उत्तर प्रदेशलखनऊ

माइक्रोसॉफ्ट ने भारत में भविष्य के हिसाब से तैयार एजुकेशन ईकोसिस्टम बनाने के लिए एजुकेशन इनोवेशन सम्मेलन की शुरुआत की

माइक्रोसॉफ्ट ने भारत में भविष्य के हिसाब से तैयार एजुकेशन ईकोसिस्टम बनाने के लिए एजुकेशन इनोवेशन सम्मेलन की शुरुआत की

 

• उत्तरप्रदेश में अखिल भारतीय एजुकेशन इनोवेशन सम्मेलन के पहले संस्करण की शुरुआत

• इस सम्मेलन में देश में एजुकेशन इंफ्लूएंसर्स और प्रमुख सरकारी स्टेक होल्डर्स एक साथ मिलकर शिक्षा के भविष्य पर चर्चा करेंगे

लखनऊ, 26 अगस्त, 2021: शिक्षा का लोकतंत्रीकरण करने की प्रतिबद्धता के साथ माइक्रोसॉफ्ट इंडिया ने अर्न्स्ट एंड यंग और इलेट्स टेक्नोमीडिया के साथ मिलकर आज एजुकेशन इनोवेशन सम्मेलन का पहला संस्करण लॉन्च किया । एजुकेशन इनोवेशन सम्मेलन पूरे भारत के एजुकेशन इंफ्लूएंसर्स और मंत्रियों को एक साथ लाने का प्रयास कर रहा है, ताकि देश में टैक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके भविष्य के लिए तैयार और सभी को सीखने का बराबरी अवसर देने वाली शिक्षा व्यवस्था का ईको सिस्टम तैयार करने पर बातचीत की जा सके।

सम्मेलन का पहला चरण आज उत्तरप्रदेश में आयोजित किया गया। राज्य के एजुकेशन इंफ्लूएंसर्स और पब्लिक सेक्टर के अधिकारियों ने पूरे राज्य में हर कक्षा को आधुनिक वर्चुअल क्लास रूम में बदलने की आवश्यकता पर चर्चा की, ताकि छात्रों को भौगोलिक, भाषा या पहुंच की समस्याओं से परे जाकर विश्वस्तरीय शिक्षा हासिल करने में मदद मिले। इस मौके पर माइक्रोसॉफ्ट ने डिजिटल इक्विटी में तेजी लाने तथा अधिक से अधिक हासिल करने के लिए सीखने वालों और शिक्षकों को सशक्त बनाने के लिए राज्य के साथ भागीदारी करके उपयुक्त टैक्नोलॉजी और टूल्स मुहैया करवाने की अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए उत्तरप्रदेश सरकार के बेसिक शिक्षामंत्री, श्री सतीश चंद्र द्विवेदी ने कहा, “हमारे छात्रों और अभिभावकों के बड़े हिस्से की पहुंच टैक्नोलॉजी तक नहीं है, उनके पास स्मार्टफोन, पीसी या टैबलेट नहीं है। ऐसे में सबसे बड़ी चुनौती यह है कि हम उनतक कैसे पहुंचे ताकि वे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हासिल कर सकें। हम कुछ समय से माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हम पूरे राज्य के छात्रों को शिक्षा के समान अवसर मुहैया करवाने और ऑनलाइन शिक्षा तक उनकी पहुंच बढ़ाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं।”

माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के पब्लिक सेक्टर के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, नवतेज बल ने कहा, “भारत में एजुकेशन ईका सिस्टम ने महामारी के दौरान जबरदस्त चुस्ती और लचीलापन दिखाया है। टैक्नोलॉजी ने सीखने की गतिविधियों को रुकने नहीं दिया और इसने लचीलेपन को बनाए रखने में प्रमुख भूमिका निभाई। स्पष्ट है कि शिक्षा में टैक्नोलॉजी की अहम भूमिका है। देश के छात्रों की कौशल और अवसरों तक समान पहुंच सुनिश्चित करने और उन्हें डिजिटल भविष्य के लिए तैयार करने में टैक्नोलॉजी की केंद्रीय भूमिका होगी। हमें उत्तरप्रदेश में एजुकेशन इनोवेशन सम्मेलन की शुरुआत करके बेहद गर्व हो रहा है। उत्तरप्रदेश ऐसा राज्य जो सक्रियता के साथ इनोवेशन कर रहा है और टैक्नोलॉजी आधारित विकास को अपना रहा है। हम टैक्नोलॉजी के ज़रिए राज्य में शिक्षा देने और सीखने के अनुभव को फिर से परिभाषित करने के लिए राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं।”

उत्तरप्रदेश के आईटी व इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के विशेष सचिव और यूपीडीईएससीओ व शीट्रॉन इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री कुमार विनीत ने कहा, “हम उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षा और आईटी शिक्षा पर काफी ध्यान दे रहे हैं। शिक्षा की पहुंच बढ़ाने के लिए, खासकर कनेक्टिविटी की चुनौती वाले राज्य के ग्रामीण हिस्सों में, टेक इनोवेशन की बहुत ज़रूरत है। माइक्रोसॉफ्ट केवल एक संगठन नहीं है बल्कि एक आंदोलन है, और तकनीक की दुनिया में हम सभी इसके साथ विकसित हुए हैं। हम चाहते हैं कि माइक्रोसॉफ्ट तकनीक से जुड़े बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने में सहयोग करे ताकि सहज और आसान तरीके से जमीनी स्तर तक पहुंच जा सके और 2 जी और 3 जी कनेक्टिविटी पर भी इसमें शामिल किया जा सके।”

 

इस कार्यक्रम में उत्तरप्रदेश के वरिष्ठ सरकारी और सार्वजनिक क्षेत्र के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इनमें सतीश चंद्र द्विवेदी, बेसिक शिक्षा मंत्री, उत्तरप्रदेश सरकार, श्री ऋषिरेंद्र कुमार, (आईएएस), विशेष सचिव, आईटी व इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग और प्रबंध निदेशक, अपट्रॉन

सम्मेलन का पहला चरण आज उत्तरप्रदेश में आयोजित किया गया। राज्य के एजुकेशन इंफ्लूएंसर्स और पब्लिक सेक्टर के अधिकारियों ने पूरे राज्य में हर कक्षा को आधुनिक वर्चुअल क्लास रूम में बदलने की आवश्यकता पर चर्चा की, ताकि छात्रों को भौगोलिक, भाषा या पहुंच की समस्याओं से परे जाकर विश्वस्तरीय शिक्षा हासिल करने में मदद मिले। इस मौके पर माइक्रोसॉफ्ट ने डिजिटल इक्विटी में तेजी लाने तथा अधिक से अधिक हासिल करने के लिए सीखने वालों और शिक्षकों को सशक्त बनाने के लिए राज्य के साथ भागीदारी करके उपयुक्त टैक्नोलॉजी और टूल्स मुहैया करवाने की अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की।

 

पॉवर ट्रॉनिक्स, लिमिटेड कॉर्पोरेशन, उत्तरप्रदेश सरकार और श्री कुमार विनीत, विशेष सचिव, आईटी व इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग और प्रबंध निदेशक, यूपीडीईएससीओ व शीट्रॉन इंडिया लिमिटेड, उत्तरप्रदेश सरकार शामिल थे। अन्य वक्ताओं में अमित पवार, एजुकेशन सॉल्यूशन लीड, डिवाइसेज एंड प्लेटफॉर्म, माइक्रोसॉफ्ट एशिया पैसिफिक; नवतेजबल,एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, पब्लिक सेक्टर, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया; डॉ. विनी जौहरी, डायरेक्टर, एजुकेशन एडवोकेसी, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया; डॉ. अवंतिका तोमर, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, अर्न्स्ट एंड यंग; और डॉ. रविगुप्ता, संस्थापक, सीईओ और प्रधान संपादक, इलेट्स टेक्नो मीडिया, शामिल थे।

 

कार्यक्रम में विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। इनमें डिजिटल लर्निंग के बीच की दूरी को पाटने, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने, सीखने के भविष्य की नींव रखने के लिए स्कूलों में इंफोर्मेशन और कम्यूनिकेशन टैक्नोलॉजी प्रशिक्षण की भूमिका और माइक्रोसॉफ्ट टेक्नोलॉजी सेंटर की आधुनिक डिजिटल क्लास जैसे विषय शामिल थे।

 

माइक्रोसॉफ्ट भारत के एजुकेशन ईको सिस्टम में डिजिटल बदलाव लाने के लिए काफी निवेश कर रही है। कंपनी नागरिकों को कौशल सिखाने और उनकी डिजिटल सफलता को गति देने वाली टैक्नोलॉजी प्रदान करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रही है।

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