उत्तर प्रदेशलखनऊ

कमजोर वर्ग की युवतियों और महिलाओं ने बनाया जायेगा सशक्त

कमजोर वर्ग की युवतियों और महिलाओं ने बनाया जायेगा सशक्त
फ्लिपकार्ट फाउंडेशन ने दीपालय के सहयोग से शुरू किया नारी शक्ति प्रोग्राम

लखनऊ। समाज के कमजोर तबके की महिलाओं और युवतियों को सषक्त और समर्थ बनाने के लिये फ्लिपकार्ट फाउंडेशन ने गैर सरकारी संगठन दीपालय के साथ हाथ मिलाया है। इस पहल के जरिये युवतियों तथा महिलाओं को सशक्त एवं समर्थ बनाने के साथ प्रोग्राम के तहत् 600 से अधिक युवतियों एवं महिलाओं को ऐसी ज़रूरी वोकेशनल स्किल्स दी जाएंगी जो उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बना सकें और साथ ही, उन्हें माइक्रो-एंटरप्राइज़ स्थापित करने के लिए भी प्रोत्साहित भी करें। इस तरह, यह पहल इन युवतियों एवं महिलाओं को आजीविका का सतत जरिया उपलब्ध कराएगी। इस प्रोजेक्ट को हरियाणा के तावड़ू जिले और उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के तितरों नगर में 12 महीने चलाने की योजना है। इस भागीदारी के बारे में, पूजा त्रिशाल, डायरेक्टर, फ्लिपकार्ट फाउंउेशन ने कहा दीपालय के साथ हमारी भागीदारी, शिक्षा और कौशल विकास के जरिए समुदायों को सशक्तग बनाने की हमारी अटूट प्रतिबद्धता का हिस्साऔ है। यह पहल सीमित संसाधनों के साथ गुजर-बसर करने वाली युवतियों एवं महिलाओं के लिए आजीविका के अवसरों को प्रदान करने की दिशा में बढ़ाया गया महत्ववपूर्ण कदम है। हम इससे जुड़कर खुशी महसूस कर रहे हैं और प्रतिभागियों के जरिए समाज पर पड़ने वाले व्यामपक बदलावों को लेकर उत्सुहक हैं। डॉ जॉर्ज जॉन, मुख्यय कार्यकारी, दीपालय का कहना है 1998 से दीपालय ने 1,616 स्वज-सहायता समूहों को स्था्पित कर 17,892 महिलाओं को लाभ पहुंचाने के साथ-साथ 8,431 माइक्रो-एंटरप्राइज़ स्थापित करने में मदद पहुंचायी है। हमारा नारी शक्ति प्रोजेक्ट3 महिलाओं को आत्मर-निर्भरता हासिल करने के उनके सपनों को पूरा करने के मकसद से तैयार किया गया है और इसके लिए उन्हेंथ प्रशिक्षण तथा संसाधन उपलब्धो कराता है ताकि वे अपने खुद के लघु व्यसवसायों को शुरू कर सकें। महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देकर, हम हरेक के लिए बेहतर और उज्जवल भविष्य तैयार कर सकते हैं। हम फ्लिपकार्ट फाउंडेशन तथा गिव इंडिया के आभारी हैं जो हमारे इस लक्ष्य में साझीदार बनने के लिए आगे आए हैं। नारी शक्ति प्रोग्राम आर्थिक और सामाजिक तौर पर कम सुविधा प्राप्त तबके से आने वाली महिलाओं के रास्ते की अड़चनों जैसे कि आजीविका कमाने के सीमित अवसरों और कम साक्षरता दरों से निपटने की दिशा में काम करता है। यह प्रोग्राम 18 साल से अधिक उम्र की उन महिलाओं को प्रशिक्षण देगा जो लक्षित भौगोलिक इलाकों में रहती हैं। प्रशिक्षण दो बैचों में दिया जाएगा, साथ ही उन्हें उद्यमिता, स्वास्थ्य तथा पोषण संबंधी कौशल और क्षमता निर्माण कौशलों से भी सुसज्जित किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के लिए संभावित उम्मीदवारों की पहचान के मकसद से घर-घर जाकर सर्वे किया जाएगा, साथ ही इसके बारे में लोगों को जानकारी भी दी जाएगी। इसके अलावा, प्रोग्राम को सस्टेमनेबल बनाने के लिए, चनिंदा प्रतिभागियों के परिवारों के साथ भी व्यक्तिगत रूप से काउंसलिंग सत्रों को आयोजित किया जाएगा ताकि वे इस पहल के लक्ष्यों को उचित ढंग से समझ सकें। मॉड्यूल को इस तरह से तैयार किया गया है कि इसमें व्या्वहारिक और सैद्धांतिक जानकारी देने के साथ-साथ उद्यमिता प्रशिक्षण पर खास ज़ोर दिया जाएगा। इसके अलावा, प्रतिभागियों को पोषण, सॉफ्ट स्किल्स और लाइफ स्किल्से भी दी जाएंगी। टीचिंग टूल्स और लर्निंग सामग्री के साथ-साथ, नियमित रूप से मूल्यांकन और व्यांवहारिक ज्ञान प्रदान करने पर ज़ोर दिया जाएगा ताकि प्रशिक्षण के बेहतर नतीजे सामने आ सकें। समूह की प्रगति पर नज़र रखने तथा छात्रों के विकास का विश्लेषण करने के लिए कम्युनिटी मोबीलाइज़ेशन और मूल्यां्कनों की भी व्यवस्थाम की जाएगी। प्रतिभागियों को प्रदान किए जाने वाले उद्यमिता प्रशिक्षण की मदद से वे न सिर्फ अपने लिए नौकरियों के अवसरों की पहचान कर सकती हैं बल्कि अपने परिवार की आमदनी में भी योगदान करने के लायक बनेंगी, जिससे भविष्यक की पीढ़ियों के लिए लाभ की स्थिति बनेगी। इन प्रयासों से समाज के कम सुविधा प्राप्त तबके की महिलाओं की सामाजिक तथा आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने में योगदान होगा। पिछले साल, फ्लिपकार्ट फाउंडेशन ने आंध्र प्रदेश, असम, हरियाणा, कर्नाटक, तेलंगाना, उत्तराखंड, उत्तेर प्रदेश तथा पश्चिम बंगाल में कम सुविधा प्राप्त समुदायों के साथ काम करते हुए समाज के विभिन्न, क्षेत्रों को सेवाएं तथा सहयोग देने के साथ-साथ अकुशल और कम सेवा प्राप्त वर्गों तक सेवाएं पहुंचायी ताकि अधिकतम लोगों तक पहुंच बनाते हुए सस्टेनेबल तरीके से प्रभाव डाला जा सके।

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