धर्मांतरण के नए कानून के विरोध में ईसाई समाज द्वारा की गई प्रेस वार्ता । व राज्यपाल को सौंपा गया ज्ञापन
धर्मांतरण के नए कानून के विरोध में ईसाई समाज द्वारा की गई प्रेस वार्ता । व राज्यपाल को सौंपा गया ज्ञापन
लखनऊ यूनाइटेड क्रिश्चियन फोरम द्वारा आज लखनऊ में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में पारित किए गए **उत्तर प्रदेश धर्मांतरण निषेध अधिनियम** के नए संशोधन बिल का विरोध पुरजोर विरोध किया गया ।
इसी को लेकर आज दिनांक 19/08/24 को उ०प्र० की महामहिम राज्यपाल को दिल्ली की सात सूत्रीय ज्ञापन नए क्रिश्चियन फोरम की ओर से धर्मांतरण संशोधन। एक कानून पर रोक लगाने एवं संविधान सम्मत रूप से लागू किए जाने के सम्बन्ध में प्रस्तुत किया। जिसमें महामहिम राज्यपाल महोदया से यह मांग की गई है कि उ०प्र० धर्म सम्परिवर्तन (विधि-विसह) संशोधन बिल जोकि भारतीय संविधान में प्रदत्त धार्मिक स्वर्तवता के अधिकार के विरुद्ध है उस पर हस्ताक्षर न करें। उक्त संशोधन बिल की भाषा एवं प्रावधान अस्पष्ट हैं जिससे इस कानून का दुरुपयोग बड़े पैमाने पर किए जाने की सम्भावना है। विदित हो कि जब से यह कानून प्रभाव में आया है तब से इस कानून का दुरुपयोग बड़े पैमाने पर देखने को मिला है। इसके दुरुपयोग के कारण अनगिनत निर्दोष लोगों पर अपनी निजी दुश्मनी और विद्वेषपूर्ण कार्यवाही कर प्रताड़ित किया गया है।जिसस विभिन्न न्यायालयों में मुकदमों का अनावध्यत बोझ भी बढ़ रहा है। इसलिए उस संवेदनशील कानून को लागू करने के लिए आवश्यक है कि इसके क्रियान्वयन सम्पूर्ण पारदर्शिता हो ताकि कोई व्यक्ति उनका अपने निर्जी लाभ के लिए दुरुपयोग न कर सके। इसके लिए फोरम ने कुछ प्रशिक्षण बिन्दुओं पर सुझाव भी प्रस्तुत किया है। पुलिस और माननीय नन्यायाधीशगण / अधिकारियों हेतु आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करना, पीड़ित को फर्जी शिकायतों के विरुद्ध बचाव करने हेतु सहायता, सामुदायिक सौहार्दपूर्ण सम्बन्ध बनाने हेतु वार्तालाप के अवसर उपलब्ध कराना, उक्त कानून के दुरुपयोग को रोकने हेतु जन जागरूकता कार्यक्रम आदि के संचालन हेतु अवसर प्रदान किए जाने पर बल दिया गया। इस प्रेस वार्ता में आल इण्डिमा दलित-मुस्लिम मोर्चा के अध्यक्ष श्री शीबू, विख्यात संविधान-राजनीति के विद्वान प्रो० रमेश दीक्षित लखनऊ विश्वविद्यालय, श्रीमती मीनाक्षी सिंह-राष्ट्रीय मानवाधिकार कार्यकर्ता, कैथोलिक डायसिस के श्री विकार जनरल, फॉदर नरेश लोबो, यूनाइटेड क्रिश्चियन कमेटी के उपाध्यक्ष पास्टर नरेश सिंह, कार्यक्रम के मुख्य संचालक एडवोकेट मुनीश चन्द्रा तथा ईसाई समाज के अनेक सम्मानित धर्माध्यक्ष, पादरी एवं ईसाई धर्म के अनुयामियों के साथ अनेक गैर-ईसाई सामाजिक एवं मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने भाग लेकर उक्त संशोधित कानून के दुरुपयोग को रोकने के सम्बन्ध में अपने-अपने बहुमूल्य विचार प्रस्तुत किए।