उत्तर प्रदेशलखनऊ

लखनऊ में स्कूल प्रबंधन समितियों का तीसरा राज्य स्तरीय सम्मेलन आयोजित किया गया


उत्तर प्रदेश राज्य में प्रारंभिक शिक्षा में सुधार के लिए एक सकारात्मक चर्चा

लखनऊ, 24 जनवरी, 2019रू अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन (एआईएफ) और लोकमित्र द्वारा आयोजित स्कूल प्रबंधन समितियों (एसएमसी) के लिए तीसरे राज्य स्तरीय सम्मेलन में 200 से अधिक एसएमसी के सदस्यों ने भाग लिया। तरसाडिया फाउंडेशन-यूएसए द्वारा समर्थित राज्य स्तरीय सम्मेलन, उत्तर प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र में स्कूल प्रबंधन समितियों और हितधारकों के बीच शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई 2009) को लेकर जागरूकता को बढ़ावा देना चाहता है। इस वर्ष, प्रतिभागियों ने अपनी सफलता की कहानियों के साथ-साथ अपने सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में भी बताया और उन्होंने राज्य में प्रारंभिक शिक्षा में सुधार को लेकर हुई सकारात्मक चर्चा में योगदान दिया। इस सम्मेलन में उत्तर प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के 30 जिलों के सरकारी अधिकारियों, एसएमसी सदस्यों, पंचायत प्रमुखों, सरकारी स्कूल के शिक्षकों और 50 से अधिक गैर सरकारी संगठनों ने भाग लिया।
एआईएफ के कंट्री डाइरेक्टर मैथ्यू जोसेफ कहते हैं कि ष्मुझे खुशी है कि एआईएफ का राज्य स्तरीय एसएमसी सम्मेलन हर साल मजबूत हुआ है और हमने इस साल भी बड़ी भागीदारी देखी है। यह सम्मेलन, माइग्रेशन यानी प्रवास से प्रभावित बच्चों की शिक्षा तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए रचनात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए, पब्लिक स्कूल सिस्टम के प्रमुख हितधारकों के लिए सामान्य मंच के रूप में कार्य करता है।ष्
एआईएफ का लर्निंग एंड माइग्रेशन प्रोग्राम (लैम्प) गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के अवसरों तक निरंतर पहुंच प्रदान करके प्रवास से प्रभावित बच्चों की शिक्षा तक पहुंच को सार्वभौमिक बनाने के लिए काम कर रहा है। 2004 में अपनी स्थापना के बाद से, लैम्प ने आरटीई अधिनियम के विभिन्न पहलुओं जैसे एसएमसी सदस्यों के मानदंडों, भूमिकाओं और जिम्मेदारियों और स्कूल डेवलपमेंट प्लान (एसडीपी) तैयार करने के लिए 100,000 से अधिक सामुदायिक सदस्यों को प्रशिक्षित किया है। लैम्प ने भारत के 12 राज्यों के 1,873 गाँवों में मौसमी प्रवास से प्रभावित 468, 502 बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की है।
एआईएफ के बारे मेंरू अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन भारत में सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन को तेज करने के लिए और शिक्षा, आजीविका, जन स्वास्थ्य और नेतृत्व विकास में प्रभावकारी हस्तक्षेपों के माध्यम से अमेरिका और भारत के बीच स्थायी सम्बंध विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। स्थानीय समुदायों के साथ मिलकर काम करते हुए, एआईएफ नये समाधान विकसित करने और परीक्षण करने के लिए गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) के साथ, और टिकाऊ प्रभाव डालने और विकसित करने के लिए सरकारों के साथ के साथ साझेदारी करता है। भारतीय प्रधानमंत्री वाजपेयी के सुझाव को ध्यावन में रखते हुए राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की पहल पर 2001 में स्थापित, एआईएफ ने भारत के 46 लाख गरीबों के जीवन को प्रभावित किया है। अधिक जानने के लिए www.AIF.org पर लॉग इन करें।
AIF का लर्निंग एंड माइग्रेशन प्रोग्राम (लैम्प) अधिकतम माइग्रेशन यानी प्रवासन वाले क्षेत्रों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अवसर प्रदान करता है, और समुदायों और सरकारों से शिक्षा के सार्वभौमिक अधिकार की पैरवी भी करता है। लैम्प अनजाने, सुदूर जिलों में काम करता है, जहां अकसर परिवार द्वारा किए गए संकटपूर्ण मौसमी प्रवास के कारण स्कूल से ड्रॉप आउट होते हैं।
लैम्प, यह सुनिश्चित करने के लिए काम करता है कि ये बच्चे स्कूल जायें, मजबूत बुनियादी कौशल विकसित करें और उनके माध्यमिक स्कूली शिक्षा तक स्कूल में बने रहने में सुधार हो। 2004 में शुरू किया गया, एआईएफ के लैम्प ने चार लाख साठ हजार से अधिक बच्चों के जीवन को प्रभावित किया है।

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