सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों पर फिंगरप्रिंट स्कैनर मशीन से सोशल डिस्टेंसिंग को गम्भीर खतरा
सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों पर फिंगरप्रिंट स्कैनर मशीन से सोशल डिस्टेंसिंग को गम्भीर खतरा
✍ रिपोर्ट- निहाल अहमद
रुदौली अयोध्या-वैश्विक महामारी कोरोना के चलते जहाँ पूरे देश में लॉक डाउन है,मार्केट बाजार सब बन्द हैं,शासन प्रसाशन लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की लगातार अपीलें कर रहे हैं, तकि लोग एक दूसरे के सम्पर्क में आने से दूर रहें ओर कोरोना जैसी घातक बीमारी से बचा जा सके। तो वही दूसरी तरफ सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों पर फिंगरप्रिंट स्कैनर मशीन पर राशन उपभोक्ताओं के अंगूठे लगाने की प्रक्रिया में फिलहाल किसी प्रकार का फेरबदल देखने को नही मिल रहा है।
जिसके चलते बड़ी आसानी से लोगों में कोरोना का संक्रमण फैल सकता है, क्योंकि जिस हाथ से लोग नाक साफ करते हैं, छींक को अपने हाथ के पँजों पर रोकते हैं, हाथ लगा कर खाँसते हैं। फिर उसी हाथ के अंगूठे को फिंगरप्रिंट स्कैनर मशीन पर रख कर फिंगरप्रिंट का सत्यापन करवाते हैं ओर पैसों का भुगतान भी करते हैं। ऐसे में न तो उचित दर में विक्रेताओं की दुकानों पर कोई सेनिटाइजर होता है, ओर ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ही,और वही से समाज का हर व्यक्ति जो राशन लेने जाता है खुद व उसका परिवार और उचित दर विक्रेता भी बड़ी आसानी से कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकता है।
इसलिए शीघ्र ही संबंधित अधिकारियों को फिंगरप्रिंट स्कैनर मशीन पर फिंगरप्रिंट का सत्यापन रोकना चाहिए। इस कठिन परिस्थितियों में कोई दूसरी प्रकिया का सहारा लिया जाना चाहिए, ताकि समाज मे कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।