2011 बैच के ईमानदार और तेज़तर्रार आईपीएस अजय कुमार के शामली कप्तान के रूप में बीते 100 दिन रहे बेहद शानदार
हर रोज़ अपराधियों व भ्रष्टाचारियों में मची रही खलबली
100 दर्जन से अधिक बदमाश गए जेलों के अंदर;
अामजनमानस ने कहा “हमें ऐसे कप्तान मिले हैं वर्षों-वर्षों बाद, जिनसे मिलकर लगता है बेहद अपनापन”
100 दिनों में ही अपराध व अपराधियों की तोड़ी कमर; कहा कार्यवाही जारी रहेगी
रिपोर्ट – सुघर सिंघ सैफ़ई
बीते 100 दिनों में कप्तान ने बिना कोई छुट्टी लिए लगातार अपराध पर काम किया। इस दौरान अपने ख़ास स्टाइल वाला धरपकड़ अभियान ”ऑपरेशन शिकंजा” चलाकर जहाँ एक तरफ़ अभी तक कुल 1316 अपराधी दबोच कर जेल भेजे तो वहीं दूसरी तरफ़ 78 अपराधियों ने ख़ुद ही अपराध न करने की क़सम खाते हुए विभिन्न न्यायालयों में सरेण्डर कर दिया।
जहाँ एक तरफ़ लूट-डकैती के 19 बड़े गिरोहों का भण्डाफोड़ कर सरगनाओं सहित 38 कुख्यात बदमाशों को सलाखों के पीछे का रास्ता दिखाया गया तो वहीं दूसरी तरफ़ 170 अवैध-असलहाधारियों को असलहा-कारतूस सहित गिरफ़्तार कर सनसनीख़ेज़ अपराध करने से पहले ही नाकाम कर उनके सही अंजाम तक पहुँचा दिया।
100 दिन के भीतर 14 मुठभेड़, 33 लुटेरे गिरफ़्तार, 4 डकैत हुए लँगडे़
इन्हीं 100 दिनों के भीतर पुलिस और बदमाशों के बीच 14 बार आमने-सामने की मुठभेड़ हुई जिसमें 33 बदमाशों को पुलिस टीम ने बचाव करते हुए गिरफ़्तार कर लिया जबकि 4 डकैत जिन्होंने सीधे पुलिस पर फ़ायरिंग की वे पुलिस की गोलियों से घायल हुए।
अवैध नशे के सौदागरों पर होती रही कड़ी कार्यवाही; ज़िला छोड भागे नशेबाज़ और उनके आँका
कई क्विण्टल ड्रग्स की बरामदगी शामली में पहली बार हुई। डोडा पोस्त चूर्ण भारी मात्रा में बरामद कर, शराब व ड्रग्स की सप्लाई से संबंधित कुल 356 बदमाशों को जेल भेजा गया है। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है। यही नहीं पूरे मेरठ ज़ोन में सबसे ज़्यादा मात्रा में हरियाणा मार्का शराब पकड़कर शामली पुलिस ने अपनी शानदार कार्यशैली का लोहा मनवाया।
कम्यूनिटी पुलिसिंग भी रही लाजवाब
16 हज़ार बेटियों को किया प्रशिक्षित और एक सरकारी पाठशाला का किया कायाकल्प
बीते 100 दिनों में कम्यूनिटी पुलिसिंग की दिशा में भी कई पहल की गई। कप्तान अजय कुमार ने व्यक्तिगत रूप से *23 बड़े कॉलेजों में मीडिया के सहयोग से कार्यशाला आयोजित कर कुल 16000 (सोलह हज़ार) बेटियों / छात्राओं को स्वयं प्रशिक्षित किया; उनके मन को मज़बूत किया; नारी सशक्तीकरण की दिशा में अनूठा व अनुकरणीय प्रयास किया है, जिसकी चहुँओर भूरि-भूरि प्रशंसा हो रही है।
एक प्राइमरी पाठशाला गोद लेकर उसका भी कर दिया कायापलट
इसी 100 दिन में ही कप्तान अजय कुमार ने 108 ग़रीब छात्रों वाले एक विद्यालय को नव वर्ष पर 2-जनवरी को गोद लिया था, और जनसहयोग से मात्र 40 दिनों के भीतर कायापलट कर दिखाया। अब वही बच्चे जो धूल-मिट्टी में बैठकर पढ़ने को मजबूर थे, वे डेस्क-चेयर पाकर व अपने स्कूल को कान्वेण्ट स्कूल की तरह बदला हुआ पाकर फूले नहीं समा रहे हैं।