विधुत विभाग की घोर लापरवाही – पटरंगा फीडर की विधुत व्यवस्था चरमराई
विधुत विभाग की घोर लापरवाही – पटरंगा फीडर की विधुत व्यवस्था चरमराई
सरकार की मंशा पर पानी फेरने में कोई कसर नही छोड़ते विभागीय कर्मचारी
रिपोर्ट- अलीम कशिश
अयोध्या। एक तरफ़ आसमान से उगलती आग दूसरी तरफ बिजली की कटौती ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। बिजली गुल होने के बाद पता नहीं होता है कि बिजली कब आएगी। दिन हो या रात बस लोगों को अघोषित बिजली कटौती का ही भय सताता रहता है कि बिजली ना जाने कब गुल हो जाए। बिजली कटौती के कारण लोगों की पूरी दिनचर्या खराब होकर रह जाती है। सबसे ज्यादा परेशानी लोगों को रात के समय उठानी पड़ती है। जब गर्मी से बचाव के लिए लोग घरों की छतों पर पहुंचते हैं तो वहां मच्छरों का प्रकोप झेलने को मजबूर होना पड़ता है।
लेकिन विभाग ज़रूर कुम्भकर्णी नींद में सोया है।
पटरंगा फीडर से जुड़े गाँव सीवन,बाजिदपुर,गेरौंड़ा,पालपुर,अलियाबाद,खेदीपुर ,केनौहरा,चौधरी का पुरवा ,लौध का पुरवा,अहलनमऊ सहित कई गांवो में बिजली सप्लाई होती है।।हज़ारों उपभोक्ताओं से अच्छा-खासा राजस्व भी प्राप्त होता है लेकिन पटरंगा फ़ीडर की हमेशा कहानी रही है कि फ़ीडर के जर्जर संसाधनों, टूटे-लटके खंभों,ढीले कमज़ोर तारों और कर्मचारियों की लापरवाही और उदासीनता ने सुचारू रूप से बिजली सप्लाई कभी नहीं होने दी है।इसमें भी सबसे बड़ा कारण कर्मचारियों द्वारा लाइन पर पेट्रोलिंग और मरम्मत पर ध्यान ना देना है। इनका अवैध धन उगाही द्वारा ख़ुद अपने ही विभाग को चूना लगाने में मस्त रहना है ज़ाहिर है कि ऐसी स्थिति में उपभोक्ता सिर्फ भगवान भरोसे ही रह गया है।पटरंगा फ़ीडर की बिजली सप्लाई का ना कोई रोस्टर और ना ही कोई निर्धारित समय है बिजली आने-जाने का।इस भीषण गर्मी में बमुश्किल कुछ ही घंटे बिजली सप्लाई मिल रही है वह भी बार बार ट्रिप के साथ।जिससे क्षेत्र के उपभोक्ता आज़िज़ आ चुके हैं।तमाम शिकायतों के बाद भी ज़िम्मेदारों के कान पर जूं नही रेंगती।हद तो तब हो जाती है जब मेन सप्लाई होने के बावजूद फीडर पर कायर्रत कर्मचारी अपनी नींद पूरी करते रहते हैं
शासन के आदेशानुसार ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं को 18 से 20 घंटे बिजली सप्लाई मिलनी चाहिए।लेकिन पटरंगा फीडर के कर्मचारी सरकार की मंशा पर पानी फेरने में कोई कसर नही लगा रहे हैं।जिसके कारण क्षेत्रवासियों को मात्र 4 से 6 घंटे ही बिजली सप्लाई मिल पाती है ।समाजसेवी मास्टर उजेर अहमद ने बताया कि अधिकारियों द्वारा पटरंगा फीडर की इस स्थिति पर ध्यान ना दिया गया तो धरना प्रदर्शन किया जाएगा।