उत्तर प्रदेश

इटावा में तेजतर्रार एसएसपी अशोक त्रिपाठी के खिलाफ साजिश करने में जुटे तथाकथित पत्रकार

व्हाट्सएप व फेसबुक ग्रुपों में फर्जी अफवाह घटनाएं फैलाने में जुटे कुछ पत्रकार

पुलिस का मनोबल तोड़ने के लिए फर्जी घटनाएँ कराने व करने में भी संलिप्त है यह फर्जी पत्रकार

इटावा में बलात्कार, हत्या, लूट की घटनाओं में 47 फीसदी तक आयी कमी

55 पुरुस्कार घोषित अपराधियो को जेल भेज चुके है एसएसपी अशोक त्रिपाठी

19 पुलिस मुठभेड़ कर बदमाशो को भेजा जेल

20 फैक्टी मेड रायफल, बन्दूक, रिवॉल्वर, पिस्टल की बरामद

वर्ष 2016-2017 की कई घटनाओं समेत 66 घटनाओं का किया अनावरण

जनसुनवाई में कई बार जिला को मिल चुका है प्रथम स्थान


सुघर सिंह स्वतंत्र पत्रकार सैफ़ई

जनपद को मुख्यमंत्री व पुलिस महानिदेशक ने एक ऐसा एसएसपी दिया है जिसका काम करने का अंदाज ही अलग है जिसने अपनी कार्यशैली से हर जगह की जनता का दिल जीता चाहे एटा हो या हमीरपुर अशोक कुमार त्रिपाठी जहां भी रहे शायद ही कोई इनसे असन्तुष्ट रहा हो लेकिन आजकल एसएसपी के सख्त तेवर के चलते कुछ फेसबुकिया व व्हाट्सएप्प ग्रुप छाप पत्रकारों की उगाही बन्द हो गयी उससे जिले की पुलिस को बदनाम करने में कोई कोर कसर नही छोड़ रहे है

आपको बताते चले कि जब से इटावा में एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी ने चार्ज लिया है अपराधों में काफी गिरावट आई है लूट के अपराधों में 39%, हत्या के अपराधो में 45%, बलात्कार के मामलों में 47% कमी आयी है। एसएसपी के निर्देशन में 66 घटनाओ का अनावरण किया गया यही नही एसएसपी की कड़ी मेहनत के चलते वर्ष 2016-2017 की भी कई घटना का खुलासा किया गया।

अशोक कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में पुलिस ने 55 पुरुस्कार घोषित अपराधियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया पुरुस्कार घोषित में 50 हजार व पच्चीस हजार के इनामी अपराधी शामिल थे। इसके अलाबा एसएसपी के नेतृत्व में पुलिस की अपराधियो से 19 बार मुठभेड़ हुई जिसमें बड़ी संख्या में अपराधी जेल गए। पुलिस ने 6 रायफल, 8 बन्दूक, 4 रिवाल्वर, 2 पिस्टल, सभी असलाह फेक्ट्री मेड, व 2 हैंडग्रेनेड भी बरामद कर सफलता प्राप्त की।

अशोक कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में जनसुनवाई पोर्टल में भी कई बार जिले को पहला स्थान मिला जो अपने आप मे एक एक रिकॉर्ड है। अब तक इटावा जिले के अशोक त्रिपाठी इकलौते एसएसपी है जो बीमार, वृद्ध व दिव्यांग से मिलने के लिए अपने चेम्बर से बाहर निकलकर समस्या सुनने व उसका तत्काल निस्तारण करने में आगे रहते है। यही कारण है कि जिले में अमन शांति कायम है हर व्यक्ति को निष्पक्ष न्याय दिलाने पहली प्राथमिकता है।

एसएसपी के चार्ज ग्रहण करने के पहले जिले में कुछ फेसबुकिया व व्हाट्सएप्प ग्रुप पत्रकार सक्रिय थे जो पीड़ितों से रुपये लेकर एफआईआर दर्ज कराने के थानों में पुलिस पर दबाब बनाते थे जिसने उनका शाम का दारू मुर्गा का इंतजाम होता था यही हाल अशोक त्रिपाठी के आने के बाद भी रहा कुछ तथाकथित पत्रकारों ने कोतवाली इटावा व थाना सिविल लाइन में पीड़ित से रुपये लेकर मुकदमा दर्ज कराने के प्रयास किया और पुलिस पर दबाब बनाया जब यह मामला एसएसपी के संज्ञान में आया तो उन्होंने न सिर्फ एसओ को तत्काल मुकदमे लिखने का निर्देश दिया बल्कि उन तथाकथित पत्रकारों को बुलाकर फटकार लगाई बल्कि दलाली करने पर जेल भेजने की धममी तक दे डाली इससे कुछ पत्रकारों की दलाली बंद हो गयी यह तथाकथित फर्जी पत्रकार पुलिस का मनोबल गिराने में जुटे है।

इस मामले में जब हमारे जिलाप्रतिनिधि ने एसएसपी से बात की तो उन्होंने बताया कि कुछ तथाकथित फर्जी पत्रकारों को चिन्हित किया जा रहा है यह पूर्व में कचहरी में घूमने आए पीड़ितों को निशाना बनाकर धन ऐंठते थे और खबर को टीवी चैनल पर चलाने के नाम पर पुलिस पर फर्जी तरीके से दबाब बनाते थे जिसकी जानकारी मिल रही थी इन फर्जी पत्रकारों को एक चेतावनी दी गयी थी उसी बजह से कुछ फर्जी पत्रकार जिन्होंने इसी को आजीविका का माध्यम बना रखा था जो उनका धंधा बन्द होने से वह सोशल मीडिया व व्हाट्सएप्प ग्रुप में फर्जी घटनाओं व भ्रामक खबरों को चलाकर पुलिस का मनोबल तोड़ने का लगातार प्रयास कर रहे हैं ऐसे पत्रकारों को चिन्हित कर कार्यवाही की जाएगी।

एसएसपी ने बताया कि जिले में पुलिस के उच्च अधिकारियों से मिलने वही आता है जो हकीकत में पीड़ित हो कई गरीब पीड़ितों को जिनकी हालात अत्यंत दयनीय थी उन्हें भी इन तथाकथित पत्रकारों ने नही बख्शा और उनसे पुलिस से मदद करने के नाम पर धन ऐंठते थे जिस पर पूरी तरह अंकुश लगाया गया है साथ ही जनपद के सभी थानाध्यक्ष को भी साफ साफ निर्देश दिए गए है कि पीड़ित की तत्काल एफआईआर पंजीकृत करें और दलालो को हवालात में भेजे ताकि पीड़ित को न्याय मिल सके।

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