उत्तर प्रदेशलखनऊ

वाहिद बिरयानी वैन निशुल्क शाकाहारी भोजन वेज पनीर बिरयानी लोगों को करा रहे उपलब्ध, 65 सालो से लगतार चल रहा है वाहिद बिरयानी का नाम

वाहिद बिरयानी वैन निशुल्क शाकाहारी भोजन वेज पनीर बिरयानी लोगों को करा रहे उपलब्ध, 65 सालो से लगतार चल रहा है वाहिद बिरयानी का नाम

लखनऊ, लगतार लॉकडाउन में आज तक भूखों को खाना खिलाने का काम कर रहे है जिसमें आज 50 दिन हो जाने के बाद ये लोग लगातार भूखों का पेट भरने का काम कर रहे है

Thanksगंगा जमुना तहज़ीब की राह पर वाहिद बिरयानी कर रहा हज़ारों ग़रीबों की मदद

लगतार ग़रीबों को राशन की किट उपलब्ध करायी जा रही

वाहिद बिरयानी ग़रीबों के लिए लगतार करा रहा भंडारे का आयोजन

65 सालो से लगतार चल रहा है वाहिद बिरयानी का नाम

रॉयल सक्सेस इंटरनेशनल बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में कोरोना काल के दौरान किए गए कामों के लिए वाहिद बिरियानी का नाम हुआ दर्ज

कोरोना महामारी के दौरान जहाँ सभी लोग अपनी जान बचाने के लिए घर के अंदरथे लेकिन वहीं पर तमाम ऐसे लोग थे जो सड़कों पर भूखे घूम रहे थे जिनके पास न तो खाना खाने के लिए पैसा था और न ही खाना ऐसे में इन लोगों के सामने मसीहा के रूप में एक नाम आगे आया वाहिद बिरियानी वाहिद जो राजधानी लखनऊ में मशहूर है और वाहिद बिरयानी ने एक प्रण लिया कि जब तक लॉकडाउन रहेगा तब तक हम लोग भूखों को खाना खिलाने का काम करेंगे जिसमें आज 50 दिन हो जाने के बाद ये लोग लगातार सड़कों पर रहते हैं औरलॉकडाउन के दौरान भूखे लोगों को खाना खिलाने का काम कर रहा है

वाहिद बिरयानी लखनऊ का सफर करते हुए अब आगरा में भी लोगों की खिदमत कर रही है वाहिद बिरयानी वैन निशुल्क शाकाहारी भोजन वेज पनीर बिरयानी लोगों को उपलब्ध करा रहे हैं,अपनी अलग पहचान भूखा ना सोये हमारा हिंदुस्तान वाहिद बिरयानी की तरफ से क्यों कि कोई भूखा ना रहे हमारी कोशिश है

वाहिद बिरयानी को हाजी वाहिद अली ने वर्ष 1955 में शुरू किया था। उस समय वाहिद बिरयानी की दुकान चौक स्थित सब्जी मंडी में चला करती थी। वही अब इसको आबिद अली कुरेशी चला रहे है वही इनके बेटे साकिब और वाकिब भी पिता के काम में हाथ बटा रहे है वहीं लगभग 30 वर्षो से वाहिद बिरयानी फ्रैंचाइज के रूप में अमीनाबाद, लालबाग और बंगला बाजार में चल रही है। अमीनाबाद और बंगला बाजार और आगरा में है चल रही दुकान

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