उत्तर प्रदेशलखनऊ

मेदांता में सुपर स्पेशलिज़्डअस्थमा-एलर्जी क्लिनिक का हुआ शुभारंभ

मेदांता में सुपर स्पेशलिज़्डअस्थमा-एलर्जी क्लिनिक का हुआ शुभारंभ

लखनऊ, 06 मई, 2024: मेदांता हॉस्पिटल ने 7 मई 2024 को विश्व अस्थमा दिवस के शुभ अवसर पर अपने अत्याधुनिक अस्थमा-एलर्जी क्लिनिक के उद्घाटन के साथ अपनी सुपर स्पेशलाइज्ड पल्मोनरी एंड स्लीप मेडिसिन सेवाओं का विस्तार किया है। इस क्लिनिक में डॉक्टरों की टीम मरीजों को उनके अस्थमा से सम्बंधित जरूरत के अनुसार इलाज प्रदान करेगी। इसके साथ-साथ अस्थमा का पूर्ण मूल्यांकन, बीमारी के बारे में मरीजों को पूरी जानकारी, परामर्श और बायोलॉजिकल ड्रग्स जैसी नई चिकित्सा पद्धतियों की आवश्यकता का भी आकलन किया जाएगा।

अस्थमा-एलर्जी क्लिनिक का उद्घाटन मेदांता अस्पताल, लखनऊ के चिकित्सा निदेशक डॉ. राकेश कपूर द्वारा किया गया। पल्मोनरी और स्लीप मेडिसिन के इंचार्ज एवं एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. जुगेन्द्र सिंह ने अस्थमा से जुड़ी प्रचलित भ्रांतियों को दूर किया और अस्थमा के खिलाफ मरीजों को सशक्त बनाने में अस्थमा क्लिनिक की भूमिका के महत्व को बताया।

अस्थमा एलर्जी क्लिनिक के प्रभारी डॉ अभिषेक टंडन ने अस्थमा को पहचानने और उसके इलाज पर बेहद जानकारी पूर्ण व्याख्यान दिया। डॉ. टंडन ने रोगियों के लिए व्यक्तिगत दृष्टिकोण की आवश्यकता और व्यक्तिगत उपचार योजना विकसित करने पर जोर देते हुए कहा, “क्लिनिक का अस्थमा की मुश्किल स्टेज से जूझ रहे व्यक्तियों पर विशेष ध्यान होगा, जहां पूरी तरह से प्रोटोकॉल आधारित बायोलॉजिकल थेरेपी या इम्यूनोथेरेपी का प्रावधान किया जाएगा, जो उनके जीवन की गुणवत्ता में महत्वपूर्ण सुधार करेगा ।”

बच्चों में अस्थमा की संभावना पर प्रकाश डालते हुए, बाल रोग पल्मोनोलॉजी विभाग की प्रभारी और अस्थमा विशेषज्ञ डॉ. वेल्लुवली पीवाईके प्रसन्ना ने कहा, “अस्थमा के प्रभाव को कम करने के लिए समय पर इस मर्ज की पहचान और उसके उपचार की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने लाइव सेशन में आम लोगों के साथ बातचीत की, जिसमें बच्चों में अस्थमा के इलाज में आने वाली समस्याओं पर चर्चा की गई।

इस अवसर पर उपस्थित मरीजों को मुफ्त अस्थमा परामर्श और पल्मोनरी फंक्शन टेस्ट (पीएफटी) की सुविधा दी गई । अस्थमा एलर्जी क्लिनिक की शुरुआत, व्यक्तिगत देखभाल पर ध्यान देने के साथ, समग्र स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने और अस्थमा के रोगियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए मेदांता के अटूट समर्पण को दर्शाती है।

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