ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी पर ग्रामीणों ने लगाया बिना कार्य के ही धन निकालने का आरोप
रिपोर्ट- मोहम्मद शब्बीर भेलसर
भेलसर।जहां एक तरफ केंद्र व प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाएं चला रही है ताकि गांव का चहुँमुखी विकास हो सके। सरकार गांव के विकास के लिए पानी की तरह पैसे बहा रही है लेकिन ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी मिलकर सरकार की मंशा पर पानी फेरने का काम कर रहे हैं कुछ ऐसा ही मामला विकास खण्ड रुदौली के ग्राम पंचायत कोपेपुर में देखने को मिला।जहां विकास के नाम पर गांव में धन तो आवंटित हुआ लेकिन उसका धन कहां खर्च हुआ ।
यह जानने के लिए गांव निवासी मसिउद्दीन पुत्र नसीर ने जन सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत जन सूचना मांगी उसके बाद जो जानकारी सामने आई उससे ग्रामीण चकरा गए जहां गांव में विकास के नाम पर ऐसे ऐसे कार्य दिखा दिखा दिए गए हैं जो कार्य वास्तविकता के धरातल पर है ही नहीं वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि विकास कार्य के नाम पर फ्रॉड किया गया है आरटीआई में बताया गया है की गुड्डू के घर से पक्की सड़क तक नाली का निर्माण दिखाया गया है जबकि वास्तविकता यह है कि वहां पर किसी भी नाली का निर्माण नहीं कराया गया है।
और बगैर निर्माण कराए उसका पैसा भी निकाल लिया गया है।ग्रामीणों का कहना है की गांव के तालाब में एक बार ही पानी भरवा कर तीन बार पैसा निकाला गया है हद तो तब हो गई जब एक ही व्यक्ति जुबेर मनिहार को दो अलग-अलग व्यक्तियों के रूप में दिखाकर जुबेर के घर से मनिहार के घर तक नाली निर्माण कार्य दिखाकर पैसा आहरित कर लिया गया है।जबकि इस गांव में शौचालय के निर्माण में भी काफी खेल खेला गया है।
जहां एक तरफ जिले को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया गया है लेकिन इस गांव में शौचालयों का निर्माण अभी भी अधूरा पड़ा हुआ है किसी शौचालय में सीट नहीं है तो किसी में छत ही नहीं है इस तरह किए गए कार्यों से कैसे होगा गांव का विकास और कैसे पूरा होगा सरकार का सपना इस तरह के ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी सरकार के द्दारा चलाए जा रहे स्वच्छ भारत मिशन के सपने को पूरा होने देंगे फिलहाल ऐसा सम्भव नहीं है।
कि जो ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी बिना कार्य किए ही सरकार द्दारा संचालित योजनाओं के धन का बिना कार्य कराए ही बन्दर बांट करके सरकार को चूना लगा कर सरकार की मंशा पर पानी फेरने का कार्य कर रहे हैं ऐसे ही अधिकारी सरकार को बदनाम करने में लगे हुए हैं और गलत रिपोर्ट देकर साशन प्रशासन को गुमराह कर रहे हैं।
इस संबंध में जब ग्राम प्रधान प्रतिनिधि बबलू से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मेरे ऊपर लगाए गए सारे आरोप निराधार उक्त कार्यों को कार्ययोजना में डाला गया है अभी भुगतान नही हुआ है जबकि जन सूचना के तहत समस्त कार्यों का भुगतान होना बताया जा रहा है वहीं मामले की जानकारी के बावत जब खण्ड विकास अधिकारी (डीसी मनरेगा) रूदौली नागेंद्र मोहन त्रिपाठी से बात की गई तो उन्होंने कहा की जन सूचना मांगने वाला व्यक्ति उक्त मामले की हमसे लिखित में शिकायत करे हम उसकी जांच करवाएंगे यदि जांच में दोष सिद्ध होता है तो दोषियों के विरुद्ध कार्यवाई की जाएगी ।।