अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय ने डिप्लोमा प्रोग्राम्स 2024 में प्रवेश-प्रक्रिया की शुरुआत कर दी है
अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय ने डिप्लोमा प्रोग्राम्स 2024 में प्रवेश-प्रक्रिया की शुरुआत कर दी है।
लखनऊ, : अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय एजुकेशन में डिप्लोमा प्रोग्राम्स के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया है। यह डिप्लोमा प्रोग्राम्स अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय के बेंगलूरु और भोपाल स्थित कैम्पस में होंगे। प्रवेश 2024 की तारीखें इस प्रकार रहेंगी आवेदन की आख़िरी तारीख़ 30 नवम्बर 2023, साक्षात्कार दिसम्बर 2023, कक्षाओं की शुरुआत फरवरी, 2024 ।
डिप्लोमा प्रोग्राम्स की जानकारी इस प्रकार रहेगी डिप्लोमा इन एजुकेशन – आरंभिक बाल्यावस्था शिक्षा, डिप्लोमा इन एजुकेशन – समावेशी शिक्षा,डिप्लोमा इन एजुकेशन – सीखने में अक्षमता वाले बच्चों को पढ़ाना।
यह तीनों, एक वर्षीय पार्ट-टाइम डिप्लोमा का प्रोग्राम हैं। इसमें शिक्षा क्षेत्र के सिद्धांतों और उसके व्यावहारिक पक्षों पर समान रूप से पढ़ाया जायेगा। इनकी कक्षाएँ ऑनलाइन और ऑफ़लाइन दोनों तरीकों से होंगी। इन डिप्लोमाप्रोग्राम्स का मक़सद बेहतर व्यावसायिक विकास प्रोग्राम्स की कमी को पूरा करना है। ताकि हमारे स्कूली व्यवस्था में काम करने वाले पेशेवरों और शिक्षकों में ज़रूरी क्षमता और कौशल विकसित किए जा सके।
यह तीनों डिप्लोमा प्रोग्राम्स शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहे पेशेवरों के लिए तैयार किया गया है। इसमें शिक्षक, शिक्षक प्रशिक्षक, विशेष प्रशिक्षक, स्कूल प्रशासक या स्कूली शिक्षा क्षेत्र में काम करने वाली किसी सरकारी/निजी/एनजीओ निकाय के साथ कम-से-कम दो वर्षों तक काम करने वाली प्रत्येक व्यक्ति प्रवेश ले सकते हैं।
यह तीनों, एक वर्षीय पार्ट-टाइम डिप्लोमा का पाठ्यक्रम हैं। इनकी कक्षाएँ ऑनलाइन और ऑफ़लाइन दोनों तरीकों से होंगी। ऑफ़लाइन कक्षाएँ अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय के बेंगलूरु और भोपाल स्थित कैम्पस में से जहाँ आपने प्रवेश लिया होगा, वहीं होंगी।
प्रत्येक डिप्लोमा प्रोग्राम में4 सर्टिफ़िकेट प्रोग्राम्स हैं। हर एक सर्टिफ़िकेट प्रोग्राम की अवधि 12 हफ़्तों की है। प्रतिभागियों को डिप्लोमा प्रोग्राम या इनमें से कोई एक सर्टिफिकेट प्रोग्राम में शामिल होने की सुविधा है।
अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ़ एजुकेशन के निदेशक, अंकुर मदान का कहना है, “अज़ीम प्रेमजी विश्वविद्यालय में एजुकेशन से संबंधित डिप्लोमा प्रोग्राम्स न्यायसंगत और समावेशित के लक्ष्य को पूरा करने के लिए तैयार किए गए हैं। यह प्रोग्राम्स राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में परिकल्पित इन लक्ष्यों के अनुरूप हैं। यह कार्यक्रम शिक्षकों और स्कूल प्रशासकों को आरंभिक बाल्यावस्था शिक्षा, समावेशी शिक्षा और सीखने में अक्षमता जैसे मुख्य क्षेत्रों में ज्ञान, कौशल और नजरिया प्रदान करेंगे। इन प्रोग्राम्स को कुछ इस तरह तैयार किया गया है कि शिक्षक इस अवधि में जो कुछ सीखेंगे, उन्हें वेबच्चोंऔर सहकर्मियों के साथ बातचीत में लागू कर पाएँगे। साथ हीयह शिक्षकों कोकाम के दौरान उभरने वालेकठिन सवालों का जवाब मुहैया कराएंगे।”