शाह अम्मार अहमद अहमदी नैय्यर मियाँ ने अपना उत्तराधिकारी घोषित किया
603 वें उर्स शेख उल आलम (मख्दूम साहब) के मौके पर मौजूदा सज्जादा नशीन व मुतवल्ली दरगाह शरीफ शाह अम्मार अहमद अहमदी नैय्यर मियाँ ने देश की प्रमुख दरगाहों के सज्जादा नाशीनों की मौजूदगी में अपना उत्तराधिकारी घोषित किया
रुदौली। दरगाह शरीफ रूदौली में पीढ़ी दर पीढ़ी बड़ी औलाद सज्जादा नशीन (गद्दी नशीन) होती चली आ रही है। उसी परंपरा का निर्वाहन करते हुए सज्जादा नशीन व मुतवल्ली शाह अम्मार अहमद अहमदी नैय्यर मियाँ ने अपने बड़े पुत्र शाह अफाक़ अहमद उर्फ अहमद मियाँ जो इस समय मिस्र के जाम ए अज़हर में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं उनको ख़िलाफ़त दिया जिसके बाद नैय्यर मियाँ, |
अजमेर शरीफ दरगाह के मुतवल्ली सैय्यद रउफ मियाँ चिश्ती, अजमेर शरीफ के गद्दी नशीन सैय्यद हमज़ा मियाँ चिश्ती, कलियर शरीफ के शाह अलीशा मियाँ साबरी, शाह काशिफ एजाज़ साबरी, शाह यावर एजाज़ साबरी, बदायूं की ख़ानक़ाह के अतीफ मियाँ क़ादरी अजहरी, अज़्ज़ाम मियाँ क़ादरी अजहरी, दरगाह हज़रत शेख सलीम चिश्ती के सैफ मियाँ फरीदी, अहसन साबरी,दरगाह मियाँ मौज अमरोहा के सज्जादा नशीन हादी मियाँ जाफरी, दरगाह शाह मीना लखनऊ के सज्जादा नशीन राशिद मीनाई, दरगाह दादा मियाँ लखनऊ के सज्जादा नशीन सबाहत मियाँ, दरगाह इलाहाबाद के सज्जादा नशीन सुहैब अहमद फारूकी, डॉ इल्तिफ़ात सज्जादा नशीन सीवान, फ़ैज़ी मियाँ फिरंगी महली ने शाह अफाक़ अहमद अहमद मियाँ को अपनी खानकाहों से लाई गई पगड़ी बांध कर उत्तराधिकारी घोषित करने की रस्म अदा की। उसके बाद कव्वालों ने अहमद मियाँ को बधाई गीत गा कर नज़राना पेश किया। इस औसर पर देश भर की दरगाहों के सज्जादा नशीन, जायरीन व मकामी लोग काफी बड़ी संख्या में मौजूद थे।