बस का टायर फटने से पलट गयी बस, सात की मौत, 59 घायल
कई मीटर तक घसिटती रही बस ड्राइवर नहीं कर सका कंट्रोल
अमरोहा। अमरोहा से संभल जा रही सवारियों से भरी खटारा प्राइवेट बस टायर फटने से पलट गई। बस में सवार सात लोगों की मौत हो गई जबकि 59 लोग घायल हो गए। घायलों में 10 की हालत नाजुक बताई जा रही है। हादसे की सूचना पर जिला अस्पताल पहुंचे डीएम-एसपी और जनप्रतिनिधियों ने घायलों का हाल जाना और गंभीर रुप से घायलों को रेफर कराया।
हादसा थाना डिडौली क्षेत्र में जोया-संभल रोड स्थित तुर्की इंटर कालेज पलौला के ठीक सामने शुक्रवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे हुआ है। अमरोहा से 70 से अधिक सवारियां लादकर संभल की ओर जा रही तेज रफ्तार प्राइवेट बस का टायर अचानक फट गया, जिससे बस सड़क किनारे पलटकर एक पेड़ पर गिर गई और दो हिस्सों में टूट गई। हादसे का धमाका और सवारियों की चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण पहुंच गए। उन्होंने घायलों को जैसे-तैसे बस से निकाला। कुछ देर में पहुंची पुलिस ने भी इसमें मदद की। दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। पुलिस और ग्रामीणों ने एंबुलेंस बुलवाकर बाकी घायलों को सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में भिजवाया। जिला अस्पताल में तीन और घायलों ने दम तोड़ दिया। जिला अस्पताल में दम तोड़ने वाले खुर्शीद (55 साल) निवासी गांव भीकनपुर मुंडा थाना डिडौली, नयाब पत्नी गुलाम रसूल (45 साल) निवासी गांव पलौला थाना डिडौली और तहजीब पुत्र बुनियाद (15 साल) निवासी गांव हटव्वा थाना डिडौली थे। उधर, प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि मरणासन्न निकाली गई एक गर्भवती महिला समेत दो लोगों की मौत संभल के प्राइवेट अस्पताल में हुई। एसपी विपिन ताडा ने पांच मौतों की पुष्टि की है।
घटना की सूचना पर डीएम हेमंत कुमार, एडीएम गुलाब चंद्र, पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन टाडा, सदर विधायक महबूब अली, एमएलसी परवेज अली, भाजपा विधायक राजीव तरारा, भाजपा जिलाध्यक्ष ऋषिपाल नागर समेत कई जनप्रतिनिधियों ने जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल पूछा।
20 मीटर तक घिसटती बस को नहीं रोक पाया ड्राइवर
ग्रामीणों के मुताबिक संभल की ओर से जा रही बस की स्पीड इतनी अधिक थी कि स्पीड ब्रेकर को पार करते वक्त टायर फटने के बाद बेकाबू बस करीब 20 मीटर तक घिसटती रही लेकिन ड्राईवर उसे रोक नहीं पाया। आखिरकार बस सड़क के दूसरी ओर जाकर तेज आवाज के साथ पलट गई। बस की तेज रफ्तार का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा रहा है कि घिसटती बस ने सड़क को कई जगह पुरी तरह से उखाड़ दिया है।
चार गांवों के लोग मदद को दौड़े
यह संयोग की ही बात है कि हादसे के आसपास का इलाका आबादी का है। हादसे के कुछ ही पलों में बड़ी संख्या में लोग मदद के लिए दौड़ पड़े। लोगों ने फोन करके एक-दूसरे को हादसे की जानकारी की और तत्काल मौके पर पहुंचने को कहा। ग्रामीणों के मुताबिक मौके पर पहुंचे पलौला, असगरीपुर, भीकनपुर मूडा और फत्तेहपुर के ग्रामीणों ने तत्काल लोगों को बाहर निकालने में, पुलिस और एंबुलेंस बुलाने में अहम भूमिका निभाई। खुद प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मान रहे हैं कि अगर ग्रामीण तत्काल मदद को नहीं पहुंचते तो मरने हादसे में हताहत होने वालों की संख्या और बढ़ सकती थी।