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यूपी से भारत का अगला “जीरो टू हीरो” यूनिकॉर्न बनाएगा लखनऊ स्टार्टअप स्कूल सिखाएगा राजधानी में गरीबों को ‘स्टार्टअप’ के गुर

यूपी से भारत का अगला “जीरो टू हीरो” यूनिकॉर्न
बनाएगा लखनऊ स्टार्टअप स्कूल सिखाएगा राजधानी में गरीबों को ‘स्टार्टअप’ के गुर

लखनऊ, 04/09/2022,
दिल्ली स्थित कॉमनमैन ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी चंद्र मिश्रा और लखनऊ स्थित सुभाष चंद्र बोस एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष इंजीनियर अवनीश सिंह ने आज सामाजिक प्रभाव, बाजार के लोकतंत्रीकरण और आर्थिक स्वतंत्रता के लिए ज्ञान-पूंजी आधारित लक-नो(Luck-Know) स्टार्टअप स्कूल की स्थापना के लिए सहमति पत्र (MoU) पर हस्ताक्षर किए। आने वाली 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जन्मतिथि पर यह स्कूल उत्तर प्रदेश के युवाओं को समर्पण किया जायेगा।

इनक्यूबेशन और एक्सेलरेशन का एक संयोजन, यह स्कूल नए उद्यमियों को 3 साल के लिए 360 डिग्री सपोर्ट और हैंडहोल्डिंग प्रदान करेगा – जिसमें कॉन्सेप्ट से लेकर मार्केट, लीगलिटीज, अकाउंट्स और ऑडिट से लेकर वैल्यूएशन, पिचिंग से लेकर फंडरेजिंग, ग्रोथ और एक्जिट शामिल हैं। यह स्कूल यूपी से भारत का अगला जीरो-टू-हीरो यूनिकॉर्न पेश करने का लक्ष्य रखता है। किसानों और रेहड़ी-पटरी वालों की आय बढ़ाने के अलावा, यह यूपी का सबसे बड़ा दोतरफा विपणन नेटवर्क तैयार करेगा जो किसानों, स्वयं सहायता समूहों और स्थानीय उत्पादकों को दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों में अपने उत्पाद और सेवा बेचने में सक्षम बनाएगा। यह उत्तर प्रदेश की सरकार को राज्य के हर गांव में प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आत्मानिर्भर भारत और “वोकल फॉर लोकल” विजन को लागू करने में मदद करेगा।

यह 5 वर्षों में 2000-2500 स्टार्टअप के लिए 1000 करोड़ का निवेश लाएगा और उत्तर प्रदेश में 1 लाख प्रत्यक्ष रोजगार पैदा करेगा। उत्तर प्रदेश की सरकार को राज्य के हर गांव में प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आत्मानिर्भर भारत और “वोकल फॉर लोकल” विजन को लागू करने में यह मदद करेगा।

उल्लेखनीय कि श्री मिश्रा के नेतृत्व में कॉमनमैन ट्रस्ट ने 2005 में ओडिशा में बीजद-भाजपा सरकार को राज्य रोजगार मिशन स्थापना करने में मदद की I जबकि मुख्यमंत्री श्री नवीन पटनायक इसके अध्यक्ष थे, मिश्रा ने इसके संचालन समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया। इस मुद्दे पर ओडिशा, बिहार, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, हरियाणा और दिल्ली जैसे विभिन्न राज्यों में काम करने के बाद, मिश्रा ने सामाजिक संगठन जनमित्र न्यास के साथ मिलकर 2021 में मिशन बेरोजगारी मुक्त वाराणसी की शुरुआत की। Beggars Corporation के माध्यम से भिखारियों को उद्यमी बना रहे मिश्रा ह्यूमन इकोनॉमिक एक्शन डिज़ाइन के अन्वेषक (pioneer) हैं जो परिणाम उन्मुख रोजगार नीति के लिए आवश्यक है।

उभय इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट दोनों का अध्ययन किया हुआ श्री अवनीश कुमार सिंह ने नौकरी करने के बजाय ग्रामीण छात्रों का गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के विकास के लिए खुद को समर्पित कर दिया। 1965 में अत्यंत पिछड़े गांव तेरवा, दहिगवां (हरदोई) में एक प्राथमिक विद्यालय से अपनी यात्रा शुरू करते हुए, सुभाष चंद्र बोस एजुकेशनल
सोसाइटी ने ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को उच्च शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए सुभाष चंद्र बोस शैक्षिक समूह की स्थापना की। “मेधावी 40”, “पाठशाला-द ग्लोबल स्कूल”, “ऑर्गेनिक खेती” के माध्यम से शिक्षा और रोजगार के नए अवसर सृजन करने में लगे हुए श्री सिंह लखनऊ खण्ड स्नातक क्षेत्र से विधान परिषद् सदस्य है।

इस अवसर पर लखनऊ आईआईएम के प्रोफेसर देबाशीष दासगुप्ता, डॉ हीरालाल, आईएएस, योगेश वर्मा, एचसीएल के सीएसआर प्रमुख, मुनीश गंगवार, सेवानिवृत्त जीएम, नाबार्ड, उपस्थित थे ।

इंजीनियर अवनीश कुमार सिंह चंद्र मिश्रा
अध्यक्ष, सुभाष चंद्र बोस एजुकेशनल सोसायटी मैनेजिंग ट्रस्टी, कॉमनमैन ट्रस्ट

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