यम से सर्वश्रेष्ठ चिकित्सकों के साथ बातचीत करने का अवसर मिला। पिछले सालों के दौरान, भारतीय चिकित्सक उन देशों के अम्बेसडर बन चुके हैं, जहां वे काम करते हैं। कोविड-19 के दौरान हमारे चिकित्सकों और शोधकर्ताओं ने दुनिया भर के लोगों को सर्वश्रेष्ठ उपचार उपलब्ध कराया है। मैं उन प्रतिभाशाली शोधकर्ताओं की भी सराहना करना चाहूंगा जिन्होंने 9 महीने की रिकॉर्ड अवधि में ‘भारत में निर्मित’ कोविड वैक्सीन तैयार की। हमने एक ही दिन में 2.5 करोड़ से अधिक कोविड वैक्सीन की डोजे़ज़ दी हैं। भारत चिकित्सा क्षेत्र के डिजिटलीकरण के लिए अथक प्रयास कर रहा है। जल्द ही हम टेलीकन्सलटेशन प्लेटफॉर्म की शुरूआत करेंगे, ताकि दुनिया भर से मरीज़ भारतीय चिकित्सकों की कन्सलटेशन सेवाओं का लाभ उठा सकें। हमें विश्वास है कि भारत चिकित्सा पर्यटन के लिए पसंदीदा गंतव्य के रूप में उभर सकता है और हम पूरी दुनिया को ‘उत्कृष्ट चिकित्सा सेवाएं’ उपलब्ध कराने में सक्षम हैं।’’
इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से मैं दुनिया भर के डॉक्टरों से अपील करना चाहूंगा कि दुनिया को स्वस्थ बनाने के लिए एक दूसरे के साथ हाथ मिलाएं। आखिरकार हम वसुधैव कुटुम्बकम में भरोसा रखते हैं।’’
डॉ प्रताप सी रेड्डी, संस्थापक अध्यक्ष- गैपियो एवं चेयरमैन अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप ने कहा, ‘‘भारतीय चिकित्सकों ने महामारी के दौरान एक बार फिर से मानवता के प्रति अपनी सेवा भावना को दर्शाया है। उनके काम ने सुनिश्चित किया कि मानव जाति सदी के इस सबसे मुश्किल संकट से उबर सके। गैपियो के नेटवर्क ने चिकित्सकों को सक्षम बनाया ताकि वे अपनी सेवाएं विभिन्न समुदायों तक पहुंचा सकें। स्वास्थ्यसेवाओं का डिजिटलीकरण जारी है, ऐसे में आधुनिक चिकित्सा तकनीकें एवं क्रॉस-सिस्टेमेटिक अवसरों के नए मार्ग प्रशस्त कर सकती हैं। एक ऐसी दुनिया में जहां तकनीक के चलते मरीज़ों की देखभाल में क्रान्तिकारी बदलाव आ रहा है, इनोवेशन्स बहुत अधिक मायने रखते हैं। ऐसे में गैपियो का यह सम्मेलन नए विचारों के आदान-प्रदान के लिए उत्कृष्ट मंच की भूमिका निभाएगा।’’
डॉ अनुपम सिब्बल, प्रेज़ीडेन्ट, गैपियो एवं ग्रुप मेडिकल डायरेक्टर, अपोलो हॉस्पिटल्स, सीनियर कन्सलटेन्ट पीडिएट्रिक गैस्ट्रोएंट्रोलोजिस्ट एवं हेपेटोलोजिस्ट ने कहा, ‘‘इस सम्मेलन के माध्यम से हम पारम्परिक दायरों से बाहर जाकर नए अवसर और नए मार्ग प्रशस्त करना चाहते हैं तथा न्यू नॉर्मल को नया आयाम देना चाहते हैं। कोविड-19 की चुनौतियां कम हो रही है, इस बीच स्वास्थ्य संबंधी अन्य चुनौतियों के समाधान के लिए भी विश्वस्तरीय दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है। गैपियो और इस कॉन्ग्रेस के माध्यम से हम इन विश्वस्तरीय चुनौतियों के प्रति नया दृष्टिकोण अपनाना चाहते हैं। यह सम्मेलन नई साझेदारियों को प्रोत्साहित करेगा।’’
कॉन्ग्रेस के बारे में बात करते हुए डॉ नंदकुमार जयराम, वाईस प्रेज़ीडेन्ट- गैपियो ने कहा, ‘‘तेजी से बदलती इस दुनिया में अनिश्चितता बहुत अधिक बढ़ गई है, आज एक साथ मिलकर काम करना पहले से कहीं अधिक मुश्किल हो गया है। हम भारतीय मूल के चिकित्सकों को ऐसा प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराते हैं जो उन्हें एक दूसरे के साथ जोड़ता है और बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता में सक्षम बनाता है। यह मंच उन्हें आने वाले सालों में और अधिक मजबूत बनाएगा।’’
डॉ सुधीर पारिख, गैपियो के महासचिव तथा चेयरमैन एवं प्रकाशक, पारिख वर्ल्डवाईड मीडिया एवं आईटीवी गोल्ड 24/7 टीवी चैनल- यूएसए ने कहा, ‘‘विश्वस्तरीय चुनौतियों को हल करने के लिए एक विश्वस्तरीय मंच की आवश्यकता है। हमारा मानना है कि गैपियो के माध्यम से हम ऐसी उत्पादक एवं ठोस स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे, जो सभी नागरिकों के लिए ज़्यादा सुलभ होंगी।’’
श्री राना दासगुप्ता, ओर्गेनाइज़िंग पेट्रन गैपियो 2022, सीईओ- ईस्टर्न रीजन, अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप ने कहा, ‘‘यह मंच 50 से अधिक देशों में स्थित विशेषज्ञों को एक ही मंच पर लाता है, जो स्वास्थ्यसेवाओं की डिलीवरी को बेहतर बनाने में योगदान देते हैं। हमें विश्वास है कि यह कॉन्ग्रेस दुनिया भर में मौजूद भारतीय मूल के चिकित्सकों की सहयोगपूर्ण भावना को और अधिक सशक्त बनाएगा।’’
डॉ महेश कुमार गोयंका, ओेर्गेनाइज़िंग चेयरपर्सन, गैपियो 2022 और डायरेक्टर, इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोसाइन्सेज़ एवं डायरेक्टर, मेडिकल एजुकेशन, अपोलो मल्टीस्पेशलटी हॉस्पिटल्स, कोलकाता ने कहा, ‘‘इस सम्मेलन का आयोजन करते हुए हमें बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है, जो दुनिया भर से भारतीय मूल के चिकित्सकों को एक ही मंच पर लाता है। इस कॉन्ग्रेस में विभिन्न स्पेशलटीज़ के चिकित्सा विशेषज्ञों ने ऐसे आधुनिक अनुसंधानों, प्रमाण आधारित प्रोटोकॉल्स और ऐसी सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं पर चर्चा की जो चिकित्सा क्षेत्र में सुधार लाने में बेहद कारगर हो सकती हैं।’