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प्रयागराज में शुरू सुपर स्पेशलिटी ​क्लिनिक, समय पर जांच से बीमारी होगी परास्त

प्रयागराज में शुरू सुपर स्पेशलिटी ​क्लिनिक, समय पर जांच से बीमारी होगी परास्त

• दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स और प्रयागराज के जीवन ज्योति हॉस्पिटल ने लॉन्च किया सुपर स्पेशलिटी क्लिनिक
• क्लिनिक शुभारंभ पर अपोलो के विशेषज्ञों ने अलग अलग बीमारियों और इलाज के बारे में दी जानकारी
• हृदय संबंधी प्रक्रियाएं, गुर्दे की बीमारियां और लीवर प्रत्यारोपण के बारे में भी बताया

प्रयागराज: देश के वि​भिन्न इलाकों में लोगों को बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराने की पहल के तहत नई दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जीवन ज्योति हॉस्पिटल के सहयोग से सुपर स्पे​शिलिटी ​क्लिनिक लॉन्च किया। विभिन्न चिकित्सा विशिष्टताओं के साथ इसमें कार्डियक से जुड़े मरीजों का लाभ मिलेगा। इस अवसर पर डॉक्टरों ने कहा कि सुपर स्पे​शिलिटी ​क्लिनिक के माध्यम से मरीजों को समय रहते जांच कराने का मौका मिलेगा जिसका सबसे बड़ा लाभ यह रहेगा कि बीमारी पर समय रहते नियंत्रण पाया जा सकेगा।
इस अवसर पर स्थानीय लोगों के साथ साथ डॉक्टरों के लिए भी जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया जिसका नेतृत्व नई दिल्ली ​स्थित इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग में वरिष्ठ सलाहकार डॉ. विपुल एन रॉय, नेफ्रोलॉजी विभाग के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. केएन सिंह और गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी, चिकित्सीय एंडोस्कोपी व हेपेटोलॉजी विभाग के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. हितेंद्र गर्ग ने प्रयागराज के जीवन ज्योति हॉस्पिटल की निदेशक डॉ. वंदना बंसल और डॉ. अर्पित बंसल के साथ मिलकर किया। कार्यक्रम में इन विशेषज्ञों ने विभिन्न चिकित्सा विशिष्टताओं के लिए संकेत और उसके लक्षणों के अलावा उपचार के तौर-तरीकों व चि​कित्सा जांच के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम में नई दिल्ली ​स्थित इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग में वरिष्ठ सलाहकार डॉ. विपुल एन रॉय ने कहा, “अक्सर देखने को मिलता है कि मरीजों को उनकी बीमारी के बारे में अंतिम चरण तक पता नहीं चल पाता है। इसका कारण समाज और चिकित्सा समुदाय में जागरूकता की कमी है। यहां तक ​​कि पता चलने पर भी इन रोगियों का इलाज ठीक से नहीं किया जाता है, क्योंकि इन रोगियों के इलाज के लिए चिकित्सा बुनियादी ढांचे की कमी के साथ-साथ दवा की खराब उपलब्धता भी है।”
विशेषज्ञों ने बताया कि इस सम्मेलन का उद्देश्य आम जनता के बीच जागरूकता पैदा करने के साथ-साथ उपचार करने वाले चिकित्सकों को सीएडी के प्रबंधन में प्रगति, उपलब्ध उपचार के तौर-तरीकों और हृदय रोगों के निवारक पहलुओं के बारे में संवेदनशील बनाना है।
कार्यक्रम में प्रयागराज के जीवन ज्योति हॉस्पिटल की निदेशक डॉ. वंदना बंसल ने कहा, ” कई बीमारियां हमारे समाज में प्रचलित हो गई हैं और इन बीमारियों का कई बार पता नहीं चल पाता है या फिर यूं कहे कि समय पर जांच नहीं हो पाती है। इसका नुकसान मरीज और उसके परिवार को उठाना पड़ सकता है। इस क्लिनिक का उद्देश्य हमारे क्षेत्र के लोगों को कम से कम परेशानी के साथ समय पर चिकित्सा उपलब्ध कराना है। हम इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के डॉक्टरों की टीम के सुपर स्पेशियलिटी क्लिनिक के लिए प्रयागराज आने के लिए आभारी हैं।”
वहीं, नई दिल्ली ​स्थित इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स के नेफ्रोलॉजी और मल्टी ऑर्गन ट्रांसप्लांट यूनिट के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. केएन सिंह ने कहा, “जब हम किडनी ट्रांसप्लांट और इसकी जटिलताओं पर चर्चा करते हैं, तो हम जानते हैं कि लोग न केवल बहुत भयभीत हैं, बल्कि बहुत डरे हुए भी रहते हैं। जब मरीज या उसके परिजन हमसे सवाल करते हैं तो उनके आधार पर यह कह सकते हैं कि इस इलाज को लेकर बहुत सारी भ्रांतियां हैं। हम यही कहना चाहते हैं कि दिल्ली में हम आएदिन इस उपचार के लाभ देख रहे हैं। यह रोगी के लिए डरावना नहीं ब​ल्कि एक संजीवनी बन सकता है। इसलिए जरूरी है कि लोगों में जागरुकता लाने के लिए इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।”
इनके अलावा, कार्यक्रम में नई दिल्ली ​स्थित इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी, हेपेटोलॉजी और चिकित्सीय एंडोस्कोपी विभाग के वरिष्ठ सलाहकार में डॉ हितेंद्र गर्ग ने कहा, “अपोलो अस्पतालों में, हमारे पास हमारे अत्यधिक विशिष्ट सर्जनों और चिकित्सकों के बेजोड़ तकनीकी कौशल हैं, एक ऐसा बुनियादी ढांचा जो सर्वश्रेष्ठ के साथ तुलनीय है। दुनिया और सबसे बढ़कर हमारे मरीज़ों का विश्वास, जिसे हमने समय के साथ पोषित किया है। उच्च रक्तचाप और उपचार में नवीनतम प्रगति को प्रदर्शित करने वाले जागरूकता कार्यक्रमों के महत्व पर जोर देना सर्वोपरि है। यह सुनिश्चित करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है कि समुदाय को इस स्थिति के लिए उपलब्ध निवारक उपायों के बारे में अच्छी तरह से जानकारी रहे।”
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इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के बारे में:
इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स भारत का पहला जेसीआई मान्यता प्राप्त अस्पताल है जो दिल्ली सरकार और अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइज लिमिटेड के बीच एक संयुक्त उद्यम है। जुलाई 1996 में कमीशन यह अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप का स्थापित तीसरा सुपर-स्पेशियलिटी तृतीयक देखभाल अस्पताल है जो करीब 15 एकड़ में फैलने के साथ साथ 300 से अधिक विशेषज्ञ और 700 से अधिक ऑपरेशनल बेड की क्षमता रखता है। यहां 19 ऑपरेशन थिएटर, 138 आईसीयू बेड, चौबीसों घंटे फार्मेसी, एनएबीएल मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाएं, 24-घंटे आपातकालीन सेवाएं और एक सक्रिय एयर एम्बुलेंस के साथ 57 विशिष्टताएं सेवाएं हैं। अपोलो हॉस्पिटल दिल्ली का किडनी और लीवर ट्रांसप्लांट में देश में अग्रणी कार्यक्रम है। भारत में पहला सफल बाल चिकित्सा और वयस्क लिवर प्रत्यारोपण इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में ही किया गया। अस्पताल चिकित्सा प्रौद्योगिकी और विशेषज्ञता में सबसे आगे है। यह अपने रोगियों की देखभाल के लिए नवीनतम नैदानिक, चिकित्सा और शल्य चिकित्सा सुविधाओं की एक पूरी श्रृंखला प्रदान करता है। अस्पताल ने 64 स्लाइस सीटी और 3 टेस्ला एमआरआई, नोवालिस टीएक्स और एकीकृत पीईटी सूट की शुरुआत के साथ भारत में सबसे परिष्कृत इमेजिंग तकनीक पेश की है। इंद्रप्रस्थ अपोलो ने निवारक स्वास्थ्य जांच कार्यक्रमों की अवधारणा को भी आगे बढ़ाया है और दशकों से एक संतुष्ट ग्राहक आधार तैयार किया है। पिछले कुछ वर्षों से द वीक सर्वेक्षण में अस्पताल को लगातार भारत के सर्वश्रेष्ठ 10 अस्पतालों में स्थान दिया गया है।

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