पारा के सेंट मेरी इण्टर कॉलेज में अभिभावकों एवं ड्राइबरों ने किया हंगामा
पारा के सेंट मेरी इण्टर कॉलेज में अभिभावकों एवं ड्राइबरों ने किया हंगामा
अभिभावकों व ड्राइबरों ने थाने पर दी तहरीर,
स्कूल मैनेजमेंट के विरुद्ध दी तहरीर,
पुलिस के पहुंचने पर शांत हुआ मामला,
ड्राइबरों ने की स्ट्राइक,
रिपोर्ट पंचदेव यादव
लखनऊ।पारा के सेंट मेरी इण्टर कालेज में अभिभावकों ने स्कूल मैनेजमेंट के खिलाफ गुरुवार को जमकर काटा हंगामा।स्कूल के ड्राइबरों ने भी मैनेजमेंट पर गम्भीर आरोप लगते हुए अभिभावकों का दिया साथ।मौके पर पहुंची पारा पुलिस ने ड्राइबरों के इंचार्ज को लिया हिरासत में।उसके बाद सभी शांत हुए,अभिभावकों व ड्राइबरों ने पारा पुलिस को स्कूल मैनेजमेंट के विरुद्ध लिखित तहरीर दी।ड्राइबरों ने गुरुवार को रखी स्ट्राइक खड़ी रहीं स्कूल की वैन करें।
गुरुवार की सुबह पारा क्षेत्र के योग विहार में स्थित सेंट मेरी इण्टर कॉलेज वैन चालकों के ड्राइबरों ने स्ट्रॉइक कर दी।जिससे अभिभावक अपने बच्चों को लेकर स्कूल पहुंचे।अभिभावकों ने स्कूल मैनेजमेंट पर लापरवाही व मनमानी का आरोप लगते हुए हंगामा शुरू कर दिया।यह देख ड्राइवर भी अभिभावकों का साथ खड़े हो गये।बच्चों के अभिभावकों ने बताया कि स्कूल मैनेजमेंट आये दिन कोई न कोई बहाना करके वाहन शुल्क,मैनेजमेंट शुल्क,मंहगाई शुल्क आदि को लेकर फीस में वृद्धि करता रहता है,
लेकिन जब कोई बच्चों की शिकायत पर प्रधानाचार्य व अन्य स्कूल के जिम्मेदार व्यक्ति से बात करना हम लोग चाहते हैं तो कोई बात नहीं करता है।बच्चों को लाने ले जाने के लिए जो वाहन है उनकी फिटनेस भी नही है।आये दिन स्कूल की गाड़ियां बच्चों को लेने नही जाती हैं, पेट्रोल व सीएनजी के दाम बढ़ने पर दो सौ रुपये का अतिरिक्त चार्ज भी लिया जाता है।इस प्रकार के अनेक आरोप अभिभावकों ने स्कूल मैनेजमेंट पर लगायें।वही स्कूल वाहनों के चालकों ने भी अनेक आरोप स्कूल मैनेजमेंट पर लगा कर प्रदर्शन किया।सूचना पर पहुंची डायल 100 पुलिस व पारा थाना की पुलिस ने ड्राइबरों की समस्या को देखते हुए ट्रांस्फोट इंचार्ज राम शरण को हिरासत में लेने के बात किसी तरह सभी को समझा बुझाकर शान्त कराया।ड्राइवर अभिषेक,महेंद्र,सर्वजीत,कमल,उमाशंकर,शिवम,सौरभ,विजय आदि ने बताया कि उनको वेतम कम दिया जाता है और हस्ताक्षर अधिक धनराशि पर कराये जाते हैं।ड्राइबर बेचा लाल ने बताया कि उसको तीन महीने का बेतन नही दिया गया जिससे अब उसने स्कूल की गाड़ी न चलाने का निर्णय कर नौकरी छोड़ दी है।उसने बताया कि कई वाहन चालकों को कई-कई महीनों के वेतन बकाया है।वहीं जब अभिभावकों ने जायद दबाव बनाया तो स्कूल के जिम्म्मेदारों ने कहा कि आप अपने बच्चे को दूसरे स्कूल में पढ़ा लीजिए।पारा थाना के निरीक्षक अपराध राजेश कुमार सिंह ने बताया कि अभिभावकों एवं स्कूल के ड्राइबरों ने अलग-अलग स्कूल मैनेजमेंट के विरुद्ध लिखित तहरीर दी है जिसकी जांच कराई जा रही है जो भी जांच में सही पाया जायेगा उसी के अनुसार उचित कानूनी कार्यवाही की जाएगी।प्रधानाचार्य नीरा नेमुवल ने बताया कि स्कूल में सब कुछ ठीक चल रहा है कुछ लोग ही यहां पर अराजकता फैलाना चाहते है वही लोग कुछ लोगों को गुमराह कर अफवाह फैलाने का काम कर माहौल बिगाड़ने का काम कर रहे हैं।