उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के सरकारी स्कूलों में आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का उपयोग करने वाले शिक्षकों के पहले समूह के साथ “खानमिगो सारथी” का उत्सव मनाया

उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के सरकारी स्कूलों में आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का उपयोग करने वाले शिक्षकों के पहले समूह के साथ “खानमिगो सारथी” का उत्सव मनाया
,इस पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत शैक्षिक सत्र 2024-25 में उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में 60 से अधिक शिक्षकों को AI-सशक्त बनाया गया है।
लखनऊ, , उत्तर प्रदेश सरकार के बेसिक शिक्षा विभाग के साथ साझेदारी में, खान एकेडमी ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में भारत का पहला खानमिगो पायलट, खान एकेडमी की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) संचालित शिक्षक सहायक और व्यक्तिगत ट्यूटर लॉन्च किया। 7 जिलों के 60 केजीबीवी में, गणित शिक्षकों को अपनी शिक्षण प्रक्रिया को मजबूत करने के लिए हिंदी में खानमिगो और जेन-एआई की शक्ति का उपयोग करने का अवसर मिला है।
जून 2021 से, उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग और खान एकेडमी इंडिया राज्य में गणित और विज्ञान सीखने के परिणामों को मजबूत करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। यह कार्यक्रम राज्य के 746 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (के०जी०बी०वी०) में शुरू हुआ – जो सामाजिक और आर्थिक रूप से वंचित पृष्ठभूमि की बालिकाओं के लिए आवासीय विद्यालय हैं। वर्ष 2021 से 2,000 से अधिक शिक्षकों को गणित और विज्ञान के लिए खान एकेडमी को अपनी कक्षाओं में एकीकृत करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है, जिससे 1 लाख से अधिक बालिकायें लाभान्वित हुई हैं। इन छात्राओं के लिए, यह कार्यक्रम एक अभूतपूर्व अनुभव है – जो न मात्र सीखने के प्रति उत्साह जगाने में अपितु मानसिकता बदलने में भी निर्णायक रहा है। के०जी०बी०वी० में उत्साहवर्धक परिणामों ने इस साझेदारी को माध्यमिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों, आईसीटी लैब्स-युक्त अन्य परिषदीय विद्यालयों और हाल ही में खानमिगो को शामिल करने के लिए प्रेरित किया है।
इन 60 के०जी०बी०वी० में खानमिगो पायलट का उद्देश्य शिक्षकों को बालिकाओं का समर्थन करने के लिए सक्षम करके गणित शिक्षा में उत्कृष्टता और नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देना है। शिक्षकों को अपनी दैनिक शिक्षण की प्रक्रिया में एआई को प्रभावी रूप से एकीकृत करने में सक्षम बनाने के लिए, खान एकेडमी ने इन शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण (ऑफलाइन और ऑनलाइन) आयोजित किया और साथ ही उन्हें निरंतर सहायता भी प्रदान की
इन स्कूलों में शिक्षक उच्च गुणवत्ता वाली पाठ योजनाएं बनाकर, अपनी आवश्यकताओं के अनुसार प्रश्न उत्पन्न करके किसी भी विषय पर अभ्यास को सक्षम करने, छात्रों के मूल्यांकन की सुविधा प्रदान करने, अपनी कक्षा और छात्र के प्रदर्शन की समीक्षा के माध्यम से व्यक्तिगत निर्देश और सहायता प्रदान करने और कई अन्य उद्देश्यों के लिए अपने कक्षा शिक्षण को मजबूत करने के लिए हिंदी में खानमिगो के शिक्षक सहायता उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं।
केजीबीवी में कार्यक्रम से प्राप्त सीख के आधार पर, खान एकेडमी ने खानमिगो प्रदान करने के लिए राज्य में शिक्षकों के लिए ओपन-फॉर-ऑल प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया। वर्तमान में, पूरे उ०प्र० में 1,200 से अधिक शिक्षकों ने खानमिगो के लिए नामांकन किया है और अपनी शिक्षण प्रक्रिया को मजबूत करने के लिए इसका लाभ उठाया है।
खानमिगो अब भारत के सभी शिक्षकों के लिए अंग्रेजी और हिंदी में निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। शिक्षक खान एकेडमी के यूट्यूब चैनल और उसके वेब प्लेटफॉर्म पर खानमिगो का लाभ उठाने के बारे में ऑनलाइन संसाधन निःशुल्क प्राप्त कर सकेंगे।
खान एकेडमी की इस पहल की सराहना करते हुए, श्री संदीप सिंह जी, माननीय मंत्री, बेसिक शिक्षा, उत्तर प्रदेश ने ख़ानमिगो पायलट प्रोजेक्ट पर अपना उत्साह व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान, श्री संदीप सिंह जी ने शिक्षा में नवाचार लाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता के बारे में बात की। उन्होंने आगे कहा, “आज के युग में, एआई-संचालित शिक्षा आवश्यक है, और हम इस दृष्टिकोण को दैनिक जीवन में लाने के लिए खान एकेडमी और उसके एआई सहायक, खानमिगो से जुड़ कर खुश हैं।” आगे उन्होंने ये भी कहा कि खानमिगो को संचालित करने वाले पहले राज्यों में से एक के रूप में, उत्तर प्रदेश ने सीखने के परिणामों पर सकारात्मक प्रभाव देखा है और भविष्य में शैक्षिक परिणामों में अनवरत प्रगति की आशा करता है।
कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार की महानिदेशक, स्कूल शिक्षा सुश्री कंचन वर्मा जी ने राज्य में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के साथ खान एकेडमी इंडिया के सहयोग के बारे में बात की और उत्साहजनक परिणामों के आधार पर, माध्यमिक विद्यालयों में कार्यक्रम का विस्तार करने के राज्य के निर्णय के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधान मंत्री, माननीय मुख्यमंत्री, माननीय मंत्री का दृष्टिकोण है कि देश का भविष्य STEM और प्रौद्योगिकी में है, और गणित और विज्ञान में छात्रों के बीच रुचि पैदा करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने छात्रों को प्रौद्योगिकी के बारे में जागरूक होने और प्रौद्योगिकी से जुड़ने और उसका उपयोग करने में सक्षम होने के महत्व पर जोर दिया।
इस विकास पर टिप्पणी करते हुए, खान एकेडमी इंडिया की एम०डी०, सुश्री स्वाति वासुदेवन ने कहा, “राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने में उत्तर प्रदेश सरकार का समर्थन करना और राज्य में किए जा रहे उल्लेखनीय परिवर्तन को देखना हमारा सौभाग्य है। भारत में पहले खानमिगो पायलट का हिंदी में और सरकारी स्कूल के शिक्षकों के साथ लॉन्च होना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह देखना वास्तव में प्रेरणादायक है कि कैसे इन शिक्षकों ने शिक्षा में परिवर्तनकारी क्षमता का प्रदर्शन करते हुए प्रौद्योगिकी और एआई को अपनाया। हमने उनसे बहुत कुछ सीखा है; वे अग्रणी हैं, जो देश में सीखने के भविष्य को आकार देने में एआई की भूमिका का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं।”
शिक्षण के लिए एआई-आधारित टूल का उपयोग करने के लिए उत्तर प्रदेश में सरकारी स्कूल के शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के इस पायलट प्रोजेक्ट को इंटेल टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा समर्थित किया गया है।