जाम से कराह उठे हैं फैजाबाद के लोग इसका जिम्मेदार विकास प्राधिकरण भी है
साजिद हुसैन की खास रिपोर्ट
फैजाबाद।,बढ़ती हुई जनसंख्या और चरमराई ट्रैफिक व्यवस्था से लोग कराह उठे हैं अयोध्या हनुमानगढ़ी मंगलवार को जबरदस्त जाम लग जाता है गुदरी बाजार चौराहा ICI बैंक रिकाबगंज चौराहा और चौक से लेकर फतेहगंज तक जबरदस्त जाम का सामना लोगों को करना पड़ता है इसका काफी हद तक जिम्मेदार विकास प्राधिकरण भी है जिसमें उसने नक्शा तो पास कर दिया अब बड़े बड़े माल शॉप और दुकानें खुल गई पर कहीं भी पार्किंग की व्यवस्था नहीं है जिससे आने वाले लोग सड़कों पर ही गाड़ी पार्किंग करते हैं जिससे जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है कानून के जानकार यह मानते हैं की माल या कोईबड़ी शॉप मार्केट या मैरिज हाल उन सब में पहले पार्किंग की व्यवस्था देखी जाती है और पार्किंग के लिए बेसमेंट बनाया जाता है जिसमें गाड़ी पार्क हो सके पर यह बेसमेंट कमर्शियल इस्तेमाल ज्यादा हो रहा है जाहिर है बेसमेंट पार्किंग के लिए बनाया जाता है लेकिन उसमें दुकान और बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल चलाए जा रहे हैं आप आमतौर पर देख सकते हैं चौक अमन मार्केट से लेकर फतेहगंज तक जाम लग जाता है और गुदरी बाजार से लेकर रिकाबगंज चौराहे तक जबरदस्त बेसमेंट बना हुआ है जिसका इस्तेमाल पार्किंग के लिए नहीं हो रहा है बल्कि उस में बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल खुल गए हैं जिससे कस्टमर गाड़ी रोड पर ही पार कर देते हैं और जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है घंटे घंटे लोग जाम में फंसे रहते हैं इसी जानकारी के लिए साजिद हुसैन ने विकास प्राधिकरण से जन सूचना के तहत 5 बिंदुओं पर जानकारी विकास प्राधिकरण से मांगी जिसमें कुछ जगहों का हवाला भी दिया गया है जैसे निर्मल डेंटल क्लीनिक के नीचे दुकान मेकअप बाजार बजाजा न्यू दुल्हन एंपोरियम बजाजा राजरानी कलेक्शन श्री कलेक्शन अशोक कलेक्शन रंगोली मैचिंग अमेरिकन डेंटल के बगल बजाजा सुमंगल टेक्सटाइल्स महेश टेक्सटाइल्स बजाजा नूर कांप्लेक्स नियावां रोड हिना कांप्लेक्स रिकाबगंज रोड नियावां घनश्यामदास बुकसेलर के बगल चौक फैजाबाद शामिल है जहां पर बेसमेंट के अंदर दुकानें चलाई जा रही हैं जिन 5 बिंदुओं पर जानकारी मांगी है उसमें पहला कि अयोध्या फैजाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा मकानों के नक्शे पास किए जाते हैं जिसने फ्रंट बैक में सेट बैक छोड़ा जाता है यदि हां तो कितना क्या माल का नक्शा पास कराने में बेसमेंट व्यापार करने के लिए होता है यदि नहीं तो किस लिए तीसरा क्या बजाजा चौक फैजाबाद में निम्न बिल्डिंग में बेसमेंट पास किया गया है यदि हां तो किस उपयोग हेतु पास किया गया है चौथा क्या धारा 3 में वर्णित बिल्डिंग में आगे व पीछे सेट बैक छोड़ा गया है यदि हां तो कितना पांचवा सवाल क्या अयोध्या फैजाबाद विकास प्राधिकरण के अधिकारी पास नक्शे पर बनी बिल्डिंग का मुआयना करते हैं इन 5 बिंदुओं पर विकास प्राधिकरण से जन सूचना के तहत जानकारी मांगी गई है क्योंकि बढ़ती हुई आबादी से जाम की स्थिति विस्फोटक होती जा रही है यहां तक कि जाम में फंसे लोग आपस में लड़ने झगड़ने तक लगते हैं और मामला हाथापाई तक आ जाता है क्योंकि सबको जल्दी रहती है किसी को ऑफिस जाना है किसी को अस्पताल जाना है किसी को समय पर स्टेशन पहुंचकर गाड़ी पकड़ना है किसी बच्चों को स्कूल जाना है तमाम ऐसे काम है जो टाइम पर पहुंचना ही पड़ता है पर जाम में फंसे लोग इस कदर गुस्सैल हो जाते हैं क्योंकि वह टाइम पर अपने स्थान पर नहीं पहुंच पाते जिससे वह गुस्सा हो जाते हैं और मारपीट पर उतारू हो जाते हैं इसका जिम्मेदार कौन है क्योंकि दिन-ब-दिन गाड़ियां बढ़ती जा रही है आजकल ई रिक्शा बेपनाह दौड़ रहा है उसका ना कोई रोड ना कोई स्टैंड है वह बेहिसाब रोड पर गाड़ी दौड़ा रहे हैं उनसे कोई पूछने वाला भी नहीं है दिन-ब-दिन बढ़ती हुई गाड़ियां विस्फोटक स्थिति पैदा कर रही है क्योंकि गाड़ियां तो बढ़ रही है जनसंख्या तो बढ़ रही है पर रेड उतनी ही चौड़ी है उतनी ही लंबी है उस पर से रोड पर अतिक्रमण क्योंकि अगर बेसमेंट पार्किंग के लिए है तो बहुत सी गाड़ियां बेसमेंट में खड़ी की जा सकती है लेकिन वहां पर स्टैंड ना होकर पार्किंग ना होकर उसमें बड़ी बड़ी दुकानें चलाई जा रही है जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है अगर पार्किंग की व्यवस्था नहीं की गई और इसी तरह रोड पर आए दिन नई नई गाड़ियां बढ़ती रही और कोई सिस्टम नहीं बनाया गया तो वह दिन दूर नहीं जब आपस में लोग मारामारी करते आमतौर पर दिखाई देंगे इसकी व्यवस्था शासन और प्रशासन दोनों को करना पड़ेगा और इसमें विकास प्राधिकरण को भी सहयोग करना पड़ेगा कि अगर जिसका बेसमेंट है उसमें ही पार्किंग की व्यवस्था हो अगर ऐसा कोई नहीं करता है तो उसके खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की जाए ताकि इस जाम की समस्या निजात मिल सके और आराम से लोग अपने अपने समय से अपनी जगह पहुंची और आपसी झंझट से बचें अब देखने वाली बात यह है कि कब यह समस्या से लोगों को छुटकारा मिल पाएगा ऐसा नहीं कि सिर्फ आम लोग ही इस जाम में फंस ते हैं बड़े बड़े अधिकारी की गाड़ियां भी जाम में फंस जाती हैं बावजूद इसके वो मौन रहते हैं और इसका कोई हल नहीं निकालतेजब जिम्मेदार लोग ही इस तरह से आंखें चुराएंगे जिम्मेदारियों से भागेंगे तो यह समस्या का निपटारा कौन करने आएगा यह भी एक बड़ा सवाल है जब इस जिले को चलाने वाली ही जिम्मेदारी से बचेंगे तो यह जिला किस तरह से अपने सिस्टम से चल पाएगा कई सवाल हैं जो जनता जानना चाहती है कि हम अपनी फरियाद कहां किससे और कैसे किन लफ्जों में करें के इन अधिकारियों का दिल पसीजे और हमें समस्या से छुटकारा मिल सके आखिर यह जनता कहां जाए किसके दर पर जाए किससे फरियाद करें यह बात सच्ची है पर थोड़ा कड़वी भी है आज नहीं तो कल इसके बारे में सोचना ही होगा