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राम मंदिर भूमि पूजन : रामजन्मभूमि समेत अयोध्या को बांटा गया 5 जोन में, सुरक्षा की फुलप्रूफ प्लानिंग

राम मंदिर भूमि पूजन : रामजन्मभूमि समेत अयोध्या को बांटा गया 5 जोन में, सुरक्षा की फुलप्रूफ प्लानिंग


अयोध्या| रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन करने आ रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर शुक्रवार को अयोध्या पहुंचे मुख्य सचिव राजेन्द्र तिवारी व डीजीपी हितेन्द्र अवस्थी ने कार्यक्रम स्थलों का निरीक्षण किया। इसके साथ कलेक्ट्रेट सभागार में आला अफसरों की बैठक में सुरक्षा के लिए तैयार ब्लूप्रिंट की समीक्षा की। इसके साथ ही आवश्यक निर्देश दिए।
इससे पहले पूर्वाह्न रामजन्मभूमि पहुंचे एडीजी सुरक्षा व पीएसी वीके सिंह ने अधिकारियों व तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय के साथ पीएम के कार्यक्रम एवं गर्भगृह स्थल की व्यवस्था पर विचार विमर्श किया।
इसके उपरांत रामजन्मभूमि की स्थाई सुरक्षा समिति की त्रैमासिक बैठक में भी हिस्सा लिया। इस बैठक की अध्यक्षता भी एडीजी सुरक्षा ने ही परम्परागत रीति से करते हुए सुरक्षा के मानकों के साथ व्यवस्थाओं की समीक्षा की। इस मौके पर उन्होंने यलो जोन की सुरक्षा व्यवस्था को फूलप्रूफ बनाने पर जोर दिया। इसके साथ आवश्यक सुझावों को भी प्रस्ताव रूप में मिनट बुक में अंकित किया गया।बैठक में पूर्व के निर्णयों के क्रियान्वयन की भी जानकारी ली गयी।
इस बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार, आईजी जोन डा. संदीप गुप्त, मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा, डीआईजी व एसएसपी दीपक कुमार, एसपी सुरक्षा पंकज कुमार व अन्य अधिकारी शामिल रहे।
सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से सीआरपीएफ के हवाले
रामजन्मभूमि की परम्परागत सुरक्षा व्यवस्था में पहला आइसोलेशन जोन है जो कि मेक शिफ्ट स्ट्रक्चर का भाग है और जिसमें विराजमान रामलला मौजूद हैं। इस क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से सीआरपीएफ के हवाले है। इसके अलावा रेड जोन जिसमें कि रामजन्मभूमि का सम्पूर्ण 70 एकड़ परिसर शामिल है।
इस क्षेत्र में सीआरपीएफ व पीएसी सहित सिविल पुलिस के जवान संयुक्त रुप से तैनात हैं। इसके अलावा यलो जोन क्षेत्र में रामकोट का पूरा इलाका था। इस क्षेत्र में चारों ओर स्थाई बैरीकेडिंग लगाकर सिविल पुलिस व पीएसी की तैनाती की गयी थी। पुन: यलो जोन के दायरे को बढ़ाकर सम्पूर्ण पंचकोसी परिक्रमा क्षेत्र कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त 14 कोसी परिक्रमा पथ ग्रीन जोन का हिस्सा है, जहां समयानुसार सुरक्षा के इंतजाम किए जाते हैं।

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