उत्तर प्रदेशलखनऊ

प्रतियोगिता में रहा यूपी का दबदबा,आकाश आनंद ने अर्जित किए सर्वाधिक 6 स्वर्ण पदक

तीन दिवसीय 14वीं ‘‘राष्ट्रीय कुंगफू‘‘ प्रतियोगिता में रहा यूपी का दबदबा

– आकाश आनंद ने अर्जित किए सर्वाधिक 6 स्वर्ण पदक

– स्कूलों में दी जाए मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण: राजेन्द्र तिवारी

– यूपी में मिलेगा ‘‘कुंगफू‘‘ को बढ़ावा: नवनीत सहगल

लखनऊ। भारतीय कुंगफू संघ के तत्वावधान में उत्तर प्रदेश कुंगफू संघ की ओर से आयोजित तीन दिवसीय 14वीं ‘‘राष्ट्रीय कुंगफू‘‘ प्रतियोगिता मंगलवार को सम्पन्न हुआ। केडी सिंह बाबू स्टेडियम में आयोजित इस प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश का दबदबा रहा। 35 सिल्वर, 53 स्वर्ण व 20 कांस्य पदक के साथ उत्तर प्रदेश की टीम विजेता रही। वहीं उत्तर प्रदेश सीनियर ग्रुप में आकाश आनंद ने सर्वाधिक 6 स्वर्ण पदक, जूनियर ग्रुप में संस्कृति ने 6 स्वर्ण पदक व अजय सिंह 6 स्वर्ण पदक प्राप्त किया। जबकि 3 सिल्वर, 16 स्वर्ण व 5 कांस्य पदक पाकर मणिपुर की टीम ने दूसरे स्थान पर रही। प्रतियोगिता में 10 सिल्वर, 10 स्वर्ण व 10 कांस्य पदक के साथ कर्नाटक की टीम ने तृतीय स्थान पर रही। नेपाल के 28 खेल प्रतिनिधियों ने निर्णायक मंडल की भूमिका का निर्वाह किया।
तीन दिवसीय इस ‘‘राष्ट्रीय कुंगफू‘‘ प्रतियोगिता में 16 राज्यों के लगभग 400 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद यूपीएसआरटीसी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने कहा कि किसी भी खेल में एक टीम विजेता बनती है, लेकिन उसमें सभी की सहभागिता होती है। उन्होंने कहा कि कुंगफू ऐसा मार्शल आर्ट है जिसमें जन जन का कल्याण होता है। इससे हम शरीर के साथ ही मन को भी स्वस्थ बनाते हैं। उन्होंने प्रतियोगिता की विजेता यूपी टीम को विशेष बधाई के साथ ही सभी टीमों व सफल आयोजन के लिए यूपी कुंगफू संघ को बधाई दी। उन्होंने आत्म रक्षा के लिए कुंगफू और मार्शल आर्ट की शिक्षा स्कूल स्तर पर किये जाने की वकालत की।
चैम्पियनशिप में खिलाड़ियों को उत्साहवर्धन करते हुए विशिष्ठ अतिथि अपर मुख्य सचिव खेल डॉ. नवनीत सहगल ने कहा कि कुंगफू के राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं लखनऊ में हो रही है जो काफी सराहनीय है। इस तरह के खेलों से खिलाड़ियों का शारीरिक व मानसिक विकास होता है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन से देश का जो पारंपरिक आर्ट है उसके साथ ही दूसरे देशों की कला व आर्ट को सीखने का मौका खिलाड़ियों को मिलता है।
दक्षिण भारत के सुप्रसिद्ध फिल्म अभिनेता व कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि सुमन तलवार ने शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई के साथ मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दिये जाने पर बल दिया, और कहा कि वह इसके संबंध में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से वार्ता करेंगे। अपनी एक फिल्म का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि मार्शल आर्ट के कारण ही वह फिल्म में अपने किरदार में टाइगर से फाइट कर पाए थे। उन्होंने कहा कि शरीर को फिट रखने व स्वस्थ रहने के लिए मार्शल आर्ट जरूरी है, क्योंकि आप यदि बीमार पड़े तो सारे सपनों पर पानी फिर सकता है। उन्होंने आयोजक कमेटी के साथ सभी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा कि प्रतियोगिता में खिलाड़ियों ने कुंगफू की स्पीड व पॉवर को बखूबी दर्शाया है, जो काफी सराहनीय है। उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा किए गए अच्छे और गलत कार्यों को असर परिवार पर भी पड़ता है। इस लिए हमें अच्छे और बेहतर कार्य करते रहना चाहिए, ताकि हमारी पहचान बनी रहे। दयाल ग्रुप की वाइस प्रेसिडेंट सुनीता सिंह ने भी मार्शल आर्ट को प्राथमिक शिक्षा में शामिल किये जाने पर जोर दिया। उन्होंने अपने दिवंगत पुत्र कुंवर यशार्थ की स्मृति में इस वर्ष से कुंवर यथार्थ एक लाख की इनामी ट्रॉफी शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि यह ट्रॉफी सर्वश्रेष्ठ विजेता टीम को नगद पुरस्कार के रूप में दी जाएगी। उन्होंने इसकी शुरुआत करते हुए सर्वश्रेष्ठ विजेता टीम को एक लाख रुपये का चेक भेंट किया।
इस अवसर पर नेपाल के उद्दव थापा ने तलवारबाजी का शानदार प्रदर्शन कर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। उन्होंने जम्पिंग बॉक्सिंग का भी धमाकेदार प्रदर्शन किया। संजय राजपूत ने तलवार के साथ डांस व कलाबाजी का प्रदर्शन किया। निरंजन मुक्तं ने नेपाली कल्चर डांस की प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के अंत में उत्तर प्रदेश कुंगफू संघ के महासचिव ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार जताया। इस अवसर पर खेल निदेशक आरपी सिंह, विश्वास स्वरूप अग्रवाल, वरिष्ठ पत्रकार राजेन्द्र गौतम सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

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