उत्तर भारत में लंग और हार्ट डिजीजसेनिजात दिलाने को नारायणा हेल्थतैयार
उत्तर भारत में लंग और हार्ट डिजीजसेनिजात दिलाने को नारायणा हेल्थतैयार
उत्तर प्रदेश में फेफड़ों की बीमारियों में 90 के दशक के मुकाबले 46 फ़ीसदी इज़ाफा
· एनएच ग्रुप करेगा इंटरैक्टिव साइंटिफिक सेशन का आयोजन
लखनऊ: नारायणा हेल्थ ग्रुप के चेयरमैन एवं एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉक्टर देवी प्रसाद शेट्टीकी दूरदर्शिता को आगे लेजाते हुए नारायणा हेल्थ सिटी-बंगलूरु, नारायणा सुपरस्पेशेलिटी अस्पताल- गुरुग्राम और धर्मशिला नारायणा सुपरस्पेशेलिटी अस्पताल, दिल्ली ने मिलकर 3 अगस्त, 2019 को हिल्टन गार्डन इन, विभूति खंड, गोमती नागर, लखनऊ में कार्डियक साइंसेज और एडवांस्ड पल्मोनरी केयरके क्षेत्र मेंनवीनताओं और आधुनिक बदलावों परएक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजनकिया।
एक शोध के अनुसार उत्तर प्रदेश में फेफड़ों से संबंधित बीमारियों में 90 के दशक के मुकाबले 46 फ़ीसदी बढोतरी हुई हैं, इसके अलावा हार्ट डिजीज के कारण होने वाली मृत्यु पूरे देश में चिंता का विषय हैं।
कार्यक्रम में डॉक्टर जूलियस पुन्नेन, सीनियर कंसल्टेंट- कार्डियोथोरेसिक सर्जरी, हार्ट एंड लंग ट्रांसप्लांट एंड मैकेनिकल सर्कुलेटरी सपोर्ट डिवाइसेज़, नारायणा हेल्थ सिटी, बंगलूरु, डॉक्टर बाशा जे खान, सीनियर कंसल्टेंट पल्मोनरी/ इंटेंसिव केयर, मेडिकल डायरेक्टर- लंग ट्रांसप्लांट, नारायणा हेल्थ सिटी, बंगलूरूऔर डॉक्टर रचित सक्सेना, सीनियर कंसल्टेंट, कार्डियक सर्जन नारायणा सुपरस्पेशेलिटी अस्पताल, गुरुग्रामह्रदयएवं फेफड़ों संबंधी बीमारियों और उनसे निजात पाने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए मौजूद थे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य इन बीमारियों में उन गंभीर लक्षणों औरइलाज के बारे में जागरूकता फैलाना था जिनके बारे में आम धारणा है कि इस स्थिति में कोई इलाज नहीं हो सकता।
आज के बढ़ते वायु प्रदूषणऔर बढती उम्र की जनसँख्या के कारण कार्डियो- पल्मोनोरी बीमारियों में इजाफा हुआ है।नारायणा हेल्थ के डॉक्टरों ने हार्ट और रेस्पिरेटरी फेलियर और ट्रांसप्लांट के विकल्प के क्षेत्र में हाल में हो रहे आधुनिक बदलावों पर यह संवादमूलक चर्चा की। साथ ही टीम ने डायग्नोज़ और सर्जिकल दक्षता को लेकर सीटीईपीएच के महत्व पर भी अपने अनुभव साझा किए।
नारायणा हेल्थकेयर देश के उत्तरी क्षेत्र में भी उच्चस्तरीय सर्विसेस, अनुभवी डॉक्टर्स के साथ धर्मशिला नारायणा सुपरस्पेशेलिटी अस्पताल- नई दिल्ली, नारायणा सुपरस्पेशेलिटी अस्पताल- गुरुग्राम और श्री माता वैष्णो देवी नारायणा सुपरस्पेशेलिटी अस्पताल- कटरा, जम्मू में अपनी सेवाएं दे रहा है।
डॉक्टर जुलियस पुन्नेन, सीनियर कंसल्टेंट- कार्डियोथोरेसिक सर्जरी, हार्ट एंड लंग ट्रांसप्लांट एंड मेडिकल सरकुलेटरी सपोर्ट डिवाइसेज, नारायणा हेल्थ सिटी, बंगलूरू ने कहा कि, “उत्तर प्रदेश भौगोलिक रूप से देश के पांच सबसे बड़े राज्यों में से एक है, इसलिये यहाँ देश की जनसँख्या का एक बड़ा हिस्सा है। ऐसे में पल्मोनरी बीमारियों की बढती संख्या चिंता का विषय है। इसके साथ ही परिदृश्य को देखते हुए मरीजों को बेहतर गुणवत्ता और सेवाएं उपलब्ध कराने के नज़रिए से भी एडवांस मेडिकल एजुकेशनल प्रोग्राम्स को आयोजित किये जाने की भी बहुत आवश्यकता है।“
डॉक्टर बाशा जे खान, सीनियर कंसल्टेंट पल्मोनरी/ इंटेसिव केयर, मेडिकल डायरेक्टर- लंग ट्रांसप्लांट, नारायणा हेल्थ सिटी, बंगलूरु ने कहा कि, “परिदृश्य के अनुसार पिछले लगभग 3 दशक में उत्तर प्रदेश में बढ़ते प्रदूषण के कारण पल्मोनरी बीमारियां बहुत संख्या में बढ़ी हैं।साथ ही शहरी इलाकों में अस्वस्थ जीवनशैली, खान पान की अनियमित आदतें मुख्य घटक हैं। ज़ाहिर तौर पर हमें स्वास्थय से जुडी अच्छी गुणवत्ता और बेहतर सेवाओं की ज़रूरत है।”
डॉक्टर रचित सक्सेना, कार्डियक सर्जन नारायणा सुपरस्पेशेलिटी अस्पताल, गुरुग्रामने कहा कि, “हम अत्याधुनिक तकनीक के साथ ह्रदय संबंधी बीमारियों से लड़ने के लिए एकदम तैयार हैं। हमने नारायणा सुपरस्पेशेलिटी अस्पताल, गुरुग्राम में एलवीएडी (LVAD) का सफलतापूर्वक इम्प्लांट लगाया था।एलवीएडी दरअसल बैटरी से चलने वाला मकेनिकल पंप है जिसे मरीज़ की छाती में लगाया जाता है, यह कमज़ोर दिल को रक्त पंप करने में मदद करता है। एलवीएडी को इम्प्लांट करने की प्रक्रिया जटिल है जिसके लिए तकनीकी और तार्किक कौशल की ज़रूरत होती है जो हमारे केन्द्रों में मौजूद है।ज़रूरत इस बात की है कि मरीजों में इस बात की जानकारी हो कि अब ऐसी अत्याधुनिक तकनीक और सुविधाएँ मौजूद हैं और इम्प्लान्ट्स के सफल होने की दर भी तेज़ी से बढ़ रही है जिससे मरीज़ सफल इलाज की उम्मीद कर सकते हैं। निश्चित ही यह इलाज महंगा है लेकिन नारायणा हेल्थ में मरीज़ को अधिक से अधिक मदद देने की कोशिश रहती है।“
राज्य में इन सभी चिंताओं को ध्यान में रखते हुए कल एडवांस मेडिकल एजुकेशनल प्रोग्राम आयोजित किया जायेगा, जिसका उद्देश्य बेहतर स्वस्थ्य सुविधाओंको प्रोत्साहित करना है, इसमेंडॉक्टर जूलियस पुन्नेनऔर डॉक्टर बाशा जे खान अपने अनुभव व विचार प्रस्तुत करेंगे।
नारायणा हेल्थ अपनी नैतिक ज़िम्मेदारी को बखूबी समझता है और लगातार जागरूकता फ़ैलाने के प्रोग्राम आयोजित करता रहा है।डॉक्टर जूलियस पुन्नेन ‘एडवांस थेरेपी फॉर हार्ट फेलियर जिसमें हार्ट ट्रांसप्लांट और मैकेनिकल सर्कुलेटरी सपोर्ट डिवाइस’पर औरडॉक्टर बाशा जे खान ‘लंग ट्रांसप्लांट- करंट इंडियन सिनेरियो, क्रोनिक थ्रोम्बोएम्बोलिक पल्मोनरी हाइपरटेंशन’ पर अपनी बात रखेंगे।