उत्तर प्रदेश

संगम को स्वच्छ बनाये रखने के लिये जुटी है सौ नौकायें नदी प्रदूषण के समाधान के लिए कुंभ मेला प्राधिकरण के साथ एचयूएल ने की भागीदारी


लखनऊ। कुंभ मेला में प्रतिदिन आ रहे लाखों तीर्थ यात्रियों के स्नान के लिये संगम को निरन्तर स्वच्छ बनाये रखने के लिये सौ नौकाओं के जरिये बराबर संगम में तैरने वाले कूड़ों को हटाने का काम चल रहा है। इस कार्य को संचालित करने के लिये कुंभ मेला प्राधिकरण के साथ हिन्दुस्तान लीवर ने अपने स्वच्छता कैम्पेन स्वच्छता सवारी के तहत हाथ मिलाया है। इस अभियान के तहत कुंभ मेला क्षेत्र के मल्लाहों के सहयोग से संगम में चलने वाली सौ नौकाओं के दोनों तरफ जाल लगाये गये है।

जब ये नौकाएं नदी में चलती हैं तो जल पर तैरने वाला कूड़ा इन जालों में फंस जाता है। चूंकि हर जाल का एक सिरा बंद होता है तो नदी पर यात्रा के दौरान एकत्र हुआ सारा कूड़ा-कचरा इसी जाल में रहता है और नदी के तट पर पहुंच कर यात्रियों के नौका में से उतरने के बाद सफाई कर्मचारी इन जालों में फंसे कचरे को निकालते हैं और कचरे से खाली किया हुआ जाल एक बार फिर नौका से बांध दिया जाता है। ये सफाई कर्मी इस तरह एकत्र किए कचरे को हर घाट पर पहले से निर्धारित कचरा क्षेत्र तक पहुंचाते हैं। इस पहल के बारे में प्रिया नैयर, कार्यकारी निदेषक, होम केयर, एचयूएल ने कहा, ’’हमारे अभियान ’स्टार्ट ए लिटलगुड‘ तथा ’स्वच्छता की सवारी‘ दरअसल, लगातार बढ़ रहे प्लस्टिक प्रदूषण तथा कचरा प्रबंधन की समस्याओं से निपटने के आसान समाान हैं। हमें उम्मीद है कि इस पहल से कुंभ के दौरान संगम क्षेत्र को साफ-सुथरा बनाए रखने में मदद मिलेगी और हम उपभोक्ताओं को भी जागरूक बना सकेंगे।

प्रयागराज उत्तर के विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी ने कुंभ मेला क्षेत्र का दौरान करने के बाद कहा, ’’मेरा मानान है कि स्वच्छता की सवारी के तहत् जिस तरह से जालों का प्रयोग किया जा रहा है वह वाकई इनोवेटिव समाधान है, यह दरअसल, एक बड़ी भारी समस्या का आसान समाधान है। आसान होने के साथ-साथ यह निशाध समाज (मल्लाह समुदाय) तथा कुंभ मेला आने वाले तीर्थ यात्रियों को उनकी जिम्मेदारियों का बोध कराता है। जो नौकाएं तीर्थ यात्रियों को उनकी आत्मा की षुद्धि कराने के लिए त्रिवेणी संगम क्षेत्र में लाती हैं वही उन्हें अपने आसपास के वातावरण को भी साफ-सुथरा बनाए रखने में मदद करती हैं। एचयूएल का मानना है कि इस तरह के छोटे-छोटे प्रयास ही वातावरण में बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

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