उत्तर प्रदेशलखनऊ

एचडीएफसी बैंक ने वित्तवर्ष 2020-21 में सीएसआर के लिए 634.91 करोड़ रु. खर्च किए

एचडीएफसी बैंक ने वित्तवर्ष 2020-21 में सीएसआर के लिए 634.91 करोड़ रु. खर्च किऐ

· वित्तवर्ष 2020-21 में कोविड-19 राहत के लिए 110 करोड़ रु. खर्च किए।

· बैंक के परिवर्तन ने भारत में 8.5 करोड़ से ज्यादा लोगों को लाभान्वित किया।

लखनऊ, 13 जुलाई, 2021। एचडीएफसी बैंक ने अपने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी अभियानों के लिए अपने अम्ब्रेला प्रोग्राम, परिवर्तन के तहत वित्तवर्ष 2020-21 में 634.91 करोड़ रु. खर्च किए। 634.9 करोड़ रु. में से 110 करोड़ रु. से ज्यादा कोविड-19 राहत पर केंद्रित अभियानों के लिए आवंटित व इस्तेमाल किए गए। इसके अलावा बैंक के ‘परिवर्तन’ ने भारत में 8.5 करोड़ से ज्यादा लोगों को लाभान्वित किया।

 

परिवर्तन निम्नलिखित क्षेत्रों पर केंद्रित हैः

· ग्रामीण विकास

· शिक्षा

· कौशल प्रशिक्षण एवं आजीविका विस्तार

· हैल्थ एवं हाइजीन

· वित्तीय साक्षरता एवं समावेशन

 

 

मिस आशिमा भट, ग्रुप हेड – बिज़नेस फाइनेंस, स्ट्रेट्जी, एडमिनिस्ट्रेशन, इन्फ्रास्ट्रक्चर, ईएसजी एवं सीएसआर, एचडीएफसी बैंक ने कहा, ‘‘भारत के सबसे बड़े प्राईवेट बैंक होने के नाते हम इस मुश्किल साल लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए तत्पर हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एचडीएफसी बैंक दीर्घकालिक सतत अभियानों पर केंद्रित है, जो अल्पकालिक लाभ की जगह समस्या की जड़ का समाधान करते हैं। इस साल कोविड-19 के कारण अनेक तरह के प्रतिबंध रहे, लेकिन एचडीएफसी बैंक, इसके एनजीओ पार्टनर्स ने इन अभियानों व प्रोजेक्ट के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की। मैं इस अवसर पर उनकी प्रतिबद्धता के लिए उनकी सराहना करती हूँ। नए वित्तवर्ष में हम नए उत्साह के साथ काम करते रहेंगे।’’

 

बैंक के सामाजिक अभियान संयुक्त राष्ट्र के सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स के अनुरूप हैं। सस्टेनेबिलिटी एवं सामाजिक परिवर्तन के लिए बैंक के प्रयास यूएन द्वारा बताए गए एसडीजी के अनुसार हैं। इंटीग्रेटेड वार्षिक रिपोर्ट में सस्टेनेबिलिटी के तत्व गरीबी कम करने, जीरो हंगर प्राप्त करने, स्वच्छ पानी व सफाई प्रदान करने, गुणवत्तायुक्त शिक्षा के लिए तथा सस्टेनेबल शहर एवं समुदायों का निर्माण करने के लिए लोगों को संलग्न कर बैंक द्वारा किए गए काम की रूपरेखा देते हैं।

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