किसको और कहां हो रहा है टीबी और सांस फूलने का खतरा

कहां हो सकते हैं लोग आंखों से अंधे और गंभीर रोग के शिकार
कौन सी पेपर मिल मौत के मुंह में धकेल रही है लोगों को और जिम्मेदार अधिकारी क्यों हैं चुप्पी साधे
फैजाबाद से साजिद हुसैन की रिपोर्ट
फ़ैज़ाबाद।हम आपको बताते हैं कि फैजाबाद में कौन सी मिल है जो लोगों को गंभीर बीमारियों की ओर ले जा रही है और इसकी शिकायत होने पर क्यों जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं क्षेत्र के लोगों का दावा है कि 24 घंटे अधिकारी क्षेत्र में रहकर दिखा दें तोही हमारा दर्द इन अधिकारियों को समझ में आएगा।

फैजाबाद के दर्शन नगर क्षेत्र में बनी यश पेपर मिल है जो लोगों को गंभीर बीमारियों की ओर धकेल रही है जब हमने वहां का दौरा किया तो पाया कि वहां पर एक घंटा रहना मुश्किल हो जाएगा वह सब की यही शिकायत थी की कपास और गरदा।उड।रहा है रहा है और गंदा पानी मिलो का चारो तरफ फैला हुआ है जिससे गंभीर बीमारी होने का खतरा है उस पानी में कीड़े बस बजा रहे हैं और भीषण दुर्गंध उठ रही है जिससे लोगों का है ।
उठना बैठना सब दुबर हो गया है हमने पारा। खान मुबारक गंज जो कि यश पेपर मिल के बगल में है वहां के निवासियों से बात की कृष्णावती श्यामवती बसंती देवी ने बताया की कपास जो हवा के कारण दूर तक उड़ता है जिससे रोड पर चलने वाले अगल-बगल रहने वालों का जीना दूभर हो गया है वह आंखों में घुस रहा है।
जिससे लोग बेहद परेशान हैं यहां तक कि गांव में कोई शादी होती है तो हम लोग भोजन नहीं करा पाते क्योंकि इतनी गंदगी है और यह जो गर्दा भूसा यश पेपर मिल से आ रहा है वह लोगों को बेहद परेशान कर रहा है वहीं अमन प्रताप विजय कुमार हिमांशु निगम रामपाल मुन्नी श्यामवती जैसे दर्जनों लोगों ने बताया की हम लोग चाहते हैं यह मिल बंद हो या यह पानी यहां ना आए इन लोगों ने बताया शिवानी ध्रुव सुशीला तथा जानवी आकाश अमन कृष्णप्रिया कृष्णावती कुलदीप शेष कुमार सुजीत कुमार यह सब इसी गंदे पानी की वजह से और उड़ते हुए कपास के गरदे। से धूल से बेहद बीमार है ।
उनको सांस लेने की बीमारी हो गई है और हम लोगों का यहां जीना दूभर हो गया है यहां हम लोग घुट घुट के जीने पर मजबूर हैं कई बार हम लोगों ने शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती इन लोगों का कहना था कि अगर हमारी सुनवाई नहीं हुई और हमारा परिवार यूं ही बर्बाद होता रहा तो हम को सड़कों पर उतरना पड़ेगा इसके बाद भी अगर सुनवाई नहीं हुई तो हम को DM के बंगले के सामने आत्मदाह करना पड़ेगा।
इस से अच्छा है कि हम घुट घुट के मर जाए हम सामने दुनिया को दिखा कर आत्मदाह करें ताकि लोग जागे गांव के सैकड़ों लोगों ने मिल बंद कराने की मांग की है जिससे हजारों जिंदगियों को बचाया जा सके अब देखने वाली बात यह होगी कि जिम्मेदार अधिकारी इस तरफ कितनी जल्दी और कैसा कदम उठाते हैं मामला कई लोगों की जिंदगी यों से जुड़ा है इसलिए ज्यादा गंभीर हो गया है
इस गंभीर मसले को देखते हुए लोक जनशक्ति पार्टी भी उतरी गांव वालों के समर्थन में
इस गंभीर समस्या को देखते हुए लोक जनशक्ति पार्टी भी अब इन लोगों के समर्थन में आ गई है लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश महासचिव चौधरी अरुण कुमार कोरी ने गांव का दौरा किया और इस गंभीर समस्या से रूबरू हुए उन्होंने तत्काल इस संबंध में मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को लेटर लिखने की बात की है।
उनका कहना था कि वाकई यह बहुत गंभीर समस्या है और यही हालात रहे तो सैकड़ों जिंदगियां मौत के मुंह में चली जाएंगी जो किसी तरह से भी उचित नहीं है चौधरी अरुण कुमार ने क्षेत्र में भ्रमण कर लोगों की हालचाल जाना और हमसे बात करते हुए कहा कि यह समस्या बहुत गंभीर है लोग यहां बहुत परेशान है।
और घुट घुट के जीने पर मजबूर हैं इसलिए हम अपनी पार्टी की ओर से यह बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाएंगे जिससे इन लोगों की जिंदगी यों को बचाया जा सके हम आपको बता दें कि लोक जनशक्ति पार्टी एनडीए का हिस्सा है।
और इस समय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान केंद्रीय मंत्री भी है अब देखना यह होगा कि वह आप अपनी कुर्सी बचाते हैं या इन लोगों की जान बचाते हैं मुद्दा गंभीर है अब देखना यह है कि अधिकारी कितनी जल्दी कदम बढ़ाते हैं और इन जिंदगियों को बचाते हैं।