Uncategorized

एनएसडीएल ने शुरू किया यूपी के हरदोई में प्रोजेक्ट संजीवनी

एनएसडीएल ने शुरू किया यूपी के हरदोई में प्रोजेक्ट संजीवनी

एसबीआई फाउंडेशन के सहयोग से
क्लीनिक आन व्हील

लखनऊ, 20 अप्रैल

एनएसडीएल ने एसबीआई फाउंडेशन के सहयोग से एसबीआई कारपोरेट सेंटर से मोबाइल मेडिकल यूनिट-संजीवनी की शुरुआत की है। संजीवनी सबसे वंचित समुदायों को प्रीवेंटिव, क्यूरेटिव, रेफरल और डायग्नोस्टिक हेल्थ केयर सेवाएं उपलब्ध कराने वाला क्लीनिक आन व्हील है। प्रोजेक्ट संजीवनी को एनजीओ ‘डाक्टर्स फार यू’ के माध्यम से लागू किया गया है।
इन मोबाइल मेडिकल यूनिटों के माध्यम से एनएसडीएल का उद्देश्य जरुरतमंद समुदायों को तीन स्थानों मुंबई (महाराष्ट्र ), बक्सा (आसाम ) और हरदोई (उत्तर प्रदेश ) में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। मुंबई में प्रोजेक्ट का लक्ष्य शहरी मलिन बस्तियों धारावी, गोवंदी, सायन और कुर्ला आदि में जरुरतमंद लोगों को उनके घरों पर डायग्नोस्टिक व रेफरल क्यूरेटिव हेल्थकेयर सेवाएं उपलब्ध कराना है। नीति आयोग द्वारा अधिसूचित आकांक्षी जिलों हरदोई और बक्सा में प्रोजेक्ट ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही आदिवासी इलाकों में भी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएगा।
प्रत्येक यूनिट हर लोकेशन पर लगभग 20000 लाभार्थियों को सेवा देने के लिए सुसज्जित है। कुल मिलाकर एक वर्ष में तीनों स्थानों पर लगभग 60000 लाभार्थियों तक सेवाएं पहुंचाने की व्यवस्था है।
इस अवसर पर एनएसडीएल की एमडी एवं सीईओ, श्रीमती पद्मजा चुंदुरु ने कहा, “ संजीवनी की पहल के लिए एसबीआई जैसी प्रतिष्ठित संस्था के साथ जुड़कर एनएसडीएल को गर्व का अनुभव हो रहा है। इस प्रोजेक्ट से न केवल ग्रामीण आबादी को प्राथमिक चिकित्सा सुनिश्चित हो सकेगी बल्कि भारत के सुदूर गांवों में स्वास्थ्य में सुधार होगा। एनएसडीएल का लक्ष्य ग्रामीण और दूर बसे समुदायों को सेवा प्रदान करने के लिए इस प्रोजेक्ट का विस्तार देश के अन्य राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में करना है।
‘असेवित क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने वाला प्रोजेक्ट संजीवनी हमारे सीएसआर प्रयासों में एक अहम स्थान रखता है। मुझे प्रसन्नता हो रही है कि भारत के रणनीतिक रूप से तय किए गए स्थानों पर प्रोजेक्ट को लागू करने के लिए एनएसडीएल ने हमारे साथ हाथ मिलाया है’, श्री संजय प्रकाश, एमडी एवं सीईओ एसबीआई फाउंडेशन ने कहा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Back to top button