उत्तर प्रदेशलखनऊ

सीखने के लिये वक़त नही जूनून चाहिए : सिमर्ंन निशा

सीखने के लिये वक़त नही जूनून चाहिए : सिमर्ंन निशा
उत्तर प्रदेश आर्टिस्ट अकादमी द्वारा आयोजित जश्न उर्दू 2020 में आज उर्दू ड्रामा के सत्र में सिमरन सिमरन निशा,युसुफ खान, अलोक श्रीवास्तव , मन्जुल आज़ाद,सीमा मोदी ने कहां की रंग मंच की दुर्दशा के लिए सरकार के साथ-साथ हम सब जिम्मेदार हैं ऐसा नहीं है कि उर्दू नाटक का अभाव है परंतु हम लोग उस पर काम ही नहीं कर पाते हैं आलोक श्रीवास्तव ने कहा कि उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी की लाइब्रेरी में लगभग उर्दू में सौ नाटक है परंतु कोई भी उनको पढ़ने वाला नहीं है और ना ही उनको रंगमंच पर लाने के लिए आगे आता है हम सबको मिलकर के रंगमंच की स्थिति को सुधार नहीं होगी ।

उर्दू तालीम के सत्र में नवाब जाफ़र मीर अब्दुल्ला , रज़िया नावाज, डॉ क़मर,अब्दुल वहीद ने कहा कि उर्दू ऐसी जुबान है जोकि इंसान की छवि में चार चांद लगा देता है सलीके से हवाओं में जो खुशबू घोल सकते हैं अभी कुछ लोग बाकी हैं जो उर्दू बोल सकते हैं उनके इस शेर ने माहौल को और भी खुशनुमा बना दिया।
वही मोहसिन खान द्वारा लिखित उपन्यास अल्लाह मियां का कारखाना का विमोचन सिनेस्टार फिरोज खान मिस्टर फिरोज खान ने किया तथा फिरोज खान ने कहा कि बच्चों को बचपन से ही घरों में उर्दू सिखाई जानी चाहिए उर्दू एक उर्दू एक तहजीब की भाषा है जिसकी कोई मिसाल नहीं फिल्म इंडस्ट्री में भी उर्दू के शब्दों का बड़े पैमाने पर बोलचाल की भाषा में इस्तेमाल किया जाता है यहां तक कि सियासत दान भी उर्दू उर्दू भाषा का इस्तेमाल लोगों को प्रभावित करने के लिए करते हैं चाहे वह किसी भी काम या किसी भी पार्टी से हो इस अवसर पर कार्यक्रम में वामिक खान ,जुबेर अहमद , तौसीफ हुसैन ,नजम एहसान, प्रियंका गुप्ता,शाहिद सिद्धकी ,संजय सिंह , संजय सिंह, आरिफ मुकीम ,अब्दुल नसीर सहित तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।इस अवसर पर संस्था द्वारा अपने मंच पर कई हस्तियों को सम्मानित भी किया गया।

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