आखिर शिवपाल ने क्यों बनाई नई पार्टी ?
लखनऊ. समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव नें एक नए समाजवादी सेक्युलकर मोर्चा का गठन कर दिया है। शिवपाल यादव ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है जहां विपक्ष एकजुट होकर 2019 में बीजेपी को सत्ता से बाहर करने की कवायद में जुटा है। इससे बीजेपी को कहीं न कहीं से फायदा जरूर होगा।
समाजवादी पार्टी में हाशिये पर चल रहे शिवपाल यादव ने ऐसा कदम क्यों उठाया है। यह सवाल सबके मन में उठ रहा है।
आइये जानते हैं शिवपाल यादव ने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का गठन क्यों किया है…
बिना शिवपाल के होती थी मीटिंग
सपा की किसी भी मीटिंग में शिवपाल सिंह यादव को नहीं बुलाया जा रहा था। उपेक्षा का ये सिलसिला लंबे समय से चल रहा था। इस बात को आज शिवपाल सिंह यादव ने खुद मीडिया के सामने भी कहा।
2017 चुनाव के दौरान शिवपाल की उपेक्षा
इसके बाद यूपी विधानसभा चुनाव 2017 के दौरान भी शिवपाल यादव की भारी उपेक्षा की गई। उन्हें प्रचारक ही नहीं बनाया गया। चुनावी रणनीति में महारत होने के बावजूद उनकी अनदेखी की गई और आखिरकार पार्टी को हार का सामना करना पड़ा।
मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था
सपा सरकार में अक्टूबर 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंत्रीमंडल से अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव को हटा दिया था। इनके अलावा ओमप्रकाश सिंह, नारद राय और शादाब फातिमा को हटा दिया था। बाद में चुनाव के दौरान नारद राय और फातिमा बसपा में शामिल हो गए थे।
वर्ष 2017 में शिवपाल को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर नरेश उत्तम को कमान सौंप दी गई थी।