भारत में छोटे शस्त्र एवं गोला-बारूद निर्माण के लिए ‘मेक इन इंडिया’ के तहत बनाऐ जाएंगे शस्त्र और गोला-बारूद
कल्याणी ग्रुप और आर्सेनल जेएस कंपनी की स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप
‘मेक इन इंडिया’ के तहत शस्त्र और गोला-बारूद बनाए जाएंगे
कल्याणी ग्रुप की सुरक्षा उत्पाद क्षेत्र की कंपनी कल्याणी स्ट्रैटेजिक सिस्टम्स लिमिटेड (केएसएसएल) और बल्गेरिया की आर्सेनल जॉइंट स्टॉक कंपनी के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। भारत में छोटे शस्त्र और गोला-बारूद के निर्माण के लिए यह स्ट्रैटेजिक साझेदारी की गयी है।
“एआर” 7.62 x 39 एमएम असॉल्ट रायफल आणि “एमजी” 7.62 x 51 एमएम मशीन गन सीरिज के विनिर्माण की क्षमताओं को भारत में विकसित करने के महत्वकांक्षी उद्देश्य से केएसएसएल और आर्सेनल यह दोनों कंपनियां साथ मिलकर काम करेंगी। सुरक्षा दलों की आवश्यकता के अनुसार खास प्रकार के गोला-बारूद बनाने के लिए दस सालों के प्रोग्राम में भी यह साझेदारी सक्रीय रूप से हिस्सा लेगी। आर्सेनल के छोटे शस्त्र भारत में पिछले कई दशकों से इस्तेमाल किए जा रहे हैं और उनका अच्छा प्रदर्शन लगातार साबित हुआ है।
आर्सेनल 7.62 x 39 एमएम असॉल्ट रायफल एआर-एम 5एफ41 आर्सेनल 7.62 x 51 एमएम मशीन गन एमजी-एम2
केएसएसएल के चेयरमैन श्री रजिंदर सिंग भाटिया ने बताया, “छोटे शस्त्रों के विनिर्माण क्षेत्र में प्रवेश करते हुए हम बहुत खुश और उत्सुक हैं। इस स्ट्रैटेजिक साझेदारी से वैश्विक स्तर के डिज़ाइन के साथ ओईएम के तौर पर आर्सेनल की आज तक की तकनीकी, ज्ञान और अनुभव निपुणताएं और कल्याणी ग्रुप की विकास और प्रौद्योगिकी क्षमताओं का मिलाप हो रहा है। इस साझेदारी से सुरक्षा दलों के लिए देश में बनाए गए, सर्वोत्तम गुणवत्ता के और कम खर्च के शस्त्र मुहैया कराए जाएंगे। केंद्र सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के लिए यह साझेदारी अनुरूप है।”
आर्सेनल 2000 जेएस कंपनी के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर हरिस्तो इबोयूचेव ने बताया, “भारत के रक्षा मंत्रालय के लिए असॉल्ट रायफल, मशीन गन और गोला-बारूद के विनिर्माण में कल्याणी ग्रुप के साझेदार के रूप में मेक इन इंडिया अभियान में भाग लेने वाली बल्गेरिया की पहली डिफेन्स ओईएम बनना हमारे लिए अत्यंत गर्व की बात है।”