राम नगरी के संतो को भा गई पीएम मोदी की धार्मिकता
राम नगरी के संतो को भा गई पीएम मोदी की धार्मिकता
रिपोर्ट साजिद हुसैन
अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त को श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के कार्य का शुभारंभ भूमि पूजन करके किया। इस दौरान पीएम मोदी की धार्मिकता रामनगरी के संतो को भा गई संतो ने कहा कि पीएम मोदी ने अयोध्या की धरती पर उसकी मर्यादा के अनुकूल ही आचरण किया वह भक्ति भाव में रचे _ बसे नजर आए।
पीएम मोदी सादगी संस्कार व समर्पण का संदेश देने के साथ ही राम की मर्यादा अपनाने की भी सीख दे गए। मजेदार छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास पीएम मोदी का संस्कार देखकर अत्यंत हर्षित है। वे कहते हैं कि धर्म नगरी में भगवान राम के प्रति उसका समर्पण देख एहसास हो गया कि अब वह दिन दूर नहीं जब पूरी दुनिया सनातन संस्कृत का लोहा मानेगी इसका नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही करेंगे|
जगतगुरु राम दिनेशाचार्य ने कहा कि यह देख कर मन भाव विभोर हो गया है कि राष्ट्र नायक रघुनायक किस चरण में साष्टांग लेट गया। यह राम के प्रति उनकी आजाद भक्ति का परिचायक था राम के सामने साष्टांग दंडवत प्रणाम केवल भक्ति का चरम ही नहीं बल्कि दिशा परिवर्तन का भी संकेत था भारतीय सनातन धर्मावलंबी या दृश्य गौरवान्वित महसूस किए होंगे मोदी के हाथ केवल राम मंदिर की ही नहीं बल्कि रामराज्य की भी नीव प्रारंभ हो गई है।
मोदी का या आचरण दिव्यता व तेज प्रदान करने का काम करेगा महंत सुखदेव दास भोले की मोदी ने जिस संस्कार सादगी समर्पण और भक्ति भावना का प्रदर्शन राम नगरी की धरती पर किया वह निश्चित है गौरवान्वित करने वाला है हम सौभाग्यशाली हैं कि हमारे देश का प्रधानमंत्री सनातन संस्कृत का पताका पूरे विश्व में फैला रहा है संत समाज उनकी धार्मिकता का कायल हो चुका है पूरी तरह से अयोध्या की धरती पर भक्ति भाव में रचे बसे नजर आए |
महंत वैदेही बलभास्करण ने कहा कि इतनी उच्च पद पर विराजमान व्यक्ति के अंदर इतनी विनम्रता व सादगी आह्लादित करने वाली है श्री राम की धरती पर जो आचरण संस्कार भक्तिभाव मोदी जी ने प्रस्तुत किया वह पूरे विश्व को एक संदेश देने का काम करेगा राम हमारी आस्था के केंद्र बिंदु होने के साथ राष्ट्रीय अस्मिता के भी पर्याप्त है मोदी जी ने अपनी धार्मिकता के जरिए शायद यही संदेश देने का प्रयास किया।
5 अगस्त को भूमि पूजन समाप्त होने के बाद ही पूरे भारत में चारों तरफ खुशियों की लहर दौड़ उठी, पूरे भारत में सभी ने दीपक जलाकर खुशियां मनाई।