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सूक्ष्म एवं लद्यु उद्योगों की समस्याओं का समाधान कराएगी स्माल इंडस्ट्रीज मैन्यूफेक्चर एसोसिएशन (सीमा) व एसोचेम यूपी: आलोक रंजन

सूक्ष्म एवं लद्यु उद्योगों की समस्याओं का समाधान कराएगी स्माल इंडस्ट्रीज मैन्यूफेक्चर एसोसिएशन (सीमा) व एसोचेम यूपी: आलोक रंजन

लघु एवं कुटिर उद्योगों के विकास के लिए सरकार के साथ मिलकर किया जायेगा प्रयासः एलके झुनझुनवाला

औद्योगीकरण को बढ़ावा मिले इसके लिए संभव प्रयास करेगी सीमा संस्थाः शैलेंद्र श्रीवास्तव

सरकार के समक्ष रखी जाएगी सूक्ष्म एवं लद्यु उद्योगों की समस्या: शैलेंद्र श्रीवास्तव

माइक्रों उद्यमियों के व्यापार को सरल और सुगम बनाने के लिए बनवाआई जाएगी अलग पॉलिसीः हरजिंदर सिंह

सूक्ष्म एवं लद्यु उद्योगों को स्थापित करने में आने वाली दिक्कतों व उनके समाधान पर हुई चर्चा

12 मई 2023,
लखनऊ। स्माल इंडस्ट्रीज मैन्यूफेक्चर एसोसिएशन (सीमा) संस्था की ओर से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) के उद्यमियों की स्थापना में होने वाली समस्याओं और उनके समाधान पर शुक्रवार शाम पांच बजे संस्था के प्रधान कार्यालय में बैठक का आयोजन किया गया। इसमें एमएसएमई के उद्यमियों को बाजार में आने वाली दिक्कतों पर विस्तारपूर्वक चर्चा कर उनका समाधान निकाला गया। साथ ही सरकार से एमएसएमई को स्थापित करने में आने वाली समस्याओं को हल करने की अपील की गई। बैठक की अध्यक्षता स्माल इंडस्ट्रीज मैन्यूफेक्चर एसोसिएशन (सीमा) के अध्यक्ष शैलेंद्र श्रीवास्तव ने करते हुए कहाकि उनकी संस्था उद्यमियों के लिए सस्ती बिजली,कम ब्याज पर पैसा मुहैया करवाने, सस्ता कच्चा माल समेत कई अन्य संसाधनों को सुगम कराने की पहल कर रही है। बैठक में मुख्य संरक्षक के रूप में मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश सरकार आलोक रंजन, भारतीय वाणिज्य एंव उद्योग मंडल (एसोचेम) यूपी के अध्यक्ष एल के झुनझुनवाला समेत कई एमएसएमई उद्यमियों ने अपने विचार रखे।

मुख्य संरक्षक आलोक रंजन ने स्माल इंडस्ट्रीज मैन्यूफेक्चर एसोसिएशन व एसोचेम यूपी के प्रयासों की सराहना की। साथ ही उन्होंने बैठक में मौजूद लद्यु व कुटीर उद्यमियों की समस्याएं भी सुनी और उनके समाधान पर चर्चा की। स्माल इंडस्ट्रीज मैन्यूफेक्चर एसोसिएशन व एसोचेम यूपी की ओर से एमएसएमई के अंर्तगत आने वाले उद्यमियों की समस्याओं के समाधानों की बात कही।

शैलेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार सूक्ष्म एवं लद्यु उद्योग को बढ़ावा दे रही है, लेकिन दूसरी ओर कुटीर और लघु उद्योगों को स्थापित करने में ही दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एमएसएमई की राह में सबसे बड़ी दिक्कत उद्योगों को स्थापित करने को लेकर मिलने वाली जमीनों की है। इसके लिए सरकारी जमीनें उपलब्ध नहीं है, ग्रामीण जमीनों को लेने की प्रक्रिया बेहद कठिन है। उद्योगपति केवल जमीन को मिलने में कागजी कार्यवाई और एनओसी में ही उलझा रह जाता है। वहीं दूसरी बड़ी समस्या बैंक ऋण को लेकर है। जहां सरकार कहती है कि एक एमएसएमई को दो करोड़ तक के ऋण के लिए प्रॉपर्टी की दिखाने की जरूरत नहीं है, वहीं बैंक ऋण के लिए प्रॉपर्टी मांगता है। इसके अलावा उद्यमियों को बाजार में सस्ता कच्चा माल नहीं मिल रहा है। साथ ही कहा की एमएसआईसी विभाग से भी बैठक में हुई चर्चा के मुद्दों उनके समक्ष रखते हुए समस्याओं के समाधान के लिए आग्रह किया जाएगा।

सीमा के जनरल सेकेट्री हरजिंदर सिंह ने कहा कि एमएमएमई के अंर्तगत आने वाले उद्यमियों में 90 फीसदी सूक्ष्म उद्यमी शामिल हैं जिनका देश के औद्योगिक विकास और देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है। ऐसे में इन उद्यमियों के लिए हम केन्द्र एवं राज्य सरकार दोनों से ही चर्चा कर इनके लिए अलग से पॉलिसी बनवाने का प्रयास करेंगे, जिससे इनका व्यापार सुगम और सरल हो सके।

एसोचेम यूपी के अध्यक्ष एलके झुनझुनवाला ने कहा कि एमएसएमई में उद्योगपति फाइनेंसिंग व लाइसेंसिंग जैसी तमाम समस्याओं से जूझ रहे हैं उन समस्याओं को सरकार के समक्ष रखते हुए दूर करवाना हमारा उद्देश्य है ताकि प्रदेश के विकास को अधिक से अधिक मजबूती प्रदान की जा सके। लघु और कुटीर उद्योगों के प्रोत्साहन के लिए बिजली भी सस्ती नहीं है। इसके लिए हर क्षेत्र में सोलर प्लांट लगने चाहिए जिससे सस्ती बिजली मिल सके। वहीं बाजार में कच्चे माल सस्ती दरों पर उपलब्ध नहीं है। इसी तरह की कई और दिक्कतें हैं जिसकी वजह से एमएसएमई का विकास नहीं हो पा रहा है। साथ ही जैम पोर्टल पर बड़े ट्रैडर्स मौजूद हैं जो कि छोटे उद्यमियों को मिलने वाली सुविधाएं आसानी से हासिल कर लेते हैं। इसकी वजह से छोटे उद्यमियों को लाभ से वंचित होना पड़ता है। सीमा के जनरल सेक्रेटरी हरजिंद्र सिंह ने कहा कि पहली बार एमएसएमई को सपोर्ट करने के लिए मैगनम आईटी साल्यूशन, फोमो डिजिटल को शामिल किया गया है। आईटी व डिजिटल सॉल्यूशन एमएसएमई को बाजार में आने वाली नई तकनीकों जैसे अपने उत्पाद की डिजिटल मार्केटिंग करना व हर तरह की तकनीकी मदद करेगी।

कार्यक्रम में पूर्व मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश सरकार व मुख्य संरक्षक आलोक रंजन, सीमा के अध्यक्ष शैलेंद्र श्रीवास्तव व जनरल सेक्रेटरी हरजिंदर सिंह, एसोचेम यूपी के अध्यक्ष एलके झुनझुनवाला और राजीव कक्कड़ समेत एमएसएमई के उद्यमी मौजूद रहे।

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