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एचडीएफसी बैंक का प्रमुख लक्ष्य भारत का पसंदीदा बैंकिंग भागीदार बनना

एचडीएफसी बैंक का प्रमुख लक्ष्य भारत का पसंदीदा बैंकिंग भागीदार बनना

मुंबई, 4 मई, 2023: एचडीएफसी बैंक, भारत का प्रमुख निजी क्षेत्र का बैंक, बेहतर ग्रामीण जीवन को सक्षम करने के लिए आदर्श वित्तीय भागीदार बनने की कल्पना करता है। बैंक ने देश के अर्ध शहरी और ग्रामीण अंचलों (एसयूआरयू) में अपनी उपस्थिति का विस्तार करने की योजना बनाई है। इस मजबूत प्रयास के एक हिस्से के रूप में अधिक से अधिक शाखाओं को ब्रांच नेटवर्क में जोड़ने और इस बाजार वर्ग के लिए कस्टमाइज्ड उत्पादों को लॉन्च करने का इरादा रखता है। बैंक इन स्थानों पर चालू वित्त वर्ष में 675 से अधिक शाखाओं को जोड़ने की तैयारी कर रहा है ताकि शाखाओं की कुल संख्या 5000 के करीब हो जाए। 31 मार्च, 2023 तक, बैंक की कुल 7821 शाखाओं में से 52 प्रतिशत अर्ध शहरी और ग्रामीण अंचलों (एसयूआरयू) में थीं।

बैंक ने एसयूआरयू क्षेत्रों के लिए एक इंडस्ट्री-फर्स्ट, कस्टमाइज्ड प्रोग्राम “विशेष” लॉन्च किया है। यह एक अनूठा कार्यक्रम है क्योंकि यह फाइनेंशियल और वेलनेस लाभों का मिक्स प्रदान करता है और अर्ध शहरी और ग्रामीण भौगोलिक क्षेत्रों में ग्राहकों को एक प्रीमियम बैंकिंग अनुभव प्रदान करने के लिए तैयार किया गया है।
श्री अरविंद वोहरा, ग्रुप हेड, रिटेल ब्रांच बैंकिंग ने कहा कि “एक बैंक के रूप में हमारा मानना है कि भारत कल के भारत के लिए महत्वपूर्ण है और ग्रामीण जीवन में सुधार भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए महत्वपूर्ण है। हमारे अद्वितीय ग्राहक जुड़ाव मॉडल और अर्ध-शहरी और ग्रामीण भौगोलिक क्षेत्रों में ग्राहकों के लिए अलग-अलग ऑफर्स बैंक को ग्रामीण जीवन को समृद्ध बनाने के लिए एक आदर्श भागीदार की भूमिका निभाने की स्थिति में लाते हैं।”
श्री वोहरा ने कहा कि “आज, महानगरों और टियर 1 शहरों से परे रहने वाले भारतीयों का एक बड़ा वर्ग शहरी भारत के समान जीवन स्तर और बैंकिंग उत्पादों/वित्तीय सेवाओं की तलाश करता है। जब इस जरूरत को पूरा करने की बात आती है तो एचडीएफसी बैंक सबसे आगे रहा है। “विशेष” जैसे कस्टमाइज्ड उत्पादों को लॉन्च करना इस दिशा में एक और कदम है।”
नए उत्पादों/सेवाओं को लॉन्च करने के अलावा, बैंक के पास एक अनूठा ग्राहक सहभागिता मॉडल है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले वरिष्ठ और सम्मानित लोगों जैसे सरपंचों, शिक्षकों और प्रमुख अधिकारियों को सम्मानित करता है क्योंकि वे गांवों के विकास और प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बैंक फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री मंत्रालय द्वारा शुरू की गई वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना का प्रबल समर्थक है, जिसका लक्ष्य भारत के प्रत्येक जिले को एक निर्यात केंद्र में बदलना है और इस प्रकार एक “आत्मनिर्भर भारत” के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक कदम उठाना है। अपने “बैंक ऑन व्हील्स” कार्यक्रम के माध्यम से एचडीएफसी बैंक बैंकिंग को गांवों के दरवाजे तक ले गया और इस प्रकार वित्तीय समावेशन के लक्ष्य को आगे बढ़ाया है। इसके “बैंकिंग की पाठशाला” कार्यक्रम ने लगभग 10 लाख लोगों को धोखाधड़ी, वित्तीय साक्षरता और बैंकिंग बेसिक्स के बारे में जागरूकता फैलाने में मदद की। इसके अतिरिक्त, अपने सीएसआर कार्यक्रम-परिवर्तन के माध्यम से, बैंक समग्र क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम के तहत काफी तेजी से 3335गांवों (23 राज्यों में फैले) तक पहुंच गया है।

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