उत्तर प्रदेशलखनऊ

सन आई हॉस्पिटल ने यूपी के पहले कंटूरा लेसिक सर्जरी वाले आई हॉस्पिटल का किया शुभारंभ

सन आई हॉस्पिटल ने यूपी के पहले कंटूरा लेसिक सर्जरी वाले आई हॉस्पिटल का किया शुभारंभ

· लखनऊ के गोमती नगर में आलमबाग के बाद सन आई हॉस्पिटल की दूसरी ब्रांच

लखनऊ, 26 नवंबर 23, राजधानी और आसपास के क्षेत्रों के नेत्र रोगों के इलाज में अग्रणी सन आई हॉस्पिटल, लखनऊ के गोमती नगर में अपनी दूसरी ब्रांच का शुभारंभ किया है। सन आई हॉस्पिटल की नई ब्रांच सम्मिट बिल्डिंग के सामने स्थित है। सन आई हॉस्पिटल का नया ब्रांच कंटूरा लेसिक सर्जरी की सुविधा वाला यूपी का पहला आई हॉस्पिटल है। कंटूरा लेसिक सर्जरी में पारंपरिक लेसिक और अन्य दृष्टि सुधार विधियों की तुलना में बेहतर दृश्य परिणाम प्राप्त होते हैं।

सन आई हॉस्पिटल की स्थापना 2002 में डॉ. सुधीर श्रीवास्तव ने की थी। अपनी स्थापना के साथ ही यह अस्पताल आंखों के इलाज में अग्रणी बना है। अस्पताल में विभिन्न प्रकार के आंखों के इलाज, जैसे कि मोतियाबिंद, रतौंधी, ग्लूकोमा, आई हर्पिज, आंखों के ट्यूमर, डायबिटीज से संबंधित रेटिनोपैथी व लेसिक सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है।

नई ब्रांच में भी सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। अस्पताल में 14 अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर्स उपलब्ध हैं। साथ ही अस्पताल में अत्याधुनिक उपकरणों से लैस ऑपरेशन थिएटर भी हैं।

नई ब्रांच के बारे में बताते हुए डॉ. सुधीर श्रीवास्तव ने कहा, “हम अपनी नई ब्रांच के साथ लखनऊ के लोगों को अत्याधुनिक मेडिकल टेक्नोलॉजी के साथ बेहतर आंखों का इलाज प्रदान करने के लिए सदैव तत्पर हैं। हम अपने मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए हमने अपने नए ब्रांच में कंटूरा लेसिक सर्जरी की सुविधा भी शुरू की है। यह सुविधा यूपी में पहली बार किसी आई हॉस्पिटल में उपलब्ध हुई है।”

डॉक्टर सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि नई ब्रांच में भी आँखों के आस-पास की सूजन, पफीनेस और महीन रेखाओं को सुधारने के लिए कॉस्मेटिक सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है।

उन्होंने कहा कि अस्पताल नयन नाम से एक मोबाइल नेत्र शिविर भी चलाता है, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की आंखों की जांच व इलाज किया जाता है। उन्होंने कहा कि अस्पताल सामाजिक सेवाओं के लिए भी प्रतिबद्ध है। ग्रामीण भारत में पर्याप्त प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है। 66% ग्रामीण आबादी की महत्वपूर्ण इलाज तक पहुंच नहीं है। हमने इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुए नयन की शुरुआत की।

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