फ़र्ज़ी निकला राष्ट्रवाद का मुद्दा 15 हजार रुपये न मिलने पर कश्मीरियों की गयी थी पिटाई

दुकान लगाने के एवज में 15 हजार रुपये न देने पर की थी कश्मीरी युवकों की पिटाई
डीजीपी ने सभी जिलों को जारी किया अलर्ट भविष्य में ना हों ऐसी घटनाएँ
लखनऊ।(आरएनएस ) राजधानी लखनऊ के हसनगंज थाना क्षेत्र के डालीगंज पुल पर बुधवार को हुई कश्मीरियों की पिटाई में रंगदारी वसूलने का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर पिटाई का विडियो वायरल होने के बाद हरकत में आई हसनगंज पुलिस ने मुख्य आरोपित बजरंग सोनकर सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक आरोपितों ने दुकान लगाने के एवज में 15 हजार रुपये न मिलने पर राष्ट्रवाद का मुद्दा बनाकर कश्मीरियों की पिटाई कर दी थी। आरोपित कई आपराधिक मामलों में जेल जा चुके हैं। वहीं गुरुवार रात को विश्व हिंदू ट्रस्ट के अध्यक्ष अंबुज निगम को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि कुलगाम के अफजाल नायक और अब्दुल सलाम कई महीनों से डालीगंज इलाके में ड्राई फ्रूट्स बेच रहे हैं। बुधवार को विश्व हिंदू ट्रस्ट के कार्यकर्ता पुल पर आए और दोनों को डंडों से पीटने लगे। देर रात पिटाई का विडियो सामने आने के बाद एसएसपी के निर्देश पर डालीगंज निवासी बजरंग सोनकर, हिमांशु अवस्थी, अनिरुद्ध और अमर कुमार को दबोच लिया गया। 153ए, 7 सीएलए जैसी गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर चारों को जेल भेज दिया गया।
डीजीपी ने सभी जिलों को जारी किया अलर्ट
डीजीपी मुख्यालय ने सभी जिलों को अलर्ट जारी कर निर्देश दिए हैं कि कहीं भी ऐसी घटना दोहराई न जाए। डीजी कानून-व्यवस्था आनंद कुमार व एडीजी जोन राजीव कृष्णा ने दोनों कश्मीरियों से मुलाकात कर सुरक्षा का आश्वासन दिया। वहीं, केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला सहित कई नेताओं ने भी निंदा की है।
ज़िलाधिकारी ने दिया बीस हज़ार का चेक
वही जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने पीड़ित कश्मीरियों के मामले को संज्ञान लेते हुए उसपर जांच करते हुए पाया कि अरातकतत्वों द्वारा जिस तरह से मारपीट की थी जिसमें अब्दुल सलाम पुत्र श्री अब्दुल अहद को गम्भीर चोटे भी आई और उसमें पाया गया कि वह बहुत गरीब है। जिसके बाद ही उन्होंने कश्मीरी से मुलाकात कर उनके प्रति संवेदना जाहिर करते हुए उनको 20 हजार की चेक सद्भावना समिति से प्रदान की गई ताकि पीड़ित को ईलाज कराने में कोई असुविधा न होने पाए और वह अपना कारोबार फिर से शुरू कर सके।