हापुड़ 25 दिसंबर। बहाली शासनादेश की मांग को लेकर हजारों जनस्वास्थ्य रक्षक आज राष्ट्रीय अध्यक्ष धनीराम सैनी के नेतृत्व में लखनऊ के लिए रवाना हो हुए। विश्व प्रसिद्ध गढ़ मुक्तेश्वर क्षेत्र के ब्रजघाट पर उत्तर प्रदेश के सभी जिलों से आये जनस्वास्थ्य रक्षको कई भारी भीड़ को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महासचिव मनोज कुमार ने कहा कि हम उत्तर प्रदेश की वर्तमान योगी सरकार के आभारी हैं जिसने जनस्वास्थ्य रक्षकों की पन्द्रह वर्षो से चली आ रही मांगो को स्वीकार करते हुए ग्राउंड सर्वे का सरकारी कार्य सभी जिलों में त्वरित गति से पूरा कराया है। अब जनस्वास्थ्य रक्षकों को बहाली शासनादेश दिए जाने की प्रक्रिया प्रारंभ होनी चाहिए जिस पर सरकार ध्यान दिलाने के लिए हजारों जनस्वास्थ्य रक्षक दिन रात पैदल चल कर गढ़ मुक्तेश्वर से लखनऊ पहुचेगे।
इस मौके पर मौजूद राष्ट्रीय अध्यक्ष धनीराम सैनी बताया कि उत्तर प्रदेश की परिवार कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी की सैधान्तिक सहमति मिलने के साथ ही जनस्वास्थ्य रक्षकों की बहाली प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है तमाम वित्तीय प्रस्तावनाय भी सचिवालय और विभागीय स्तर पर लगभग पूरी की जा चुकी है सबसे बड़ी बात यह है कि बहाली शासनादेश लाने से पूर्व ग्राउंड सर्वे का कार्य भी सभी जिलों में लगभग पूरा हो चुका है अब यह निवेदन मार्च जनस्वास्थ्य रक्षकों की बहाली के लिए शासनादेश जारी किये जाने का सामूहिक निवेदन है जिसे गंगा नदी के तट से चल कर आदि गंगा गोमती तक संचालित किया जाएगा प्रदेश अध्यक्ष रामसरण झा के अनुसार जनस्वास्थ्य रक्षकों की भूमिका बहुत बड़ी है हमारी सेवाओं के कारण चेचक और पोलियो जैसी महामारियो को जड़ से उखाड़ दिया गया है फाइयलेरिय कालाजार, डेंगू और मलेरिया जैसे रोगों से निपटने में जनस्वास्थ्य रक्षक वर्षों तक अपनी दक्षता प्रमाणित कर चुके हैं इतनी महत्वपूर्ण सेवा इकाई को केन्द्र और राज्य सरकारों ने अबतक किनारे क्यों छोड़ा है यह सामाजिक चिंतन का विषय बनना चाहिए।
गढ़मुक्तेश्वर से चल कर शाहजहांपुर, सीतापुर से गुजर कर दो सप्ताह में लखनऊ पहुचेगा जहां पहुंच कर प्रदेश के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और परिवार कल्याण मंत्री को संस्था के पदाधिकारी औपचारिक मांग पत्र देकर बहाली शासनादेश जल्द से जल्द लाये जाने की बात सरकार के सामने रखेगे हापुड़ से रवाना हुए इस निवेदन मार्च में सभी जिलाध्यक्ष, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य और हजारों जनस्वास्थ्य रक्षक मौजूद रहे। राष्ट्रीय महासचिव मनोज कुमार ने कहा कि हापुड़ से लखनऊ तक पहुंचने वाला यहा 450 किलोमीटर का निवेदन मार्च केवल जनस्वास्थ्य रक्षकों की लड़ाई नहीं है बल्कि आजादी के बाद का एक महत्वपूर्ण लोक अभियान है जिसमें समाज के सभी वर्गों का सहयोग मिलना चाहिए उन्होंने सभी चैनलों और समाचार पत्रों द्वारा लगातार दिए जाने वाले सहयोग पर ध्यानवाद देते हुए कहा कि श्रमिक संघर्षों के इतिहास में मील का पत्थर बनने जा रहे इस लोक अभियान से गांव दैहातो की साधन हीन आबादी का भविष्य जुड़ा है जिनके लिए कभी जनस्वास्थ्य रक्षक योजना का गठन किया गया था