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प्रवासी बच्चों की शिक्षा और देखभाल पर राज्य स्तरीय परामर्श का हुआ आयोजन

प्रवासी बच्चों की शिक्षा और देखभाल पर राज्य स्तरीय परामर्श का आयोजन किया गया
मौसमी प्रवास प्रवासी बच्चों और उनकी शिक्षा को संबोधित करने के लिए एक मंच

लखनऊ 28 नवंबरए 2019 अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन । ने आज प्रवासी बच्चों की देखभाल और शिक्षा के मुद्दे पर राज्यण्स्तरीय परामर्श का आयोजन किया जिसमें सरकारी अधिकारियों एसएमसी सदस्यों अकादमिक क्षेत्र के लोगों शिक्षाविदों और गैरण्सरकारी संगठनों सहित उत्तर प्रदेश के 30 जिलों के 200 लोगों ने भाग लिया। एआईएफ के साझेदार संगठनए लोकमित्र के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में मौसमी प्रवास के मुद्दों और प्रवासी बच्चों पर इन मुद्दों के प्रभाव के बारे में व्यापक जानकारी साझा की गयी।

इस परामर्श से प्रतिभागियों को ग्रामीण प्रवास के संदर्भ को समझने शिक्षा तक आसान पहुँच सुनिश्चित करने और शिक्षा प्रणाली में प्रवासी बच्चों को शामिल करने के लिए रणनीतियों पर चर्चा करने का एक मंच मिला। इसके साथ ही इस परामर्श ने वर्तमान साक्ष्यण्आधारित ऐसी प्रथाओं को समझने के लिए भी एक मंच प्रदान किया जो मापने योग्यस हों और अनुकरणीय हों। उत्तर प्रदेश में माताण्पिता समुदायों और सरकार के बीच शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009द्ध को व्यापक रूप से अपनाने की दिशा मेंए ए आई एफ द्वारा किये जाने वाले पैरवी के प्रयासों को तरसाडिया फाउंडेशनण्अमेरिका और वेस्ट ब्रिज कैपिटल द्वारा समर्थन प्राप्त है।

लर्निंग एंड माइग्रेशन प्रोग्रm जहां मौसमी प्रवासन क्षेत्रों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के अवसर प्रदान करता है वहीं शिक्षा के सार्वभौमिक अधिकार के लिए समुदायों और सरकारों से पैरवी भी करता है। 2004 में अपनी स्थापना के बाद से स्।डच् भारत के 12 राज्यों के 1ए873 गाँवों में मौसमी प्रवास से प्रभावित 514ए871 बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की है। स्।डच् ने आरटीई अधिनियम के विभिन्न पहलुओंए जैसे एसएमसी सदस्यों के मानदंडोंए भूमिकाओं और जिम्मेदारियों के बारे में 100ए000 से अधिक सामुदायिक सदस्यों को प्रशिक्षित किया है।

इस अवसर परए मैथ्यू जोसेफ कंट्री डायरेक्ट रए ।प्थ् ने बताया कि ष्अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन के लिएए स्कूल प्रशासन में सामुदायिक भागीदारी की पहचान करना और सक्षम बनाना महत्वपूर्ण क्षेत्र है जिस पर फाउंडेशन ध्यािन देता है। इस राज्यण्स्तरीय परामर्शमें ऐसी सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं को खोजने और साझा करने के लिए विभिन्न पृष्ठभूमि के प्रमुख लोग शामिल हुएए जिन प्रथाओं ने जोखिम का सामना कर रहे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुँच बनाने में उन्हेंय सक्षम और सशक्त बनाया है।

मुख्य भाषण देते हुए उत्तर प्रदेश ययूपीद्ध के राज्य बाल संरक्षण आयोगय एससीपीसीआरद्ध की सदस्य डॉ प्रीति वर्मा ने कहाए श्।प्थ् और लोकमित्र यूपी के अधिकांश ग्रामीण इलाकों में क्वालिटी एजुकेशन को बढ़ावा दे रहे हैं। मैं इस अवसर पर उन्हें एससीपीसीआर के साथ उनके कार्यक्रमों को शेयर करने का अनुरोध करना चाहती हूं। इसके अलावाए कार्यक्रम से सर्वश्रेष्ठ प्रेक्टिसेस को यूपी सरकार के साथ शेयर करने की आवश्यकता है।

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