उत्तर प्रदेशलखनऊ

एनआईएचआर के शोध में सामने आया कि ई-सिगरेट से धूम्रपान की आदत शुरू नहीं होती है

एनआईएचआर के शोध में सामने आया कि ई-सिगरेट से धूम्रपान की आदत शुरू नहीं होती है

लखनऊ 29 सितंबर 2023: नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ एंड केयर रिसर्च (एनआईएचआर) द्वारा किए गए अध्ययन में ई-सिगरेट से धूम्रपान की आदत को बढ़ावा मिलने का कोई भी संकेत नहीं मिला है। इस अध्ययन में सबूत मिले हैं कि ई-सिगरेट धूम्रपान की आदत के प्रतिद्वंदी हैं, और इस आदत को त्याग करने में मदद करती है। लेकिन यह खोज केवल अनुमानित है, और इस बात की पुष्टि करने के लिए इस दिशा में और ज़्यादा अनुसंधान किए जाने की सख्त जरूरत है। इस अध्ययन में धूम्रपान के समान वक्र वाले और ई-सिगरेट के लिए भिन्न-भिन्न नियमों वाले देशों में धूम्रपान की दरों और सिगरेट की बिक्री के साथ इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट की बिक्री और उपयोग के समय चक्र की तुलना की गई थी।

एनआईएचआर पब्लिक हेल्थ रिसर्च प्रोग्राम के डायरेक्टर, प्रोफेसर ब्रायन फेर्गुसन ने बताया, “इस अध्ययन के शुरुआती परिणाम महत्वपूर्ण हैं, लेकिन इनसे अभी कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता है। वैकल्पिक निकोटीन डिलीवरी प्रोडक्ट्स, जैसे ई-सिगरेट द्वारा धूम्रपान की दर पर पड़ने वाले प्रभाव को समझने के लिए इस क्षेत्र में और ज़्यादा शोध किए जाने की आवश्यकता है।”

इसमें यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका की तुलना ऑस्ट्रेलिया से की गई, जहाँ निकोटीनयुक्त ई-सिगरेट की बिक्री पर प्रतिबंध है। इस अध्ययन में अन्य देशों में लोकप्रिय धूम्रपान और निकोटीन के विकल्पों के उपयोग पर भी ध्यान दिया। इसमें स्वीडन में ओरल निकोटीन पाउच का उपयोग शामिल था। तथा जापान और दक्षिण कोरिया में उन उत्पादों शामिल किया गया था, जिनमें तम्बाकू जलाने की बजाय गर्म की जाती है।

ऑस्ट्रेलिया में धूम्रपान करने वालों की संख्या में कमी यूके की तुलना में धीमी रही, तथा युवाओं में यूके और यूएसए दोनों की तुलना में धीमी रही। यूके में सिगरेट की बिक्री ऑस्ट्रेलिया की तुलना में काफ़ी तेज़ी से गिरी। जापान में हीटेड तम्बाकू की बिक्री में वृद्धि के साथ सिगरेट की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई।

शोधकर्ताओं ने बताया कि लोग सिगरेट और वैकल्पिक उत्पादों दोनों का उपयोग कर सकते हैं, और इन दोनों उत्पादों के आँकड़े ओवरलैप होते हैं, इसलिए धूम्रपान पर वैकल्पिक उत्पादों के एक्सक्लूसिव उपयोग का प्रभाव निर्धारित करने के लिए लंबे समय तक अध्ययन किए जाने की जरूरत है।

वैकल्पिक निकोटीन उत्पाद धूम्रपान की जगह ले सकते हैं, इसकी पुष्टि करने के लिए और ज़्यादा डेटा की ज़रूरत है। जैसे-जैसे इनके उपयोग और बिक्री का डेटा सामने आएगा, वैसे-वैसे उसका विश्लेषण कर और ज़्यादा प्रमाणित जानकारी प्राप्त हो सकेगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Back to top button