एस सी/एस टी में उपवर्गीकरण को संविधान संशोधन से रोका जाए: भवन नाथ पासवान

एस सी/एस टी में उपवर्गीकरण को संविधान संशोधन से रोका जाए: भवन नाथ पासवान
जातीय जनगणना कर सरकार सभी संस्थाओ में अनुपातिक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करे
संविधान बचाने एवं निजी क्षेत्र में आरक्षण के लिए होगा बड़ा आंदोलन: भवन नाथ पासवान
लखनऊ। संविधान बचाने एवं निजी क्षेत्र में आरक्षण के लिए बड़ा आन्दोलन किया जाएगा। अपने अधिकार के लिए समाज को संगठित होकर संघर्ष करना होगा। यह बातें डॉ अम्बेडकर राष्ट्रीय एकता मंच के 12वां राष्ट्रीय अधिवेशन में लखनऊ रवींद्रालय सभागार में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भवन नाथ पासवान ने कहीं। राष्ट्रीय अधिवेशन समारोह का प्रारंभ तथागत बुद्ध एवं बोधी सत्य साहब डॉ अम्बेडकर के प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित एवं दीप जलाकर बुद्ध वंदना एवं त्रिशरण पंचशील से हुई। संगठन के राष्ट्रीय संरक्षक पूर्व आईएएस राम बहादुर ने राष्ट्रीय अधिवेशन कार्यक्रम का उदघाटन किया।
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भवननाथ पासवान ने कहा कि आज डॉ अम्बेडकर राष्ट्रीय एकता मंच पूरे भारत में एक अलग पहचान बनाते हुए इस अधिवेशन देश के 26 प्रदेशों के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए और विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा में कहा कि भारतीय संविधान से छेड़छाड़ करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए निजी क्षेत्र न्यायपालिका और सेवा में आरक्षण की व्यवस्था की मांग हर नागरिक को सामान और सस्ती शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं मिले अनुसूचित जाति एवं जनजाति तथा पिछड़े और कमजोर लोगों पर हो रहे अत्याचार पर सरकार रोक लगाएं, सभी सरकारी विभागों एवं सार्वजनिक पदों को विशेष भर्ती अभियान के तहत भरा जाए, नई पेंशन स्कीम को समाप्त कर पुरानी पेंशन स्कीम लागू करें किसानो की उपज का बीमा सीमा एवं न्यूनतम मूल्य बढ़ाई जाए हर नागरिक को समान और सस्ती शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाएं मिले इन मांगों को लेकर पूरे देश से आए हुए प्रतिनिधियों ने समर्थन किया। संविधान खतरे में है निजीकरण जोरों पर है सरकारी सेवाएं समाप्त हो रही है बड़ी तादात में नौजवान बेरोजगार बदहाली में जीने को मजबूर है जो लोग सरकारी सेवा में है जिनको सेवा के बाद जीवन यापन के लिए पेंशन जरूरी थी नई पेंशन स्कीम लाकर उनके भविष्य को भी अंधकार में डाल दिया गया है इसलिए भारत में सामाजिक संगठन एवं कर्मचारी संगठन की जिम्मेदारी बनती है कि सभी जाति भेद आपस में मनमुट्टा एक दूसरे की आलोचना करने के बजाय मुद्दे के आधार पर मंच और विचार साझा करें जिससे भारत का संविधान एवं लोकतंत्र की रक्षा हो सके। ओबीसी एससी एसटी माइनॉरिटी को सरकारी सेवाओं में सभी स्तर पर अनुपातिक भागीदारी दिलाने के लिए आंदोलन में साथ दें और साथ में चले भी तभी हम कुछ कर पाएंगे।
भारत को अखंड अजय एवं समृद्ध भारत का निर्माण कर आज 77 वर्षों की आजादी के उपरांत भी संविधान में प्रदत्त समानता का अधिकार सम्मान शिक्षा व अन्य अधिकारों से समाज को अभी तक वंचित किया गया है समानता का अधिकार लागू कर दिया तो गरीबी व अमीरी की खाई की लकीर मिट जाती लेकिन ये भ्रष्टाचारी मानसिकता के लोग कभी ऐसा नहीं होने देंगे।
कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय प्रधान महासचिव इं एसपी सिंह ने किया मुख्य वक्ताओं में सोहन राम पूर्व आईएएस, मनोहर राम पूर्व आईएएस राजेंद्र प्रसाद एडिशनल कमिश्नर, माताफेर, राकेश कुमार, आर पी सरोज, इं भीमराज, राधेश्याम राम, आसाराम सरोज, डॉ अनिल कुमार, फतेह बहादुर सिंह, एडवोकेट एसपी एडवोकेट, एडवोकेट भास्कर पासवान, डॉ शिव शक्ति, डॉ रवि सरोज, बलिराम पासवान, अभिषेक चौधरी, डॉक्टर अशोक चौधरी, राजकुमार चौधरी, सुशील कुमार, कर्णम किशन, आदित्य वर्मा, राकेश चंद्र राणा, भारत वीर, सुभाष पासी, शैलेश धानुक, हरीश चंद्र, डॉ जयप्रकाश, शिव बालक, दुर्गा प्रसाद, जय सिंह मानसिंह श्रीमती संजू चौधरी राजकुमार मंडल रामकिशन पासी अमन कुमार विनय कुमार नीरज पासवान प्रभाकर पासवान उमा देवी सतीश कुमार दीपराज हीरामन इंजीनियर रामदयाल बृजराज प्रसाद अरुण कुमार सरोज डॉ आर बी सरोज गायत्री श्रीमती किरण ऋतुराज बोरा पिंकू दास शरद दास प्रांजल हजारीका मृदुल रंजन दास दुग्ध नाथ केस्ट इंजीनियर प्रशांत राज एडवोकेट, सोहनलाल, सुभाष चंद्र, डॉअयोध्या प्रसाद, डॉ पंकज पासी, राम सजीवन, इंजीनियर होरीलाल, राजाराम रावत, दीपक कुमार,अंजनी कुमार चक्रवर्ती, सुरेश रावत, बीपी गौतम, शंभू नाथ, राम भारत, उर्मिला गौतम, कल्पना धानुक, इंजीनियर रचना, मुख्तार रावत, आरती रावत, रामचंद्र पासवान, इंजीनियर अरविंद, भानु प्रकाश, बालक राम, डॉक्टर धीरेंद्र माथुर, यशपाल दोहरे, वीरेंद्र कुमार हांडा, आर एन यादव, मोहम्मद हनीफ खान, राम असारे पटेल, अमरनाथ, आशीष कुमार, राज किशोर, नीलमणि नरसिंह राव प्यारेलाल, अंबर लाल आदि हजारों लोग शामिल हुए।