इलाज संभव है फिर भी विश्व में सबसे ज्यादा कुष्ठ रोगी भारत में, लखनऊ मे 8 कॉलेजेस के 70 से अधिक स्टूडेंट्स को दिया गया ट्रेनिंग
इलाज संभव है फिर भी विश्व में सबसे ज्यादा कुष्ठ रोगी भारत में लखनऊ मे 8 कॉलेजेस के 70 से अधिक स्टूडेंट्स को दिया गया ट्रेनिंग
o कुष्ठ रोग के बारे में जागरूकता लाने और कुष्ठ रोगियों को समाज की मुख्य धारा में जोड़ने के लिए सासाकावा-इंडिया लेप्रोसी फाउंडेशन ने आयोजित किया श्युथ अगेंस्ट लेप्रोसी फेस्टिवलश्
o सासाकावा-इंडिया लेप्रोसी फाउंडेशन महात्मा गांधी के श्लेप्रोसी फ्री इंडिया’ के अधूरे सपने को पूरा करने के लिए युवाओं को कुष्ठ रोग के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उन्हें संवेदनशील बनाने के लिए राष्ट्रव्यापी शिविर लगाते हैं।
o इस प्रोग्राम के तहत संस्था ने लखनऊ के 8 कॉलेजेस के 70 से अधिक स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग दी है।
o कुष्ठ रोग को समाप्त करने में महात्मा गाँधी का योगदान सर्वविदित है, इस बात को ध्यान में रखते हुए यह महोत्सव महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती को मनाने के लिए एस.आईएलएफ के कार्यक्रम का एक हिस्सा था।
लखनऊ 10 फरवरी 2020 राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने समाज में कुष्ठ रोग और रोगियों के ऊपर लगने वाले कलंक और भेदभाव को मिटाने के लिए अथक प्रयास किया है। यही कारण है कि उनकी 150 वी जयंती के उपलक्ष्य में नई पीढ़ी में कुष्ठ रोग के बारे में जागरूकता लाने के उद्देश्य से सासाकावा-इंडिया लेप्रोसी फाउंडेशन का श्युथ अगेंस्ट लेप्रोसी फेस्टिवलश् का आयोजन किया गया। इस फेस्टिवल के तरह लेप्रोसी कॉलोनीज में रहने वाले युवाओं से लखनऊ के विभिन्न कॉलेज के स्टूडेंट्स की बातचीत करवाई गई। इसके लिए कई मजेदार गतिविधियों का आयोजन भी हुआ।
सासाकावा- इंडिया लेप्रोसी फाउंडेशन की हेड कम्युनिकेशंस एंड एडवोकेसी तहसीन जैदी बताती है कि ज्यादातर लोगों को कुष्ठ रोग के बारे में मूलभूत जानकारी भी नहीं है। लोग इसे आज भी लाइलाज और संक्रामक मानते हैं इसलिए कुष्ठ रोगियों की मदद करने के बजाय उन्हें समाज से अलग कर देते हैं। जबकि सच तो यह है कि कुष्ठ रोग का इलाज संभव है फिर भी दुनिया में सबसे ज्यादा कुष्ठ रोगी भारत में पाए जाते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण जागरूकता की कमी ही है। इसी समस्या को हल करने के लिए हम इस फेस्टिवल के जरिये स्टूडेंट्स को ऐसे युवाओं से मिलने-जुलने का मौका देता है, जो लेप्रोसी कॉलोनीज में रहते हैं। बातचीत के यह मौके युवाओं को कुष्ठ रोग के साथ जुडी भ्रांतियों को दूर कर लेप्रोसी कॉलोनीज में रहने वाले लोगों और समाज के बीच एक सेतु बनाने का मौका देता है। यह यूथ फेस्टिवल श्हम और वोश् का भेद दूर करने में सहायक सिद्ध होगा इस यूथ फेस्टिवल में मुख्य अतिथि के तौर पर माननीय स्वास्थ्य मंत्री उत्तर प्रदेश जय प्रताप सिंहए हेड कम्युनिकेशंस एंड एडवोकेसी तहसीन जैदीए वरिष्ठ पत्रकार श्री रतन मणिलाल और श्री अतुल चंद्रा भी सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
सभा को सम्भोधित करते हुए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री यूपी, डॉ. जय प्रताप सिंह ने कहा “ भारत सरकार ने भविष्य में कुष्ठ रोग को खत्म करने का संकल्प लिया है। कुष्ठ रोगियों का हौसला बढ़ाने के लिए युवाओं को आगे आना होगा। युवा वर्ग को हमेशा कुष्ट रोग के कारणों के बारे में जागरूकता फैलानी चाहिए। मुझे इस मंच पर यहां के युवाओं से मिलकर बेहद खुशी हुई जिनका भविष्य में कुष्ठ रोग को समाप्त करने में बड़ा योगदान होगा।”
युवाओं में कुष्ठ रोग के प्रति जागरूकता और संवेदनशीलता लाना है उद्देश्य
सासाकावा- इंडिया लेप्रोसी फाउंडेशन की हेड कम्युनिकेशंस एंड एडवोकेसी तहसीन जैदी ने कहा कि, ष्दुर्भाग्य की बात है कि कुष्ठ रोग के बारे में जागरूकता फैलाने के प्रयास ना के बराबर होते है, जिसका दुष्परिणाम हमें कुष्ठ रोग के बारे में भ्रम और कुष्ठ रोगियों के प्रति भेदभाव के व्यव्हार के रूप में दिखाई देता है। हमारे द्वारा की गई रिसर्च के मुताबिक नई पीढ़ी को कुष्ठ रोग के बारे में बहुत ही कम जानकारी है। हमारी फाउंडेशन में हम युवाओं में कुष्ठ रोग के प्रति संवेदनशीलता उत्पन्न करने के प्रयास करते हैं ताकि उन्हें इस रोग के विषय में जानकारी मिल पाए। बहुत कम लोग जानते है कि कुष्ठ रोग एक बैटीरिया-जनित रोग है, जिसे एंटीबायोटिक्स के जरिये आसानी से दूर किया जा सकता है। जब युवाओं को इस बात की जानकारी होगी तो वे समाज से कुष्ठ रोग के प्रति भ्रांतियों को दूर कर समाज को बेहतर और संवेदनशील बनाने में मदद कर पाएंगे। मै सरकार और मीडिया से विनती करती हूं कि वे भी इस नेक काम में हमारी मदद करें। ज्ञातव्य है कि आज भी दुनिया भर में सबसे ज्यादा नए कुष्ठ रोगी भारत में ही पाए जाते है। चलिए हम सब साथ मिलकर कुष्ठ रोगियों के आर्थिक और सामाजिक पुर्नवास में योगदान कर महात्मा गाँधी के कुष्ठ रोग मुक्त भारत का सपना पूरा करें।